Sunday 1 May 2016

दुमका, दिनांक 01 मई 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 198 

मैं अजन्मी बिटिया बाबा मत मारो...

न्यायमूर्ति पी0पी0भट्ट गुजरात उच्च न्यायालय के न्यायाधीष जो झारखण्ड उच्च न्यायालय के न्यायाधीष रह चुके हैं ने उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा को भेजे एक संदेष में कहा कि बेटी बचाओ अभियान के द्वारा जागरूकता के प्रयास के लिए मेरी शुभकामनायें। 
पूर्व विधायक कमला कान्त सिन्हा ने एक संदेष में कहा कि दिल्ली में रहने के कारण मैं कन्या भू्रण हत्या बेटी बचाओ अभियान कार्यक्रम में नहीं रह पाया - मुझे इसका अपार दुख है परन्तु मुझे खुषी है कि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग ने अभियान को जनआन्दोलन का रूप दे दिया है। दुमका शहर के सभी लोग इससे जुड़ गये हैं। इन्होंने तीन वर्ष पूर्व तिखी अपनी कविता की दो पंक्ति भेजी - मैं अजन्मी बिटिया, बाबा मत मारो, मुझको भी जीने दो, मईया मत मारो। 
संताल परगना की महिलाओं पर डाॅक्ट्रेट उपाधि लेने वाली डाॅ0 प्रतिमा झा ने कहा कि यह दुमका ही नहीं हमारे समाज की महत्वपूर्ण समस्या है और मानवता पर संकट है - बेटियों के हक में समाज को बदलने का समय आ गया है। पूर्व कुलपति डाॅ0 प्रमोदिनी हाँसदा ने कहा बेटियाँ ही जीवन और प्रकृति की पूर्णता है। पटना से निधि सिन्हा ने कहा कि बेटियों को हक चाहिये ये दुनिया हमारी भी है। काष मैं भी कैण्डल मार्च में होती। रांची से ओम प्रकाष ने कहा कि यह काविले तारीफ है। कानपुर से प्रसिद्ध नेत्री नम्रता अवस्थी ने कहा कि - अब नहीं तो कब।
टेलीग्राफ के अमित ने कहा कि इससे बढि़या काम और क्या हो सकता है? गुजरात से डाॅ0 संजीव कुमार ने कहा कि यह राष्ट्रीय चिंता को दुमका से दूर करने की कोषिष हो। मस्कट से संजय झा ने कहा एक दिन जीत बेटियों की ही होगी। मुम्बई से मीनू आन्नद ने कहा कि बेटियों से ही सारा संसार है। पुणे से अनिभेष ने कहा कि दुमका से देष को राह मिलेगी। लंदन से घनष्याम ने लिखा कि मन को छू लेने वाला प्रयास है। हजारीबाग से दीपा ने लिखा बेटियों का दर्द समझा आपने। दिल्ली से बैंक अधिकारी शोभना ने कहा कि महिलाओं के लिए अच्छा प्रयास। प्रो0 धीरेन्द्र मिश्रा ने कहा नेक कार्य के लिए सबको कोटिषः नमन। दुमका से जुड़े हजारों लोगों के संदेष आ रहे हैं। लगभग 8 हजार संदेष शुभकामनाओं के प्राप्त हुए हैं। इन सबके तथा कैण्डल मार्च में हिस्सा लेने वाली दुमका की महिलाओं और बेटियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने कहा कि हम हिम्मतों का पूरब हैं और पूरब में सूर्य कभी डूबता नहीं। 


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