दुमका, 17 फरवरी 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 114
हिजला मेला में तबले का बेहतरीन जुगलबंदी...
पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर सबसे पुराने जीवित शास्त्रीय नृत्यों में से एक, देवदासी नृत्य परम्परा से सम्बन्धित ओडिसी नृत्य का प्रदर्षन गुरुवार को बाहरी कलामंच पर किया गया। कोलकता की प्रख्यात नृत्यांगना अनन्या मुखर्जी ने इस नृत्यषैली में प्रस्तुत अपने बेहतरीन शारीरिक भाव भंगिमाओं और पैरों की थिरकन से हिजला मेला घूमने आये दर्षकों को बेहद आनंदित किया। झारखण्ड कला केन्द्र की ओर से टोरंटो विष्वविद्यालय कनाडा में भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्राध्यापक प्रसिद्ध सितार वादक जर्मनी निवासी मेन्युन ने सितार पर डाग झिंझोटी, राग पहाड़ी, राग भैरवी तथा लोकधुन बाउल का प्रदर्षन कर पूरा माहौल सितार से गंूजायमान कर दिया। तबले पर उनकी संगति कोलकाता के देवाषीष दास ने की। झारखण्ड कला केन्द्र के प्राचार्य गौर कान्त झा एवं उनके पुत्र ऋतुराज ने तबले पर सितार के साथ बेहतरीन युगलबंदी प्रस्तुत कर शास्त्रीय तबला वादन का अद्भुत नमूना प्रस्तुत किया।
बाहरी कला मंच पर ही दुमका के प्रख्यात रंगकर्मी नवीन चन्द्र ठाकुर एवं उनके साथियों ने शैली श्रृजन संस्था के बैनर तले राष्ट्रीय एकता और अखण्डता से सम्बन्धित बेहतरीन अमिनय पाठकथा एवं निर्देषन से सुसज्जित नाटक प्रस्तुत किया।
भीतरी कला मंच पर देर रात्रि तक आदिवासी कल्याण छात्रावास संख्या 5 के नाट्क कला दलों ने संताली भाषा में भावपूर्ण नाट्क प्रस्तुत किया।
बाहरी मैदान में महिला महाविद्यालय दुमका, एस0पी0 महाविद्यालय दुमका, $2 बालिका उच्च विद्यालय दुमका तथा बालिका छात्रावास करहरबील की छात्राओं ने पूरे मेले में जनजातीय परिधान पछी पहनकर पूरे मेला क्षेत्र का परिभ्रमण कर मेला को जनजातीय सांस्कृतिक छटा से पाट दिया। बाहरी मैदान में ही तेलियाताड़ दुमका मेरीनीला टुडू जमना, रसका टुडू रामगढ़, मर्सिला टुडू भूतकुड़ीय, आदिवासी रसका अखड़ा गिधनी पहाड़ी का मुन्नी सोरेन ग्र्रुप, बोनीफास हरिपुर, बदोली बीसहा महगामा गोड्डा, रषिला ग्रुप झोपा दुमका, लिठुर झुमोक गुहियाजोड़ी दुमका की टीम ने विविध जनजातीय नृत्य एवं संगीत की प्रस्तुति कर मेला घूमने आने वाले लोगों को प्राकृतिक गीत एवं संगीत से अवगत कराया।
सम्पूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम के संयोजन में राजकीय जनजातीय हिजला मेला सांस्कृतिक समिति की संयोजिका जिला परिषद अध्यक्षा जाॅयेस बेसरा एवं नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित, उपसंयोजक गौरकान्त झा, मदन कुमार, एमानुएल सोरेन, जीवानन्द यादव, सुरेन्द्र नारायण यादव, अनुमंडल नाजिर चन्द्रषेखर झा, अनिल मरांडी, मनोज कुमार घोष, पीटर हेम्ब्रम, मेरीनीला मरांडी, सेलवेस्टर बेसरा, सुमिता बास्की आदि की भूमिका सराहनीय रही है।
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