दुमका 22 दिसम्बर 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 727
- जिन लोगों ने गलत किया है... उन्हें सही जगह दिखाया जाएगा...
- विकास होते हुए दिखाई पड़नी चाहिए...
- टीम भावना से करें कार्य...
-मुकेश कुमार, उपायुक्त दुमका
इंडोर स्टेडियम दुमका में दुमका जिला अंतर्गत पंचायतवार/ग्रामवार वृहद समीक्षा सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में दुमका जिला के सभी प्रखंडों के सभी मुखिया, पंचायत सेवक, बीपीओ तथा पंचायत और प्रखंड स्तर के अधिकारी उपस्थित थे। कार्यशाला में प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, 14वीं वित्त आयोग तथा ओडीएफ पर विस्तृत रुप से चर्चा की गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने सर्वप्रथम उपस्थित सभी लोगों को संताल परगना दिवस की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लायें। सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम घर तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि कुछ पंचायतों में योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हो रहा है। लेकिन कुछ पंचायतों में विकास कार्यों की स्थिति चिंताजनक है। उसमें सुधार लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मनरेगा को लेकर लगातार हमें शिकायत प्राप्त होती है। मनरेगा में बिचैलियों की भूमिका को खत्म करने की जरूरत है। कई बार पुरानी योजनाओं को ही नया कर दिखाकर उसे प्रस्तुत कर दिया गया। ऐसे लोगों पर जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने गलत किया है उन्हें उनकी सही जगह अवश्य दिखाई जाएगी। सरकार का प्रयास है कि विकेंद्रीकृत प्रणाली से योजनाओं को जन जन तक पहुंचाया जाए। सहभागिता के साथ विकास हो ताकि विकास दिखे। उन्होंने कहा की कुछ पंचायत हैं जिनमें बेहतर कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि मुखिया यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं पर कार्य हो रहा है। योजना लोगों को दिखाई पड़े। योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी इमानदारी तथा पूरी दृढ़ता से हो। अगर आपको कोई अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में परेशान करता है तो आप सीधे मुझसे मिले। उन्होंने कहा कि बेहद जरूरी है कि मनोबल ऊंचा रख कर कार्य करें। सिर्फ कागज पर योजना नहीं दिखे, जमीन पर योजना दिखे। टीम भावना के साथ आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें। सही मन से अच्छे इरादे और ऊँचे मन से कार्य करें। उन्होंने कहा 12000 के शौचालय में अगर कोई लाभुक से 12 पैसे मांगेगा तो जिला प्रशासन उससे सख्ती से निपटेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाने के लिए 50 अलग-अलग जगहों में जिला प्रशासन पंचमार्ट खोल रही है ताकि लाभुक को बाजार से कम मूल्य पर सामान ससमय उपलब्ध करा सके। उन्होंने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष तथा इस वित्तीय वर्ष को मिलाकर दुमका जिला में कुल 30 हज़ार आवास तथा डेढ़ लाख शौचालय का निर्माण किया जाना है। अगर कोई कठिनाई कार्य करने में आ रही है तो प्रशासन आपके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि लाभुकों को प्रेरित करें कि वह अपना कार्य खुद करे। मुखिया पूरी इमानदारी पूर्वक कार्य करें। पेयजल की परेशानी ना हो इसका भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने प्रखंड में कम से कम 2 वाटर टैंकर की व्यवस्था हमेशा रखें। अगर नहीं है तो क्रय कर लें। जिला स्तर से वाटर टैंकर के लिए एक दर निर्धारित किया जाएगा। उसी दर पर टैंकर क्रय करें। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि विद्यालय के भीतर हैंड वाशिंग यूनिट लगाया जाए। बच्चों के हाथ धोने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि मुखिया के जरिया रामगढ़ प्रखंड के सभी विद्यालय और आंगनवाड़ी केंद्रों में 14वीं वित्त आयोग की राशि से हैंड वाशिंग यूनिट लगाया गया है। उन्होंने कहा कि 14वीं वित्त आयोग की राशि से पूरे जिले में अभियान चलाकर सभी विद्यालय तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों में हैंड वाशिंग यूनिट लगाया जाय। उन्होंने कहा कि मजदूरी के लिए कोई भी व्यक्ति पलायन ना करें। एक अभियान चलाकर पलायन मुक्त जिला बनाने का कार्य करें। इसके लिए आपको कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर 2022 तक एक बेहतर दुमका समृद्धशाली दुमका बनाना है तो आपको कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि जो पंचायत सेवक, मुखिया आदि बेहतर कार्य करेगा उन्हें भी सम्मानित किया जाएगा।
उप विकास आयुक्त शशि रंजन ने कार्यशाला के दौरान विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रधान सहायक, सहायक, अनुसेवक, पंचायत सचिव/जनसेवक आदि जिला स्तर के कर्मियों को उनके बेहतर कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
पावरप्वाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित लोगों को बताया गया कि मनरेगा के कार्य शुरू होने से पहले कार्य स्थल पर सूचना पट लगाये जायें तथा मनरेगा का लोगो सूचना पट पर अवश्य हो। साथ ही मनरेगा द्वारा किये जाने वाले कार्यों के लिये सूचना पट का माॅडल एक जैसा हो। बोर्ड की गुणवत्ता बेहतर हो कम से कम 10 वर्षों तक बोर्ड लोगों को दिखाई दे। बोर्ड में लिखी बातें हिन्दी में हो तथा दिवार लेखन अवश्य कराया जाय आदि।
इस दौरान पंचायत राज पदाधिकारी ने पंचायत के मुखिया को उनके कर्तव्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी कागजत को सक्षम पदाधिकारी के अनुमति के बिना नष्ट ना करें। उन्होंने कहा कि पंचायत के मुखिया को 7 रजिस्टर दिये गये हैं उन्हें नियमित रूप से संधारित किया जाय ताकि कोई भी वरीय अधिकारी पंचायत पहुंचने पर उक्त रजिस्टर के माध्यम से पंचायत की वस्तुस्थिति का पता लगा सके।
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