Thursday, 25 July 2019

दिनांक-25 जुलाई 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1079
वासुकिनाथधाम में बिकने वाले अचार ने भी काँवरियों का मन मोह लिया...

वासुकिनाथधाम श्रावणी मेला में कई राज्यों के श्रद्धालुओं के आवागमन के साथ-साथ कई अन्य राज्यों के व्यवसायी भी अपना-अपना व्यवसाय करते हैं। बाबा वासुकिनाथ अपने दरबार में आने वाले तमाम काँवरियों के साथ-साथ इन व्यवसायियों की मनोकामनायें भी पूर्ण करते हैं। परन्तु वासुकिनाथधाम में एक व्यवसाय ऐसा है जो सालों भर चलता है। वह अचार का व्यवसाय। पूरे मेला क्षेत्र में कम से कम 30 से भी अधिक अचार की दुकानें हैं जिसमें आम, कटहल, नींबू, हरीमिर्च, करैला, ओल आदि के अचार मिलते हैं। परन्तु सबसे अधिक बिक्री शिमला मिर्च से बने अचारों का ही होता है। दूसरे स्थान पर मिक्स अचार का नम्बर आता है। वासुकिनाथधाम आने वाले लगभग तमाम काँवरियों एवं भक्तगण बाबा का सामान्य प्रसाद यथा चुड़ा चीनी लड्डू, पेडा, बद्धी आदि के साथ-साथ किसी ने किसी किस्म का अचार भी खरीदकर संदेश के रूप में अपने घर जाते हैं। अचार बिक्रेता जामताड़ा के रोहन रजक गोड्डा के अमर देव, पाकुड़ के सुनील कुमार आदि ने बतलाया कि अभी प्रतिदिन लगभग 3000 से 5000 के बीच की बिक्री होती है। अन्य दिनों में भी वासुकिनाथधाम पहुँचने वोले दर्षनार्थी यहाँ का बना अचार जरूर खरीदकर अपने साथ ले जाते हैं। वासुकिनाथधाम में अचार की खरीददारी एक परम्परा सी बन चुकी है। 


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