दिनांक- 23 फरवरी 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-183
विधिक सेवा सशक्तिकरण शिविर सह विधिक जागरूकता मेला का आयोजन
शिक्षित हो और अपने अधिकारों को समझे--प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश
जीवन अनमोल है एक बार जीवन मिला है देश की प्रगति में इस जीवन का उपयोग करें
इंडोर स्टेडियम, दुमका में जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा विधिक सेवा सशक्तिकरण शिविर सह विधिक जागरूकता मेला का आयोजन किया गया। शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा आमजनों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए स्टॉल लगाया गया।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सैयद मतलूब हुसैन ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार का मुख्य उद्देश्य है कि आपको जागरूक करना है। लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए इस शिविर का आयोजन किया गया है।
आज के दौर में सबसे महत्वपूर्ण है शिक्षा का अधिकार। अगर बच्चे शिक्षित होंगे। तो अपना अधिकार स्वयं समझ सकेंगे। आगे चलकर वही बच्चे आईएएस, आईपीएस बनेंगे, और देश के विकास में अपना योगदान देंगे। बच्चों को शिक्षित करने के लिए सरकार द्वारा कई सारी योजनाएं चलाई जा रही है। विद्यालयों में मध्याह्न भोजन, पोशाक किताबें आदि दी जाती है। ताकि कोई भी बच्चा भोजन, पोशाक, किताब आदि के अभाव में शिक्षा से वंचित ना रहे। उन्होंने अभिभावकों से अपील किया कि चाहे लड़का हो या लड़की सभी को स्कूल अवश्य भेजे। बीच में किसी भी स्थिति में बच्चों की पढ़ाई ना छुड़वाए। उनकी पढ़ाई पूरी होने दें। तभी वह एक सफल एवं जिम्मेदार नागरिक बनेंगे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार का उद्देश्य है कि आपको कानूनी रूप से आर्थिक एवं कानूनी सहायता प्रदान करना।
सरकार द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से एक योजना बनाई गई है। जिसमें गरीबी एवं असहाय व्यक्तियों को सहायता प्रदान करना। जो पैसे के अभाव में अपने मुकदमे नहीं लड़ सकते हैं। उन्हें मुकदमा लड़ने के लिए हर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए विधिक सेवा प्राधिकार कार्यालय में आवेदन करना होगा, जो भी प्रक्रिया होगी वह पूरी की जाएगी। इसमें आपको किसी प्रकार की राशि नहीं देनी होगी। इसकी सारी भुगतान जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा किया जाएगा। यह सुविधा जेलों में बंद लोगों के लिए भी है वे अपना आवेदन जेलर के माध्यम से दे सकते हैं। उम्मीद है कि इस वर्ष आप इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा उठाएं। दुमका जिला में जागरूकता के अभाव में लोग कंपनसेशन के लिए बहुत कम आवेदन करते हैं। कंपनसेशन केस फाइल करने के लिए भी जिला विधिक सेवा प्राधिकार सारी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। ज्यादा से ज्यादा इसका लाभ ले तभी इस शिविर का आयोजन सफल माना जाएगा। उन्होंने लोगों से विभिन्न विभागों के द्वारा लगाये गये स्टॉल में जाकर योजनाओं की जानकारी प्राप्त करने की अपील की।
इस अवसर पर अपर समाहर्त्ता सुनील कुमार कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है। सरल भाषा में अपने अधिकार के प्रति लोगों को जागरूक करना। आदिवासी समाज के संस्कृति को बचाने के लिए एसपीटी एक्ट लागू किया गया। ताकि आदिवासी समाज की संस्कृति से कोई छेड़ छाड़ नहीं कर सके। उनका जमीन से जो लगाव है। उसे संरक्षित कर सके। लोग जानकारी के अभाव में सरकारी जमीन पर घर बनाकर अतिक्रमण कर लेते हैं। जो सरकार के लिए बहुमूल्य जमीन होती है। सरकार को अतिक्रमण हटाने के लिए काफी कठिनाई होती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि बिना जाने बुझे किसी भी जमीन पर अतिक्रमण ना करें। इससे सरकार को क्षति पहुंचती है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अभियान चलाकर भूमिहीन गरीबों को भूमि देकर आवास योजना भी दिया जाएगा।
जब कोई विभाग छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए उनकी बातों को नहीं सुनती है। तो लोग न्यापालिका की शरण में जाते है। आज भी न्यापालिका की जो गरिमा है। वह इसीलिए है कि वह वंचित व गरीब लोगों की बातों को सुनते हैं। और उस पर कार्रवाई करते हैं। सभी विभाग मिलकर काम करें। लोगों को जागरूक करें। उन्हें विभिन्न योजनाओं की जानकारी दें।
इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने सड़क दुर्घटना से संबंधित कई अहम जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में अक्सर देखा जाता है कि लोग दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल ले जाने से पहले सड़क जाम करने लगते हैं। कोई भी जानबूझकर सड़क दुर्घटना को अंजाम नहीं देता। उन्होंने लोगों से अपील की कि सड़क जाम करने से आम लोगों को परेशानी होती है। सड़क दुर्घटना में ग्रस्त व्यक्ति को सबसे पहले अपने नजदीकी अस्पताल में ले जाए। ताकि उसकी प्राथमिकी तौर पर इलाज हो सके।
इस अवसर पर परिवहन पदाधिकारी विनय मनीष आर लकड़ा ने कहा कि सड़क दुर्घटना पर लगाम लगाने के लिए परिवहन विभाग द्वारा कई तरह के कार्य किये जा रहे है। जिला स्तर पर सड़क सुरक्षा समिति भी बनाई गई है।
सड़क दुर्घटना में युवा वर्ग की क्षति अधिक हो रही है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वाहन चलाते समय सड़क नियमों का पालन अवश्य करें। जीवन अनमोल है एक बार जीवन मिला है देश की प्रगति में इस जीवन का उपयोग करें।
इस अवसर पर एसडीपीओ पूज्य प्रकाश ने भी अपनी बात रखी।
इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वार आलिया कुमारी,रानू कुमारी, सहन्तया कुमारी शर्मा, खुशी कुमारी, अन्नपूर्णा कुमारी को अन्नप्राशन कराया गया। सुनिराम सोरेन को ट्राई साइकिल वितरण किया गया। श्रम विभाग द्वारा सुजीत साह एवं शहजादी बेगम को श्रवण यंत्र दिया गया। झारखंड एजुकेशन प्रोजेक्ट की ओर से राहुल मंडल एवं राजन को ट्राई साइकिल दिया गया। रमेश गोस्वामी, फुल कुमारी एवं सुभाष टुडु को एमआर किट दिया गया। फातिमा बीवी को मातृत्व प्रसुविधा योजना के तहत 15000 रु की राशि दी गईं।
कार्यक्रम का मंच संचालन सत्येंद्र सिंह ने किया।
इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन सभी प्रखंडों में किया गया।
कार्यक्रम में सैयद मतलूब हुसैन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, अनिल कुमार सिंह अध्यक्ष स्थाई लोक अदालत, अभिजीत सिन्हा प्रशिक्षु आईएएस, सुनील कुमार अपर समाहर्त्ता, राकेश कुमार अनुमंडल पदाधिकारी, मनीष विनय आर लकड़ा, पूज्य प्रकाश एसडीपीओ, श्वेता भारती जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सत्येंद्र कुमार सिंह। सदस्य स्थाई लोक अदालत, मनीष कुमार मिश्रा एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं एवं बच्चे उपस्थित थे।