दुमका, दिनांक 18 मई 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 237
जल, जंगल, जमीन तथा जानवर आदि प्राकृतिक संसाधनों के द्वारा महिलाओं का सषक्तीकरण करना इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देष्य है। मुर्गी, बकरी, सुअर, मछली, कृषि, बागवानी, चिरौंजी, महुआ, लाह, बेंत आदि का उत्पादन कर आदिवासी महिलायें बाजार में अच्छी मूल्य प्राप्त कर सकें इसके लिए कार्यक्रम से जुड़े सभी कर्मी पूरी तरह कटिबद्ध है। फिलहाल यह परियोजना राज्य के चौदह जिलों में कार्यान्वित की जा रही है। यह कार्यक्रम प्रत्येक प्रखंड के 5-6 पंचायतों में 2021 ई0 तक चलेगा। कैबिनेट मंत्री समाज कल्याण डॉ0 लुईस मरांडी ने दुमका के इन्डोर स्टेडियम में झारखण्ड ट्राईवल डेवलपमेंट सोसाईटी द्वारा चलाये जा रहे झारखण्ड आदिवासी सषक्तीकरण एवं आजीविका परियोजना की एक दिवसीय लाभुक सम्मेलन में उक्त बात कही। कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक लाभुकों को स्वरोजगार हेतु एक-एक लाख रूपये का चेक प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान कुल मिलाकर एक करोड़ पचपन लाख उन्चास हजार नौ सौ एक रूपये वितरित किये गये।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ0 लुईस मरांडी राज्य परियोजना निदेषक सुचित्रा सिन्हा, आईटीडीए दुमका, पाकुड़ के साथ-साथ संताल परगना प्रमंडल के कई लाभुक आदि उपस्थित थे।
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