दुमका 19 दिसम्बर 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 719
उपायुक्त मुकेश कुमार की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में ‘‘तसर उत्पादन से लेकर तसर वस्त्र निर्माण‘‘ के लिए बैठक हुई। उपायुक्त द्वारा निदेश दिया गया कि उत्पादन के कल्स्टर मोड में हो। प्रत्येक गांव को कार्य विशेष में दक्ष किया जाए। धागा उत्पादन से लेकर वस्त्र निर्माण तक की प्रक्रिया में सभी चरण महत्वपूर्ण है। गांव अपने कार्य विशेष के लिए पहचाना जाय। इसके लिए गांव के प्रत्येक व्यक्ति अपने कार्य समर्पण भाव से करे।
उन्होंने कहा कि चिन्हित गांव को तसर धागाकरण गांव एवं तसर बुनाई गांव घोषित किया जाएगा। जिस गांव में धागा का काम हो वहां के प्रत्येक घर में धागा का ही काम हो। उसी तरह बुनकर गांव में बुनाई का कार्य चल रहा हो तो वहां के प्रत्येक घर में बुनाई कार्य हो। उपायुक्त द्वारा निदेश दिया गया कि ककून उत्पादन दुमका जिला में होता है तो धागाकरण से लेकर वस्त्र निर्माण कार्य दुमका जिले में ही हो और मयूराक्षी सिल्क जेनरिक नाम से पूरे राज्य एवं देश विदेश में जान जाय। दुमका जिला अंतर्गत काठीकुंड, मसलिया प्रखंड के दलाही गांव, दुमका नवाडीह के मुखरारी गांव, में धागा बनाने का कार्य तथा काठीकुंड प्रखंड के कालाझार गांव एवं सरैयाहाट प्रखंड के नावाडीह गांव में बुनाई का कार्य किया जायगा।
इस बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र दुमका, सहायक उद्योग निदेशक (रेशम) दुमका, कार्यपालक अभियंता भवन प्रमण्डल दुमका, कार्यालय अभियंता NREP दुमका, जिला समन्वयक मुख्यमंत्री लघु कुटीर उद्योग दुमका, निरंजन पंडित कलस्टर मैनेजर एवं बैद्य प्रकाश पांडे आदि उपस्थित थे
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