Thursday 9 February 2017

दुमका, 09 फरवरी 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 082
हिजला मेला उद्घाटन की समस्त तैयारियाँ पूरी...
140 कलादलों द्वारा विखेरी जायेगी जनजातीय संस्कृति के विविध आयाम...
पारंपरिक एवं आधुनिक खेलों का लगेगा कुम्भ खिलाड़ी मचायेंगे धूम...
-राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका 
दुमका के उपायुक्त तथा राजकीय जनजातीय हिजला मेला के अध्यक्ष राहुल कुमार सिन्हा ने मेला के शुभारंभ के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने बतलाया कि मेले को भव्य और आकर्षक बनाये जाने हेतु की जा रही सभी तैयारियों को अन्तिम रूप दिया जा रहा है। इसी क्रम में उन्होंने विभिनन प्रषासकीय विभागों यथा जनसम्पर्क, स्वास्थ्य, उद्योग, कृषि आदि विभागों द्वारा बनाये गये प्रदर्षनी पंडालों का भी निरीक्षण किया। 
रामसिंगा, सकवा, मदानभेर के गगनभेदी स्वरलहरियों के साथ शुक्रवार 10 फरवरी को राजकीय जनजातीय हिजला मेला का पारम्परिक रीति से भव्यता के साथ शुभारम्भ होगा। अतिथियों का स्वागत पारम्परिक लोटापानी के साथ-साथ पायका नृत्य के द्वारा भी किया जायेगा। अतिथियों के सम्मान में बाहरी कला मैदान में होली चाईल्ड स्कूल, संताल परगना महाविद्यालय संत तेरेसा बालिका उच्च विद्यालय, एकलव्य आवासीय बालिका विद्यालय काठीजोरिया, अनुसूचित जनजाती आवासीय बालिका विद्यालय कड़हरबिल, कस्तूरबा की छात्राओं के साथ स्मिता आनन्द के नेतृत्व में बच्चों द्वारा ताईक्वांडो खेल की प्रस्तुति भी की जायेगी। उप निदेषक जनसम्पर्क सह राजकीय जनजातीय हिजला मेला सांस्कृतिक समिति के उपाध्यक्ष सह सचिव राजकीय जनजातीय हिजला मेला सांस्कृतिक समिति अजय नाथ झा ने बतलाया कि 10 से 17 फरवरी 2017 तक आयोजित राजकीय जनजातीय हिजला मेला में इस बार रिकार्ड संख्या में कलादलों ने कार्यक्रम प्रस्तुति हेतु आवेदन किये थे। लगभग सभी कलादलों को कार्यक्रम प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया है जिसमें, संताल परगना सहित झारखण्ड एवं अन्य राज्यों की नामी कलादलों द्वारा नाटक, नृत्य, संगीत एवं वादन कला का प्रदर्षन किया जायेगा। उन्होंने बतलाया कि प्रत्येक दिन बाहरी कला मैदान, बाहरीकला मंच तथा भीतरी कलामंच पर विविध प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जायेगी। उन्होंने बतलाया कि इन सबके साथ ही प्रत्येक दिन भीतरी कला मंच पर दिन में कई प्रकार के कार्यक्रम होंगे। जिसमें स्कूली बच्चों का क्वीज, बाल कवि गोष्ठी, महिला सषक्तीकरण, लोक साहित्य, पर्यावरण आदि पर परिचर्चा के साथ-साथ कवि गोष्ठी भी आयोजित की जायेगी। 
उन्होंने बतलाया कि राजकीय जनजातीय हिजला मेला में प्रत्येक दिन स्कूली बच्चों सहित पुरूषों एवं महिलाओं के लिए विविध प्रकार के एथलेटिक्स, बाॅलीबाॅल, कबड्डी, तीरंदाजी, खो-खो, भारोत्तोलन, कुष्ती तथा अन्य मनोरंजक खेल भी आयोजित किये जायेंगे। 



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