दुमका, 15 सितम्बर 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 575
हमारी पहचान का दूसरा नाम है हिन्दी
-बालेष्वर सिंह आयुक्त संताल परगन प्रमंडल, दुमका
सूचना भवन दुमका के परिसर में हिन्दी दिवस पर एक परिचर्चा एवं कविता पाठ का आयोजन किया गया। हिन्दी के उपयोग को अपनी पहचान से जोड़ने की अपील मुख्य अतिथि बालेष्वर सिंह आयुक्त संताल परगना ने की। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक हम हिन्दी का उपयोग अपने कामकाज में करें। इस अवसर पर हिन्दी साहित्य के ख्याति प्राप्त साहित्यकार स्वर्गीय सतीष चंद्र झा, स्वर्गीय सुमन सूरो, स्वर्गीय बाबुलाल मुर्मू आदिवासी को मरणोपरांत स्मृति सम्मान एवं अंगवस्त्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर स्वर्गीय सतीष चंद्र झा की पत्नी चम्पा देवी, स्वर्गीय सुमन सूरो के पुत्र श्री राजीव लोचन झा एवं स्वर्गीय बाबुलाल मुर्मू आदिवासी के पौत्र अनुराग मुर्मू ने यह सम्मान ग्राहण किया। सभा की अध्यक्षा डा प्रमोदिनी हांसदा ने कहा कि दुमका की धरती साहित्य सृजन की धरती है। उन्होंने युवा साहित्यकारों से खूब और बेहतर लिखने की अपील की। इस अवसर पर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि हिन्दी के उपयोग से हम स्वयं को सहज और हिन्दी के उपयोग से हम अपने को अपनी परम्पराओं से जुड़ा हुआ देखते हैं। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि हिन्दी सबको जोड़ती है। हम हिन्दी को टूटने नहीं दें। नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित ने कहा कि गैर हिन्दी भाषियों द्वारा हिन्दी के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है यह अच्छी बात है। प्रो. अमरेन्द्र सिन्हा ने कहा कि सरल हिन्दी का उपयोग आवष्यक है। प्रो. खिरोधर यादव ने कहा कि हिन्दी का प्रष्न देष का प्रष्न है। चतुर्भुज नारायण मिश्र ने कहा कि विभिन्न बोलियों के प्रचलित शब्दों से हिन्दी को समृद्ध करने की आवष्यकता है। जिला पंचायती राज पदाधिकारी षिवनारायण यादव ने कहा कि जबतक सरकारी कामकाज में हिन्दी के उपयोग की अनिवार्य नहीं किया जायेगा तबतक समस्या जटिल बनी रहेगी। इस अवसर पर जिला षिक्षा पदाधिकारी धर्मदेव राय, वरिष्ठ साहित्यकार डा. रामवरण चैधरी, शांतिनिकेतन से आये डा. रामचन्द्र राय ने भी अपने विचार प्रकट किये। विषय प्रवेष उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने किया तथा राजभाषा के उप निदेषक नेलसन एयोन बागे ने सबके प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम के संयोजन में राजभाषा अनुदेषक सुनील कुमार झा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर हिन्दी एवं संताली में सुरेन्द्र नारायण यादव, झुमरी सोरेन, प्रेमलता हेम्ब्रम ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
सभा में बड़ी संख्या में कवि, लेखक, साहित्यकारों, पत्रकारों, गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया। जिनमें बार काॅन्सिल के अध्यक्ष विजय कुमार सिंह, प्रसिद्ध अधिवक्ता गोपेष्वर झा, राघवेन्द्र पाण्डेय, प्रो. वाणी सेन गुप्ता, छाया गुहा, अनन्तलाल खिरहर, अजय कुमार गुप्ता, बामा यादव, सिंहासन कुमारी, विद्यापति झा, अंजनी शरण, सौरभ सिन्हा, संजय सुमन, मदन कुमार, मनोज कुमार घोष, स्मिता आनन्द, अलख नन्दन मंडल, मिहिर चटर्जी आदि उपस्थित थे।
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