Friday, 5 October 2018

दुमका 05 अक्टूबर 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 858
दषहरा का त्योहार 10 अक्टूबर को कलष स्थापन के साथ शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो रहा है। 16 अक्टूबर को महासप्तमी, 17 अक्टूबर को महाअष्टमी तथा 18 अक्टूबर को महानवमी एवं 19 अक्टूबर को विजयादषमी मनाया जायेगा। दहषरा त्योहार 2018 के अवसर पर जिलान्तर्गत विभिन्न पूजा स्ािलो पर वृहत पंडाल का निर्माण के साथ-साथ मेला, रावण वध आदि का कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है एवं मूर्ति विसर्जन के दौरान जुलुस निकाले जाते है। 16 अक्टूबर को महासप्तमी पूजा के दिन विभिन्न पंडालों का पट आम लोगों के दर्षनार्थ एवं पूजानार्थ खोला जाता है। सप्तमी, अष्टमी एवं नवमी को अन्य दिनों की अपेक्षा सभी पूजा पंडालों में देवी की प्रतिमाओं एवं झांकियों के दर्षनार्थ काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। ये सबको ध्यान में रखते हुए दुमका के उपायुक्त मुकेष ने दुमका जिले के सभी नागरिकों से दुर्गापूजा का त्योहार शौहार्दपूर्ण ढंग से मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पूजा पंडालों के साथ-साथ पूरे मेला क्षेत्र पर जिला प्रषासन की नजर रहेगी। असमाजिक तत्वों से निपटने के लिए प्रषासन हमेषा तैयार रहेगा। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे निर्भीक होकर घूम सकते हैं जिला प्रषासन पूरी तत्परता से श्रद्धालुओं की सेवा में उपस्थित रहेगा। उन्होंने कहा कि सभी पूजा पंडाल में सीसीटीवी लगाना अनिवार्य है ताकि विषेष परिस्थिति में जिला प्रषासन वीडियो फुटेज को देख सके। पूजा पंडालों में अवैध विद्युत कनेक्षन ना हो इसका ध्यान रखा जाय। पूजा पंडाल में अग्निसमन यंत्र एवं ंबालु से भरी बाल्टी रखना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल सभी पंडालों का निरीक्षण कर प्रमाण पत्र देंगे कि पूजा पंडाल का निर्माण सुरक्षा मानकों के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि समिति के लोग पूजा पंडालों में जेनेरेटर, इनर्वटर, इमरजेंसी लाईट की व्यवस्था सुनिष्चित करेंगे। उन्होंने सभी पूजा समिति के लोगों को निदेष दिया कि महिला एवं पुरुष की अलग-अलग कतार की व्यवस्था हो इस बात का ध्यान रखा जाय। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंडाल में विपरित परिस्थितियों से निपटने के लिए आपात निकास द्वार बनाये जायें तथा उसे बड़े अक्षरों में प्रदर्षित करें। पूजा के दौरान किसी प्रकार के गाने जो सामाजिक समरसता को भंग करता हो या धार्मिक विद्वेष फैलाता हो बजाते पाये गये तो संबंधित समिति के सभी सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी। उन्होंने सिविल सर्जन दुमका को निदेष दिया कि पूजा के दौरान आपात स्थिति से निपटने हेतु सदर अस्पताल सहित दुमका जिला के प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्रों को 24ग7 कार्यरत रखना सुनिष्चित करेंगे। सभी पूजा पंडाल एवं अखाड़ा समिति में प्राथमिक उपचार बाॅक्स अवष्य रखेंगे साथ ही एम्बुलेंस की भी व्यवस्था रखेंगे। अवैध चंदा वसूली पर सम्पूर्ण रोक, जबरन चंदा वसूली करने वाले समीतियों पर कार्रवाई करने का निदेष दिया।

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