Wednesday, 11 May 2016

दुमका, दिनांक 10 मई 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 222 

 केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने आज वासुकिनाथ धाम में पूजा अर्चना कर पत्रकारों के माध्यम से जनता को दिए अपने संदेष में कहा कि बाबा वासुकिनाथ से गंगा के स्वच्छता के अपने संकल्प को पूरा करने का आषीर्वाद मांगने आयी हूँ। फौजदारी बाबा के दरबार में हाजिरी लगा दी। उम्मीद है अपने मकसद में जरुर कामयाब रहँूगी। गंगा के अलावा मेरा कोई मकसद नही है। गंगा देष की पहचान है। गंगा ठीक रहेगी तो देष भी ठीक रहेगा। बताया कि देष भर में फैले पतित पावन गंगा में प्रतिदिन 20 लाख से अधिक लोग स्नान करते है। गंगा से लोगों की आस्था ही अजीविका का भी माध्यम है। गंगा से लोगों का न सिर्फ आध्यात्मिक जुड़ाव है बल्कि लाखों करोड़ों लोगों को अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार भी मिलता है। झारखंड के अनुरुप केन्द्र सरकार के द्वारा योजनाएँ बनायी जायेगी।        
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि झारखंड में स्वर्णरेखा नदी का कायाकल्प होगा। इसमें खर्च होने वाली राषि में केन्द्र एवं राज्यसरकार के बीच 70ः30 के हिसाब से व्यय होगा। आवष्यकता होने पर नाबार्ड के द्वारा ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। 
केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले तीन साल में झारखंड और महाराष्ट्र को सिंचाई के मामले में देष के शीर्ष पाँच राज्यों में पहुँचा देंगे। बताया कि गंगा की स्वच्छता और इससे सटे गांवों की समस्या का समाधान होगा।




    



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