Friday, 8 March 2019

दुमका 08 मार्च 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 0249
आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। महिलाएं सशक्त हो चुकी हैं। समय बदल चुका है। बेटियां हमारी शान है और हमें अपनी बेटियों पर गर्व है। उक्त बातें इन्डोर स्टेडियम दुमका में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान समाज कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कही। समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि आज हर क्षेत्र में बेटियां अव्वल हो रही है। बेटियों को कमजोर समझना हमारी भूल है। हमें उनकी ताकत को पहचानने की जरूरत है। समाज बदल रहा है देश बदल रहा है लेकिन अब भी कुछ लोगों की सोच नहीं बदली है। बेटियों को आज भी कुछ लोग बोझ समझते हैं बेटियों को पराया समझते हैं। बेटियां पराई नहीं होती बेटियां आपके दिए संस्कारों को दूसरे घर तक पहुंचाती है तथा दो परिवारों को पूरे जीवन संभालने का कार्य करती है। उन्होंने कहा की बेटियों के कई रूप है इसे समझने की जरूरत है महिलाओं को सम्मान देने की जरूरत है। महिला के बिना इस सृष्टि की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। उन्होंने उपस्थित महिलाओं से कहा कि अपने आप को कमजोर ना समझे। अपनी शक्ति अपनी क्षमता को समझे। सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तिकरण का कार्य किया जा रहा है। सुकन्या योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कन्यादान योजना सभी योजनाओं का एकमात्र उद्देश्य महिला सशक्तिकरण ही है। उन्होंने उपस्थित महिलाओं से कहा कि आज आप इस अवसर पर यह संकल्प लें की भ्रूण हत्या किसी कीमत पर ना होने देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में एक लाख से अधिक सखी मंडल का समूह बनाया गया है।  सभी सखी मंडल की बहने ग्राम सभा में भाग ले रही हैं, कई महत्वपूर्ण सुझाव तथा निर्णय ले रही हैं और विकास कार्यों में अपनी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई कार्य किया गया है। उपायुक्त मुकेश कुमार की पहल पर बलीजोर की महिलाएं बाली फुटवेयर का निर्माण कर अपने जीवन स्तर को सुधारने का कार्य कर रही हैं तथा आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ठीक इसी प्रकार बासुकी अगरबत्ती, शगुन सूतम के माध्यम से महिलाओं को आत्म निर्भर बनाया जा रहा है। आज दुमका दमकता दुमका बनने की ओर अग्रसर है। दुमका बदल रहा है। उन्होंने कहा कि जन सहयोग से ही कोई भी कार्य संभव है। जन सहयोग से हम निश्चित रूप से विकास की एक नई लकीर खीचेंगे।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त वरुण रंजन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नमन करता हूं, उन महिलाओं को जिन्होंने अपने समर्पण से इस संसार को जिंदा रखा है। महिलाओं को सशक्त करने के लिए कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं । महिला के बिना इस संसार की कल्पना भी नहीं की जा सकती । हमारी माताएं बहने बिना किसी छुट्टी के निस्वार्थ भाव से पूरे वर्ष कार्य करती हैंआ और अपने परिवार का देखभाल करती हैं । आज के दिन अगर हम सभी लोग इस त्याग समर्पण को उचित स्थान दे सके तो यही सही मायने में हमारी सफलता होगी। महिलाओं को सम्मान देने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि उपायुक्त मुकेश कुमार के निर्देश पर जिले में विभिन्न कार्यक्रम चला कर महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।महिलाओं को विभिन्न कार्यों से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने का कार्य जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है । माननीय मुख्यमंत्री के प्रयास से पूरे राज्य में स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है, जिससे महिलाएं निश्चित रूप से सशक्त हो रही हैं । उन्होंने कहा कि हम महिलाओं को सशक्त कर ही एक सशक्त समाज, सशक्त झारखंड तथा सशक्त देश का निर्माण कर सकते हैं। सरकार ने महिलाओं को सम्मान देने का कार्य किया है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि आज हमें कन्या भ्रूण हत्या जैसे बातों पर लोगों को जागरूक करना पड़ रहा है यह बड़े दुःख की बात है।लिंग भेद के आधार पर अगर हत्या हो रही है तो हम सोच सकते हैं हम कितने प्रगतिशील हुए हैं । हमें महिलाओं को सम्मान देने की जरूरत है ।अपने स्वार्थ को ध्यान में रखकर बेटा बेटी में भेदभाव न करें । महिला शक्ति स्वरूप जानी जाती है ।अपने सोच को बदलने की जरूरत है । अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि आधी आबादी आधी शक्ति को मजबूती प्रदान करने की जरूरत है। हम विश्व शक्ति बनने की ओर बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन इस तरह की समस्याएं आज भी हमारे समाज में मौजूद हैं । उन्होंने कहा कि वेदो और पुराणों में भी महिलाओं को एक अलग स्थान दिया गया है । शक्ति और सामर्थ्य के लिए देवियों की ही पूजा की जाती रही है । हमें अब जागरूक होना होगा और इस जागरूकता को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं उसे अपनाने की आवश्यकता है भ्रूण हत्या हमें हर हाल में रोकना होगा तभी संतुलित विकास संभव है ।
इस अवसर पर छोटी छोटी बच्चियों तथा कला दलों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गयी । भ्रूण हत्या से संबंधित नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति भी महिलाओं द्वारा की गयी । समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती ने शॉल ओढ़ाकर माननीय मंत्री डॉ लुईस मरांडी का स्वागत किया।
स्वागत संबोधन समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती ने दिया।कल्याण मंत्री ने विभिन्न प्रस्तुति के लिए पुरस्कार वितरण भी किया गया।
 इस अवसर पर उप विकास आयुक्त वरूण रंजन, प्रषिक्षु आई ए एस शषि प्रकाया, अनुमंडल पदाधिकारी राकेष कुमार, निदेषक एन ईपी विनय कुमार सिंकू, उप निदेषक जनसम्पर्क शलिनी वर्मा, जिला षिक्षा पदाधिकारी, दुमका एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।






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