Sunday, 15 May 2016

दुमका, दिनांक 15 मई 2016 
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 231
आप एक ऐसी सेवा में आने जा रहे है जहाँ आमजनों के दुःख दर्द को दूर करने के लिए आपके पास पर्याप्त साधन होंगे। आपकी आने वाली पीढ़ी आपको एक आदर्ष के रूप में देखेंगे। अब आप स्वयं के लिए नहीं बल्कि राष्ट्र के समृधि एवं विकास के लिए अपनी पूरी योग्यता का इस्तेमाल करेंगे। दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने जिला अभियंत्रण सेवा समन्वय समिति द्वारा सूचना भवन, दुमका में संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा में चयनित सुमंत सहाय एवं मोहम्मद अरषद के अभिनन्दन समारोह के लिए आयोजित एक समारोह में सफल छात्रों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि से आप दोनों का सफल होना दुमका के लिए बेहद गौरव की बात है। आई0ए0एस0 की परीक्षा देष की सबसे कठिनतम परीक्षाओं में से एक है उसमे सफल होने के लिए छात्र/छात्राओं की मेहनत के साथ-साथ माता पिता की मेहनत और ईष्वर का आषीर्वाद होना भी बेहद अहम होता है। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा संस्था देष की सबसे पुरानी एवं सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक है। स्वतंत्रता प्राप्ति के पष्चात देष की अनेक संस्थाओं में कई एक परिवर्तन हुए परन्तु लगभग 300 वर्षों से यह संस्था देष को मजबूती के साथ आगे बढ़ा पाने में सबसे कारगर रखा है। इस सेवा से प्राप्त पद की गरिमा को हमेषा अक्षुण्ण बनाए रखना चाहिए। उन्होंने नव यचनित छात्रों से कहा कि सेवा में आने के बाद आपको कोई समझाने वाला नहीं होगा बल्कि आपके प्रत्येक क्रियाकलाप की बारीकी से मूल्यांकन किया जायेगा। फलतः अपने आप को हमेषा आदर्ष के रूप में प्रस्तुत करें। 
बधाई देते हुए अनुमंडलाधिकारी जिषान कमर ने उनके माँ पिताजी सहित समस्त परिवार को कड़ी मेहनत के लिए बधाई दी। उन्होंने भविष्य में आने वाली चुनौतियों के बारे में भी उन्हें बतलाया। आई0ए0एस0 प्रषिक्षु भोर सिंह यादव ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। 
उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने अपने बधाई संदेष में कहा कि जब कोई अभियंता किसी प्रषासनिक सेवा में आते हैं तो उन्हें अपने मन से पहले यह बात हटा लेना चाहिए कि उन्हें कुछ साबित करना है। कारण ईंजीनियरिंग की कठिन परीक्षा पास कर उन्होंने पहले ही यह बात साबित कर दी है कि ऊँची सैलरी और चमक दमक वाले नौकरी को छोड़कर इस सेवा में आने का मतलब ही है कि आप लोक सेवा को अपने जीवन में सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। 
रिटायर्ड मुख्य अभियंता हलधर साहेब ने अपने बधाई संदेष में कहा कि आने वाले समय में अपने कार्यों से आप दोनों पूरा दुमका के नौजवानों के लिए आदर्ष बनेंगे। 
अवसर नवचयनित मो0 अरषद तथा सुमंत सहाय ने अपनी सफलता के लिए माता पिता के आषीर्वाद एवं उनके समर्पण को प्रमुख माना। मो0 अरषद ने कहा कि कक्षा 8 तक मेरी गणित बेहद कमजोर थी परन्तु पापा की प्रेरणा से कक्षा 10 एवं 12वीं में मैने 100 में 100 अंक प्राप्त किये। उन्होंने कहा कि इन्सान अगर एक बार कुछ ठान ले तो उसके लिए कुछ भी असम्भव नहीं। सुमन्त ने अपने उद्गार में बतलाया कि तीन बार असफल होने के बाद अपने चौथे प्रयास में वह सफल हो पाया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक असफलता से मैने जीवन में नई सीख ली। कठिनाई के क्षणों में माता पिता के द्वारा दिया गया हौसला बेहद महत्वपूर्ण था। 
समारोह में मो0 अरषद के पिता मो0 अलाउद्दीन मो0 अरषद के नाना, सुमन्त सहाय की माँ, इंर्जीनियर मिथलेष कुमार सिंह ने भी अपने विचार प्रकट किये। 
इससे पूर्व आए हुए अतिथियों का अभियंत्रण सेवा समन्वय समिति के अध्यक्ष सह कार्यपालक अभियन्ता पथ प्रमंडल, दुमका रामविलास साहु ने स्वागत सम्बोधन किया तथा पुष्प्पगुच्छ देकर सफल नवचयनित पदाधिकारियों को सम्मानित किया। साथ ही उपायुक्त ने दोनों सफल नवचयनित सिविल सेवकों को अभियंताओं की तरफ से शॉल देकर सम्मानित किया। सबों ने अभियंत्रण सेवा समन्वय की इस पहल की भूरी-भूरी प्रषंसा की। 
कार्यक्रम का संचालन ईंजीनियर के एन सिंह ने की। धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सहायक अभियन्ता रमेष प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा कि ये अत्यन्त गौरव की बात है कि यहाँ उपस्थित पाँचों आईएएस पूर्व में अभियंत्रण के क्षेत्र में अपनी सेवा दे चुके हैं।  
इस अवसर पर दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी जिषान कमर, प्रषिक्षु आई0ए0एस0 भोर सिंह यादव, उपनिदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, सहित अभियंत्रण सेवा समन्वय समिति के अध्यक्ष रामविलास साहु सहित बड़ी संख्या में सदस्यगण और संघ सेवा आयोजन में चयनित दोनों अभ्यर्थियों के परिजन मौजूद थे।






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