Thursday, 9 February 2017

दुमका, 09 फरवरी 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 081
नक्सल प्रभावित सिलंगी पहुंचे राहुल कुमार सिन्हा...
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा - 
दुमका से खत्म होगा नक्सल प्रभाव...
विकास की बयार का अहसास...
दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा आज अचानक गोपीकांदर प्रखंड के सिलंगी फोकस क्षेत्र के ओड़मों पंचायत भवन में चुन्जो, खटंगी, महुलडाबर और खटबार गांव के ग्रामीणों से मिलकर उनका हाल जाना। उपायुक्त द्वारा ओड़मों पंचायत भवन में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जानकारी दी गई कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देष्य विकास का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना है। इसी उद््ेदष्य से फोकस क्षेत्र के विकास के तहत गोपीकान्दर प्रखंड के सुदूर ग्रामों खटांगी, चुंजो, महुलडाबर एवं खटगाँव को प्राथमिकता के आधार पर चयनित किया गया है। इसके तहत इन गांवों में सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध करायी जायेंगी और विकास कार्य को प्राथमिकता से पूरा किया जायेगा। 
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि दुमका जिला में नक्सल प्रभाव इतिहास बन जायेगा। उन्होंने कहा कि काठीकुण्ड के नारगंज और जमनी, गोपीकान्दर के सिलंगी और रामगढ़ के डांडो फोकस क्षेत्र के 4-4 गांव अर्थात कुल 16 गांव चिन्हित किये गये है। 
दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने पिछले दिनों नक्सल प्रभावित गांवों में भ्रमण कर ग्रामीणों से सीधी वार्ता की। उपायुक्त ने कहा कि इन गांवों का उन्होंने प्रत्यक्ष जायजा लिया है। इनकी समस्याओं और प्राथमिकताओं से वह स्वयं अवगत हैं। उपायुक्त ने कहा कि इन गांवों की ड्राॅप आउट बच्चियों का कस्तुरबा विद्यालय में नामांकन तथा बच्चों का भी नामांकन सुनिष्चित करना प्राथमिकता है। गांव के सभी अनाथ बच्चे भी विद्यालय जायें। सभी विधवाओं और असहाय वृद्धों को पेंषन दिया जायेगा। उपायुक्त ने कहा कि इन क्षेत्रों के विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रो और स्वास्थ्य केन्द्रों तथा जन वितरण प्रणाली की दुकानों पर सतत पर्यवेक्षण और निगरानी रखी जायेगी। राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि गांवों के सभी पहुंच पथ सुदृढ़ किये जायेंगे तथा प्रत्येक गांव में पेयजल की उपलब्धता सुनिष्चित की जायेगी। 
राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि गांव का रोजगार गांव के लोगों के हाथ में होगा। इनके लिए मनरेगा कार्य, कौषल विकास, जाॅब कार्ड, मत्स्य, मुर्गी एवं बकरी पालन को बढ़ावा दिया जायेगा। सखी मंडल को सुदृढ़ करते हुए नये सखी मंडल भी बनाये जायेंगे। 
उपायुक्त ने कहा कि कृषि और सिंचाई से वास्तविक खुषहाली दिखायी देगी। डोभा तथा अन्य सिंचाई संसाधन के साथ गांव के किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र से जोड़ा जा रहा है। गांव के युवकों को आर्या योजना के तहत जोड़कर बिरसा कृषि विष्वविद्यालय से विषेष प्रषिक्षण दिया जायेगा। हर गांव में सब्जी और फल के नर्सरी बनाये जायेंगे। 
उपायुक्त ने कहा कि प्रषासन और पुलिस के अधिकारी आपस में पूर्ण समन्वय बनाकर इन गांवों में विकास की नयी इबारत लिखेंगे। उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक गांव के लिए एक युवक एवं एक युवती का चयन विकास दूत के रूप में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य के लिए जवाबदेही भी निर्धारित की गयी है। उपायुक्त के साथ जिला षिक्षा पदाधिकारी, जिला षिक्षा अधीक्षक, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता/कनीय अभियंता, प्रखंड विकास पदाधिकारी, गोपीकान्दर, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका, पंचायत की मुखिया श्रीमती पुष्पा सोरेन, पंचायत के अन्य जनप्रतिनिधिगण, पंचायत सेवक, राजस्व कर्मचारी, रोजगार सेवक, सेविका/सहायिका सहित काफी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।  




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