दिनांक- 1 सितंबर 2021
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1072
उपायुक्त द्वारा जेएसएलपीएस के तहत दुमका प्रखंड के आसनसोल ग्राम में सखी मंडल के द्वारा संचालित हार्डेनिंग सेंटर का निरीक्षण किया गया। हार्डेनिंग सेंटर में सोनाली एवं कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गों के चुजे रखकर फार्मिंग किया जाता है।
इस दौरान जेएसएलपीएस के प्रतिनिधि के द्वारा अवगत कराया गया कि सोनाली नस्ल के चूजे 3 से साढ़े तीन माह में एवं कड़कनाथ नस्ल के चूजे 6-6.5 माह में बड़े हो जाते हैं। इस प्रजाति के मुर्गे एवं इसके अण्डों की बाजार में काफी मांग रहती है। सखी मंडल की सदस्य एवं
पशु मित्र पूनम देवी इस आजीविका से जुड़कर आर्थिक रूप से काफी सुदृढ़ एवं समृद्ध हुई हैं।
उपायुक्त द्वारा कहा गया कि जेएसएलपीएस के तहत संचालित ऐसे
हार्डनिंग सेंटरों का उचित ब्राण्डिंग किया जाय एवं इससे उत्पादित मुर्गे-मुर्गियों, अण्डों कीबिक्री एवं प्रचार-प्रसार की भी उचित व्यवस्था की जाय। हार्डेनिंग सेंटरों का उचित प्रचार-प्रसार होने से इसकी बिक्री दूसरे जिलों/राज्यों में भी की जा सकेंगी।
दुमका प्रखंड अन्तर्गत बढ़तल्ली पंचायत के राजबांध कड़वाटोला ग्राम में नर्सरी योजना
सखी मंडल के सदस्य श्रीमती निर्मला हांसदा के जमीन पर जेएसएलपीएस के तहत नर्सरी संचालित है। यहाँ मुख्यतः अर्जुन, आम, सागवान, गम्हार आदि के पौधों की नर्सरी की
जा रही है। इन पौधों को मनरेगा के तहत पौधारोपण योजनाओं में भी उपयोग किया जाता है।ग्रामीण क्षेत्रों में इन पौधों की बिक्री काफी ज्यादा है।इन पौधों का उपयोग मुख्यतः इनके बड़े होने पर इमारती लकड़ियों के लिए किया जाता है। अर्जुन के पौधों का उपयोग इमारती लकड़ियाँ एवं तसर उत्पादन के लिए भी किया जाता है।
निरीक्षण के क्रम में देखा गया कि आम के कई पौधे खराब हो रहे है। उपायुक्त द्वारा सुझाव दिया गया कि इन पौधों को पॉली नर्सरी में रखने की आवश्यकता है, ताकि सूर्य की रौशनी सीधे इन पौधों पर नहीं पड़े। साथ ही साथ पौधे लगाने के क्रम में उच्च गुणवत्ता वाले मिट्टी का उपयोग करने का सुझाव दिया गया।
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