दुमका, दिनांक 18 मई 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 235
दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कस्तुरबा सहित जिले के षिक्षा के वर्तमान हालात की समीक्षा की। उपायुक्त ने कहा कि पारदर्षिता के साथ षिक्षकों की बहाली की जाय तथा बच्चियों का नामांकन किया जाय।
उपायुक्त ने कहा कि कस्तुरबा में षिक्षकां की नियुक्ति संविदा के आधार पर होगी। जिसमें अभ्यर्थियों का बीएड एवं टेट पास होना अनिवार्य होगा। दिनांक 15 जून 2016 को परीक्षा ली जाएगी। जिसमें बहुविकल्पीय प्रष्न पूछे जाएँगे।
उपायुक्त ने नवम् एवं दषम में षिक्षकों की कमी को देखते हुए अध्यपान कार्य के लिए जल्द से जल्द वैकल्पिक व्यवस्था करने का निदेष दिया। कक्षा ग्यारहवीं एवं बारहवीं के अध्यापन कार्य को बेहद गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त ने कहा कि इन कक्षाओं को अध्यापन कार्य को सहजता से न लेकर इनके लिए योग्य अनुभवी उच्चयोग्यताधारी प्रषिक्षित षिक्षकों की आवष्यकता है। कस्तूरबा विद्यालय की दूरी प्रखण्ड विद्यालय से मापा जाए ताकि सभी बच्ची आ सके। उपायुक्त ने यह बतलाया कि संज्ञान में आया है कि अमीर बच्चियों का भी नामांकन हो रहा है जो नियमविरुद्ध है। किसी को अंधेरे में नही रखा जाए। उपायुक्त ने कहा कि अभिभावक को बुलाकर उनके समक्ष जबतक सारी प्रक्रिया नहीं आएगी तबतक पारदर्षिता नहीं आएगी। पंचायत के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाए इसमें आम जनता में सम्मिलित हो सकते हैं।
उच्चविद्यालय षिक्षक नियुक्ति के विषय में उपायुक्त ने जिला षिक्षा पदाधिकारी दुमका को कहा कि जल्द से जल्द रोस्टर क्लीयर करें। उपायुक्त ने कहा कि जिन विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम है उन्हें अन्य विद्यालय में सामंजित किया जाए और षिक्षकों को अन्यत्र पदस्थापित किया जाए।
उपायुक्त ने विभागीय पदाधिकारियों से कहा कि छात्रवृत्ति, साईकिल, जूता, मोजा, पोषाक आदि की राषि छात्रों के बैंक खाता में जा सके इसके लिए प्रधानाध्यापकों को कड़ी चेतावनी दें अन्यथा वे प्रधानाध्यपक इसके जबादेह होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि छात्रों की सही संख्या नही मिलने की बजह से राषि खर्च नही हो पाती। अतः अनिवार्य रुप से इस महीने के अन्त तक इसे सम्पन्न कराया जाए।
उपायुक्त ने प्रत्येक प्रखण्ड प्रसार पदाधिकारी को जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि वे 250 से 300 बच्चों का खाता खुलवाएँ। साथ ही विधालय के दीवाल पर साफ-साफ अक्षरों में टोल फ्री नम्बर अंकित करें ताकि समय पर एसएमएस का उपयोग किया जा सके।
एम डी एम के सम्बन्ध में उपायुक्त ने कहा कि चावल के अभाव में किसी भी विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद नहीं होना चाहिए। यदि चावल की आवष्यकता होती है तो आपसी समन्वयन बनाकर चावल आदान-प्रदान कर एम डी एम को चालू रखा जा सकता है। पारा टीचर के भेरीफिकेषन हेतु बीईओ एव ंबीपीओ को प्राधिकृत किया गया है।
उपायुक्त ने सभी विद्यालय के चापानल को दुरुस्त करने पर बल दिया और आदेष दिया कि उसे दुरुस्त कर लिया जाए। बैठक में अनुपस्थित प्रखण्ड षिक्षा प्रसार पदाधिकारी को कारण बताओं नोटिस देने का आदेष दिया साथ ही बिना सूचना अनुपस्थित प्रखण्ड षिक्षा प्रसार पदाधिकारी का वेतन अगले आदेष तक स्थगित रखने का आदेष दिया। षिकारीपाड़ा के प्रखण्ड षिक्षा प्रसार पदाधिकारी मो0 रफीक आलम बिना सूचना के अनुपस्थित थे जबकि जरमुण्डी के प्रखण्ड षिक्षा प्रसार प्रदाधिकारी रविन्द्र कुमार सिंह एवं रानेष्वर-1 के प्रखण्ड षिक्षा प्रसार पदाधिकारी अरूण कुमार शर्मा अवकाष के कारण अनुपस्थित थे।
बैठक में दुमका के उपायुक्त, जिला षिक्षा पदाधिकारी, जिला षिक्षा अधीक्षक, विभिन्न प्रखण्ड के प्रखण्ड षिक्षा प्रसार पदाधिकारी एवं बीपीओ, दुमका उपस्थित थे।
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