Wednesday 11 January 2017

दुमका, 09 जनवरी 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 014 
साहित्य का कभी अंत नहीं होता है। यह अजर अमर होता है। दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने डा0 रामवरण चैधरी की अध्यक्षता में सूचना भवन सभागार दुमका में साहित्यक मंच दुमका द्वारा सेवा निवृत्त डा0 अमरेन्द्र सिन्हा के सम्मान में आयोजित विदाई समारोह में यह उद्गार व्यक्त किया। उन्होने डा0 सिन्हा द्वारा साहित्यक क्षेत्र मंे किये गये योगदान की सराहना की। उपायुक्त ने डा0 सिन्हा को शाॅल, स्मृति चिन्ह एवं मानपत्र सौंप कर सम्मानित किया। इस अवसर पर दुमका में साहित्यक गतिविधियों को किस प्रकार बढ़ावा दिया जाय। इसपर परिचर्चा भी की गई।  
अवसर पर अपने सम्बोधन मंे जिला बार एसोषियेसन के अध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने साहित्यक एवं एकेडमिक क्षेत्र में डा0 सिन्हा के योगदान की चर्चा करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। 
नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित ने कहा कि डा0 सिन्हा ने कहा कि निष्चित रूप से डा0 सिन्हा अपने कर्तव्य से सेवा निवृत्त हो रहे हैं परन्तु साहित्य की सेवा के लिए ये पूर्णकालिक रूप से उपलब्ध रहेंगे। 
पूर्व मंत्री कमलाकान्त सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि दुमका की मिट्टी कि यह खासियत रही है कि जो यहाँ एक बार आता है यहीं का होकर रह जाता है। डा0 सिन्हा भले सेवा निवृत्त हो जायें लेकिन वो हमारे जेहन में हमेषा मौजूद रहेंगे। 
डा0 सिन्हा के साथी प्रो0 खिरोधर प्रसाद ने डा0 सिन्हा के साथ बिताये गये क्षणों को याद करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाष डाला । डा0 चतुर्भुज नारायण मिश्र ने साहित्य को राजनीति से अलग रखने की बात कही। उन्होंने डा0 सिन्हा से साहित्यक सृजन को बनाये रखने का अनुरोध किया। जिला पंचायती राज पदाधिकारी षिवनारायण यादव ने अब मकानों की जगह कुछ घर बनाना चाहिये। चाहे जो भी फसल उगा ले तू जलधार बहाता चल, जिसका भी घर चमक उठे तू मुक्त प्रकाष लुटाता चल आदि गीतों के माध्यम से अपने उद्गार व्यक्त किये। 
युवा व्याख्याता अच्युत चेतन ने दुमका में साहित्यक गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने हेतु कई उल्लेखनीय सुझाव दिये। जिसमें हिन्दी के साथ साथ आंचलिक भाषाओं के रचनाओं का संग्रह, सोषल साईट के माध्यम से साहित्यक गतिविधियों को बढ़ावा देना फिल्म एवं रीडिंग क्लब की स्थापना करना नाटक कहानियां निबंध लेखन एवं उपन्यास लेखन को बढ़ावा देने के साथ साथ बाहर से गम्भीर साहित्यकारों को आमंत्रित कर परिचर्चा करना महत्वपूर्ण है। माध्यमिक षिक्षक संघ के राज्याध्यक्ष दिवाकर महतो ने डाॅ0 सिन्हा को राज्य माध्यम षिक्षक संघ की ओर से शाॅल प्रदान कर उनके दीर्घ स्वास्थ्य एवं साहित्य को और समृद्ध किये जाने की शुभकामना दी।  प्रो0 हनीफ ने कहा कि दुमका की मिट्टी साहित्यक क्षेत्र में नित नई उचाईयों को छुए ऐसी कामनायें व्यक्त की तथा कहा कि आज की बैठक से इसका आगाज माना जाय। विद्यापति झा, षिक्षक अनन्त लाल खिहर, अमरेन्द्र सुमन, रामचन्द्र राय, छात्रा पूर्णिमा एवं सोनम के साथ साथ अंजनी शरण ने डा0 सिन्हा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की चर्चा की। मंच का संचालन उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने की।
इस अवसर पर दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित, बार एषोसियेषन के अध्यक्ष विजय कुमार सिंह, उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी षिवनारायण यादव, उपनिदेष राजभाषा विभाग सुनील कुमार झा, पूर्व मंत्री कमला कान्त प्रसाद सिन्हा डा0 राम वरण चैधरी, चतुर्भूज नारायण मिश्र, डा0 अमरेन्द्र सिन्हा, डा0 खिरोधर यादव, दिवाकर महतो, प्रो0 हनीफ, प्रो0 अच्यूत चेतन, अनन्त लाल खिरहर, राम चन्द्र राय, उमा शंकर चैबे, गौर कान्त झा, षिषिर कुमार घोष, मदन कुमार, मनोज घोष, विद्यापति झा, जिवानन्द यादव, दीपक झा, स्मिता आनन्द, अंजनी शरण, पूनम अग्रवाल, महेन्द्र प्रसाद साह, शैलष कुमार, कल्याण गोराई, गंगाधर शर्मा, रूपम कुमारी, सलोनी सोरेन, निलीमा टुडू, दिव्या पूजा कुमारी, सोनम कुमारी, पूर्णिमा कुमारी, फूलमुनी टुडू, बबिता कुमारी, विनय कुमार मिश्र, अंकित कुमार पाण्डेय, सौरभ कुमार सिन्हा, उत्तम कुमार दे आदि के साथ साथ बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।                



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