दिनांक- 10 फरवरी 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-147
संताली की स्वर कोकिला मानी जाती हैं धनी मरांडी...
दुमका के विजयपुर की रहने वाली 31 साल की धनी मरांडी संताली गीत के मामले में स्वर कोकिला मानी जाती हैं, जिनके गाये गीत को यूटयूब पर एक दिन में एक मिलियन लाइक मिल जाया करते हैं. यूटयुब पर उनके 500 से भी अधिक गाने हैं, जिसे या तो विडियो एलबम के तौर पर या संताली सिनेमा में फिल्माया गया है. महज तीसरी कक्षा में जब धनी मरांडी पढ़ती थी, तभी स्कूल प्रबंधन और कला के कद्रदानों ने उनकी प्रतिभा को पहचान लिया था. छात्र जीवन में संत तेरेसा बालिका उच्च विद्यालय दुधानी के कल्चरल टीम की वह सदैव हिस्सा रही. कई प्रतियोगिताओं में भी अपनी प्रस्तुति की बदौलत शोहरत हासिल की. उनके पहले गीत की रिकार्डिंग कोलकाता के चित्रवाणी स्टुडियो में हुई थी और चीनी लड्डू फर्स्ट टेक में ही रिकार्ड कर लिया गया था. वह काफी पॉपुलर हुआ, तो चॉक चो नाम से बने एलबम में काम किया. संताली फिल्म इंडस्ट्री से भी उन्हें ऑफर मिले. तेतांग जीवी आस रे के गीत के लिए उन्हें 2011 में सर्वश्रेष्ठ गायन के लिए रसका द्वारा झारखंड सिने अवार्ड प्रदान किया गया. नाम से ही नहीं प्रतिभा से धनी, धनी मरांडी को दिल्ली में भी परफार्म करने का अवसर मिला. जब संताल परगना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दुमका-साहिबगंज में आगमन हुआ, तो उस मंच से भी अपने गीत प्रस्तुत करने का उन्हें मौका मिला. धनी 100 से अधिक एलबम को तैयार कर चुकी हैं और संताली गायन के क्षेत्र में तेजी से शोहरत बटोर रही हैं. संताली गाने के एलबम लैलामुनी-2 को दो दिन में दो मिलियन लोगों ने देखा-सुना था. अब तक इसे 16 मिलियन लोगों ने देखा है. वह अभी कई एलबम के लिए गीत गा रही हैं. धनी मरांडी के यूटयूब चैनल के 1.19 लाख सब्सक्राइबर हैं और दिन-रात इसमें इजाफा हो रहा है.
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