Monday, 1 July 2019

दुमका 01 जुलाई 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या -0784

दुमका उप विकास आयुक्त  वरूण रंजन ने आस-पास के अन्य जिलों में चमकी बुखार का प्रकोप को देखते हए दुमका जिला के निवासियों को इससे बचाव करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि यह बीमारी छोटे बच्चों को प्रभावित कर रहा है। बच्चों की मौत चमकी बुखार के कारण हो रही है। ऐसा पाया गया है कि यह बुखार खासतौर पर कमजोर एवं कुपोषण से ग्रस्त बच्चों को अधिक प्रभावित कर रहा है। स्वास्थ्य चिकित्सा एववं परिवार कल्याण विभाग द्वारा चमकी बुखार के लक्षण एवं उसके बचाव से सम्बन्धित विडियो तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस विडियो के अध्यन से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। जगरुकता ही बचाव का बेहतर उपाय है। अतः आम जनों को इसके लक्षण एवं बचाव के सम्बन्ध में अधिक से अधिक जानकारी दी जाए।
उन्होंने कहा कि चमकी बुखार में बच्चे को तेज बुखार पूरे शरीर या किसी खास अंग में ऐठन होती है, बच्चों की दांत पर दांत लगते है, बच्चें सुस्त हो जाते है। बेहोश होना एवं चिउंटी काटने पर शरीर में कोई हरकत नहीं होना भी चमकी बुखार के लक्षण हैं। लोगों को इसके प्रति जागरूक होना चाहिए, और जहाँ किसी बच्चे से इस तरह के लक्षण दिखे तो तुरंत बच्चे को अस्पताल ले जाया जाए।
उन्होंने चमकी बुखार से बचाव के तरीके भी बताए। बच्चे को तेज धूप से बचाकर, बच्चे को दिन में दो बार स्नान कराकर, बच्चे को ओ0आर0एस0 अथवा नींबू पानी और चीनी का घोल पीलाकर एवं रात में भरपेट खाना खिलाने से काफी हद तक बीमारी से बचा जा सकता हैं।

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