Sunday, 2 December 2018

दुमका 02 दिसम्बर 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 1114
दिनांक 01.12.2018 को दुमका के परिसदन में झारखंड विधान सभा की लोक लेखा समिति जिले की स्थल अध्ययन यात्रा के दौरान भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक के प्रतिवेदन वर्ष 2008-09 से 2015-16 तक के कण्डिकाओं पर संबंधित विभाग के जिला एवं क्षेत्रीय स्तर के पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्ष एवं विकासात्मक कार्यों पर किये गये व्यय एवं उससे संबंधित लेखा-जोखा की समीक्षा बैठक किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए विधान सभा की लोक लेखा समिति के स्टीफन मरांडी ने कहा कि ऐजी के द्वारा जो आपत्ति करने के बाद जो पारा लंबित होता है, उसे समिति के द्वारा जाँच करके उस लंबित पारा को खत्म किया जाता है। हमलोगों का मुख्य उद्देष्य यह रहता है कि जितना लेखा से संबंधित मामला पैंडिंग चला आ रहा है उसे साॅट आउट करना होता है। उन्होंने कहा कि स्थल अध्ययन का उद्देष्य यह है कि वहाँ का अध्यतन स्थिति को हम जाने। 
अपने संबोधन में विधान सभा की लोक लेखा समिति के सुगदेव भक्त ने कहा कि समिति का मुख्य उद्देष्य यह है कि सरकारी राषि का कितना सदुपयोग हुआ है उसका जाँच करना। सरकार के द्वारा जो राषि आंवटित होती है उसका सही उपयोग राज्य हित में एवं देष हित में हो। यह सरकार का ही एक अंग है, संवैधानिक अंग है। जिसके अंदर हमलोग कार्य कर रहे है।
बैठक में विधान सभा की लोक लेखा समिति के राधा कृष्ण किषोर, संबंधित विभाग के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।


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