Saturday, 6 October 2018

दुमका 06 अक्टूबर 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 861
शगुन सुतम
महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें स्वावलम्बी एवं सशक्त बनाने का जिला प्रषासन का एक और अनुठा प्रयास। 
बाली फुटवेयर, बासुकी अगरबत्ती, मयूराक्षी सिल्क के बाद शगुन सुतम् के माध्यम से आजिविका सखी मंडल की महिलायें स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए पोषाक तैयार करेंगी। 
हरिपुर पंचायत के बाबुपुर गांव में जिला का पहला शगुन सुतम् केन्द्र में महिलाओं को पोषाक तैयार करने एवं सिलाई के लिए दिया जा रहा है प्रषिक्षण।
प्रथम चरण में 2 और शगुन सुतम् केन्द्र - भैरवपुर प्रखंड जामा एवं नारगंज प्रखंड काठीकुण्ड में जल्द खोला जायेगा। 
प्रशिक्षण के उपरांत शुरुआती दौर में ये महिलायें स्कूलों के लिए पोषाक तैयार करेंगी।
तत्पष्चात् इनके द्वारा बाजार के लिए भी कपड़े तैयार किये जायेंगे। 
शुरूआती दौर में 30 महिलाओं को पोषाक निर्माण एवं सिलाई में निपुण किया जा रहा है। वस्त्र निर्माण के सभी प्रक्रियाओं यथा स्टिचिंग, प्रेसिंग, बटनिंग, फोल्डिंग, आयरनिंग, पैकेजिंग में निपुण किया जायेगा।
इस केन्द्र में बिजली आधारित मशीनों से ट्रेनिंग दी जा रही हैै।  
इसके अलावा इस केन्द्र में आधुनिक एम्ब्रोडरी मशीन, बटन लगाने का आॅटोमेटिक मशीन तथा कपड़ा प्रेस करने हेतु स्टीम आयरन भी लगाया गया। 
ज्ञात हो कि शगुन सुतम् का उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री ने बासुकिनाथ में श्रावणी मेला 2018 के उद्घाटन समारोह में किया था। इसके बाद दुमका प्रखंड के बाबुपुर गांव में दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार ने शगुन सुतम केन्द्र का विधिवत शुरुआत किया। बाबुपुर की महिलायें सकारात्मक सोच, उत्साह एवं उर्जा के साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है और अपने आपको सक्षम एवं आत्मनिर्भर बना रही है।



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