Thursday, 4 July 2019

दुमका 04 जुलाई 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या -0800

जल शक्ति को जन आंदोलन बनाने की जरूरत...
जल संचय कर हम आने वाले पीढ़ियों के लिए एक बेहतर माहौल छोड़कर जाएं...

इंडोर स्टेडियम दुमका में जल शक्ति अभियान के तहत एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में दुमका की उपायुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी उपस्थिति थी। यह अभियान 1 जुलाई 2019 से लेकर 15 सितंबर 2019 तक पूरे जिले में चलाया जाएगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा कि केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार इस अभियान को लेकर बहुत ही गंभीर है।माननीय प्रधानमंत्री ने इस संबंध में मुखिया से भी पत्राचार किया है। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु के पूर्व अगर जल संरक्षण के उपायों को हम अपने व्यवहार में शामिल करें तो बारिश के जल को संचित कर न केवल अपने खेतों के पैदावार को बढ़ा सकेंगे बल्कि पेयजल की समस्या को भी दूर करने में हम समर्थ होंगे। बारिश के मौसम प्रारंभ होते ही हमें ऐसे इंतजाम करने की जरूरत है जिससे बारिश के पानी को हम ज्यादा से ज्यादा संचयन कर सके। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए जन भागीदारी आवश्यक है। जल संचयन के प्रति लोगों को जागरूक करना बहुत ही आवश्यक है। अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुड़कर जल संचयन का कार्य करें इस दिशा में हम सभी को कार्य करने की जरूरत है। उपायुक्त ने कहा कि योजना को सफल बनाने के लिए हमें अपनी ऊर्जा बनाए रखने की जरूरत है। प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा सभी संबंधित पदाधिकारी अधिक से अधिक लोगों को जल संचयन के बारे में बताएं। नुक्कड़ नाटक एवं अन्य विधियों से लोगों को जागरूक किया जाए। जिला प्रशासन तथा प्रखंड के अधिकारी समन्वय बनाकर ससमय इस कार्य को पूरा करें। उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में अधिकांशत शिकायतें पेयजल से संबंधित प्राप्त होती हैं।अगर हम अब भी सजग नहीं हुए तो आने वाले दिनों में स्थिति बहुत ही भयावह होने वाली है। जल संचय अगर बेहतर ढंग से किया जाए तो पानी की समस्या कभी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर इस अभियान के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन सबसे अच्छे प्रखंड को पुरस्कृत किया जाएगा। राज्य स्तर पर राज्य के तीन सबसे बेहतर कार्य करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इस अभियान के तहत दुमका जिला के 3 उत्कृष्ट कार्य करने वाले पंचायतों को भी सम्मानित करने का कार्य करेगी।
दुमका की उपायुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा कि तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य किया जाय लेकिन इस बात का ध्यान रखा जाय की तालाब की मूल स्वरूप के साथ किसी प्रकार का छेड़छाड़ ना किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी योजनाओं को ससमय पूरा करें। ग्रामसभा कर योजनाओं का चयन करें। ग्राम सभा में चयनित योजना पर ही कार्य किया जाए। सोच समझकर योजनाओं का चयन किया जाए। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि जनभागीदारी के साथ यह अभियान सफल होगा।
उपायुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा आजीविका के लिए जिस प्रकार के कारण पिछले दिनों किए गए हैं उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है।उन सभी कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग की जायेगी साथ और भी कई नए कार्य आजीविका के लिए किए जाएंगे।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त वरुण रंजन ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री तथा माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जल शक्ति अभियान पूरे जिले में चलाया जा रहा है। गर्मी के दिनों में पानी की समस्याओं को दूर करने में यह अभियान मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब हम सभी को जल संचयन के प्रति जागरूक होना होगा। जल संचयन कर हम वाटर लेबल की स्थिति को सुधार सकते हैं। खेत का पानी खेत में,गांव का पानी गाँव मे तथा घर का पानी घर मे रहे इसे सुनिश्चित करने की जरूरत है। राज्य में 765 मिलीमीटर वर्षा होती है लेकिन हम उस जल को संचय नहीं करते हैं ।हमें विधिपूर्वक बारिश के जल को संचय करने की जरूरत है ताकि जलस्तर बेहतर रहे। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी विभिन्न विभागों द्वारा इस दिशा में कई कार्य किए गए हैं लेकिन अब हमें इसे प्राथमिकता के आधार पर करने की जरूरत है। लोगों के बीच जाकर जल संचय के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। वाटर हार्वेस्टिंग तैयार करने की जरूरत है।सोक पिट का निर्माण करने की जरूरत है। लोगों के भविष्य तथा अपने परिवार के भविष्य के लिए इसे गंभीरता से लेना होगा उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर भी इस तरह की कार्यशाला का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जाएगा सभी लोग अपने घरों से निकले इस अभियान को जन अभियान बनाकर सफल बनायें।लाखों की संख्या में लोव श्रमदान करें तभी यह अभियान सफल हो सकेगा। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि सरकारी भवनों में भी जल संचय के लिए व्यवस्था की जाए। उन्होंने आम जनों से भी अपील किया कि अपने घरों में जल संचय के लिए कार्य करें ताकि वाटर लेवल बना रहे उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी वैसे नदियां जो सूख गई हैं जिनका अस्तित्व खतरे में है वैसे नदियों के लिए मनरेगा के तहत जीर्णोद्धार करने का कार्य करें ताकि राज्य और देश के समक्ष यह कार्य एक उदाहरण बन सके।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्षा जॉयस बेसरा ने कहा कि अब हमें सजग होने की जरूरत है ।जल संचय कर ही हम आने वाले पीढ़ियों को एक बेहतर भविष्य दे सकते हैं।पेयजल की समस्या आने वाले दिनों में नहीं हो इसे ध्यान में रखते हुए हम सभी को जल संचय करने की जरूरत है।हम सरकार पर निर्भर होना सीख गए हैं।अब हमें जागना होगा। हमें श्रमदान कर जल संचय के लिए कार्य करना होगा। सबको जागना होगा ,जनभागीदारी से हम इस अभियान को सफल बना सकेंगे।
इस दौरान परियोजना पदाधिकारी मनरेगा चन्द्रशेखर पांडेय ने पीपीटी के माध्यम से इस अभियान से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी ।
इस अवसर पर डीआरडीए निदेशक विनय कुमार सिंकू पुणे स्वागत संबोधन एवं जिला परिवहन पदाधिकारी विनय मनीष लकड़ा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इससे पूर्व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई।
इस अवसर पर जिला प्रशासन के सभी वरीय अधिकारी विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी आदि उपस्थित थे ।



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