Tuesday 20 August 2019

दिनांक-20 अगस्त 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1322

महामहिम राज्यपाल महोदया का छात्राओं के साथ परिचर्चा.....
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, झारखंड सरकार के अंतर्गत $2 एकलव्य मॉडल आवासीय बालिका विद्यालय काठीजोरिया, दुमका में महामहिम राज्यपाल महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने भ्रमण एवं छात्राओं के साथ परिचर्चा की। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के कंप्यूटर लैब का उद्घाटन किया। कम्प्यूटर लैब के उद्घाटन के उपरांत उन्होंने छात्राओं को कहा कि शिक्षकों द्वारा दिए गए कंप्यूटर प्रशिक्षणों का अनुसरण करें एवं उसका प्रैक्टिकल भी करें। 
साथ ही छात्राओं द्वारा बनाये गए विज्ञान प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया। छात्राओं द्वारा बनाए गये जल संचयन प्रदर्शनी, जैव विविधता एवं परम्परागत हस्त कला के बारे में छात्राओं से जानकारी ली एवं उन्हें प्रोत्साहित किया। इसके पूर्व राज्यपाल महोदया एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। 
राज्यपाल महोदया के समक्ष कक्षा 11वीं की छात्राओं ने महिला सशक्तिकरण विषय पर अंग्रेजी एवं हिंदी में अपने विचार रखकर महिलाओं को सशक्त करने की बात कही। इस अवसर पर छात्राओं द्वारा राज्यपाल महोदया के समक्ष स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। राज्यपाल के आदेशानुसार छात्राओं ने उनके समक्ष ‘‘ढ़ोल मांदर बाजे रे’’ गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। 
इस अवसर पर राज्यपाल महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने विद्यालय परिसर में उपस्थित सभी जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस विद्यालय का भ्रमण मैं दूसरी बार कर रही हूँ। 
विद्यालयों का भ्रमण करना अच्छा लगता है। मैं जानना चाहती हूं कि बच्चे कैसे पढ़ते है। कैसे रहते है। उनको रुचि किस क्षेत्र में है। उन्होंने कहा कि यहां के बच्चों को सिर्फ नर्सिंग या पुलिस में ही नहीं बल्कि डीसी, एसपी, मंत्री एवं डॉक्टर बने देखना चाहती हूं। इसके लिए आप सभी पूरे लगन के साथ मेहनत करें। उन्होंने कहा कि आप सभी क्षेत्र में आगे बढ़े। पढ़ाई के साथ साथ आप अपने रुचि के अनुसार खेल कूद या संगीत में भी आगे बढ़े, और जीत का लक्ष्य लेकर चले। उन्होंने गुलदस्ता का उदाहरण देकर बच्चों को प्रोत्साहित किया, और कहा कि जब अपने बगीचे में अलग अलग पौधा लगाते हैं तो उसी प्रकार हमें एक विद्यालय में अलग अलग क्षेत्र के बच्चों को तैयार करना होगा। 
उन्होंने कहा कि अब पुरूष प्रधान देश नहीं रहा। अब 50 प्रतिषत महिलाएं है। आज महिलाओं एवं पुरुषों को मिलकर कार्य करना चाहिए। महिला प्रधान नहीं बनना, लेकिन उन्हें समान दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने अपने बचपन की कहानियां सुनकर बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं की नौकरी करने के लिए ही पढ़ना जरूरी है। एक मां बनने के लिए भी पढ़ना जरूरी है। किसान अन्नदाता हैं। उन्हें भी सम्मान देना चाहिए। उन्होंने अंत में छात्राओं को कहा कि घुलमिलकर रहे और सभी क्षेत्र में कार्य करें। उन्होंने विद्यालय छात्रा संघ की प्रेसिडेंट (छात्रा) से कहा कि ये राज्यपाल से भी बड़ी हैं। उनसे बातचीत की।
इस अवसर पर कल्याण विभाग की मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहा कि आज एक यादगार दिन है क्योंकि हमारे समक्ष राज्यपाल महोदया आई हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय वर्ष दर वर्ष बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। चाहे वो विद्यालय में सुविधाओं से संबंधित हो या फिर छात्राओं के परीक्षा परिणाम से। सभी क्षेत्र में विद्यालय का बेहतर प्रदर्शन हो रहा है। उन्होंने कहा कि यहां की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी अच्छा प्रदर्शन कर राज्य स्तर पर जगह बनाई है।
यहाँ की छात्राएँ खेल कूद में भी बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब यहां की छात्राएं भी सीबीएससी बोर्ड दे सकती हैं। कल्याण विद्यालय द्वारा संचालित विद्यालयों में स्किल डेवलपमेन्ट का भी कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों को हर तरह की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। सरकार द्वारा सभी का मोनिटरिंग भी किया जाता है। 
इस अवसर पर उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, अन्य वरीय पदाधिकारी, शिक्षक एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थे।

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