Monday, 10 January 2022

दुमका 10 जनवरी 2022 प्रेस विज्ञप्ति संख्या -0036

 दुमका 10 जनवरी 2022

प्रेस विज्ञप्ति संख्या -0036


सामने आयी नवजात की मां, सीडब्ल्यूसी ने दिया जांच का आदेश

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काठीकुण्ड के करणपुरा में 31 दिसम्बर 2021 की देर शाम मिले लावारिश नवजात की माता होने का दावा करते हुए काठीकुण्ड की एक महिला सामने आयी है। काठीकुण्ड के मोहनपुर के लतारटोला की बहामुनी सोरेन अपने पति, बेटी और ग्रामीणों के साथ सोमवार को सीडब्ल्यूसी के समक्ष उपस्थित हुई और बच्चा उसका होने का दावा किया। समिति ने इस मामले में इन्क्वायरी शुरू करते हुए महिला, उसके पति, उसकी बेटी और एक पड़ोसी का बयान दर्ज किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 22 जनवरी को निर्धारित की गयी है। सीडब्ल्यूसी सदस्य रंजन कुमार सिन्हा ने बताया कि चारों के बयानों को लेकर चाइल्डलाइन से जांच करवायी जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में अगली सुनवायी होगी। उन्होंने बताया कि महिला ने अपने बयान में बताया है कि वह और उसका पति दोनों मजदूरी करते हैं। 17 दिसम्बर 2021 को पैदा हुए बच्चे को वे अपने तीन बच्चों के भरोषे घर पर छोड़ कर काम पर चले गये थे और जब वापस आये तो नवजात गायब था। इस परिस्थिति के कारण नवजरात सीएनसीपी के रूप में चिन्हित किया गया है क्योंकि कतिथ तौर पर उसकी देखभाल करनेवाले तीनों बच्चों की उम्र 6 से 12 वर्ष है। महिला का कहना है कि उसकी छह साल की बेटी नवजात को घर से लेकर निकली थी और वह ही उसे करणपुरा में रखकर घर आ गयी पर महिला के घर से करणपुरा पैदल आधा घंटा का रास्ता है। ऐसे में उसके बयान के सत्यता की जांच की जा रही है। महिला और उसके परिवार ने बच्ची के लापता होने की सूचना न तो ग्राम प्रधान को दी थी और न ही थाने में रिपोर्ट दर्ज करवायी थी। 2 जनवरी को जब लावारिश हालत में नवजात के करणपुरा में पाये जाने की खबर अखबारों में छपी तब परिवार के लोग काठीकुण्ड थाना गये और बच्चे का उनका होने का दावा किया। बाल कल्याण समिति इस बात की जांच कर रही है कि दावा करनेवाली महिला और उसका पति लावारिश हालत में पाये गये नवजात के जैविक माता-पिता हैं या नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि 15 दिन के इस बच्चे को इलाज के बाद चाइल्डलाईन के द्वारा सीडब्ल्यूसी के समक्ष 6 जनवरी को प्रस्तुत किया गया था जहां से उसे स्पेशल एडोप्टेशन एजेंसी बक्सी बांध रोड में आवासित कर रखा गया है। डीसीपीओ प्रकाश चंद्र ने कहा है कि नवजात की माता होने का दावा करनेवाली महिला के दावे को लेकर किसी को यदि कोई आपत्ति है तो वह सीडब्ल्यूसी के समक्ष रख सकते हैं। सीडब्ल्यूसी के बैठक में सदस्य रंजन कुमार सिन्हा के अलावा सदस्य डॉ राज कुमार उपाध्याय, कुमारी विजय लक्ष्मी और डीसीपीओ प्रकाश चंद्रा भी मौजूद थे। 


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