Wednesday, 9 March 2022

दिनांक- 9 मार्च 2022 प्रेस विज्ञप्ति संख्या-232

 दिनांक- 9 मार्च 2022

प्रेस विज्ञप्ति संख्या-232


बच्चों में कृमि संक्रमण के खतरे से बचाव हेतु झारखण्ड में 10 मार्च 2022 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का आयोजन


दुमका में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की झलक मार्च 2022 में लक्षित कुल 1- 5 वर्ष तक के बच्चों की कुल संख्या 1,74,167


मार्च 2022 में लक्षित कुल 6- 10 वर्ष तक के बच्चों की कुल संख्या: 4,65,182


मार्च 200 में कुल दुमका जिला का 1-19 वर्ष तक के बच्चों की कुल संख्या 6,39,349


बच्चों एवं किशोरी में कृमि संक्रमण से जुड़े जन स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखण्ड सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का आयोजन राज्य के चिन्हित 18 जिलों (चतरा, दुमका, गढ़वा, गिरीडीह, गोड्डा, हजारीबाग, जामताड़ा खूंटी, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, पाकुड़, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, रांची, सरायकेला खरसावां और सिमडेगा) में 10 मार्च 2022 को आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत चिन्हित 18 जिलों में सभी स्कूल और आंगनवाड़ी में 1 से 19 साल तक के सभी बच्चों को एल्वेंडाजॉल की दवाई खिलाकर कृमि मुक्त किया जायेगा। अनुपस्थिति या बीमारी के कारण जिन बच्चों को मार्च 10, 2022 राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर कृमि नियंत्रण की दवाई नहीं खिलाई जा सकेंगी उन्हें 14 मार्च को मॉप-अप दिवस पर कृमि मुक्त किया जायेगा। जो बच्चे राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 10 मार्च 2022 और मॉप-अप दिवस 14 मार्च के दिन दवा खाने से वंचित रह जाएंगे उन्हें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहिया के सहयोग से घर-घर जा कर 15 से 17 मार्च 2022 के बीच कृमि नाशक दवा एल्वेडाजॉल खिलायी जायेगी। यदि किसी घर में कोविड-19 मरीज के होने की वजह से उस घर के बच्चे को दवा नहीं खिलाई जा सकी हो तो वैसे घरों के बच्चों को कोविड-19 मरीज के संक्रमण मुक्त होने के पश्चात दवा खिलाई जाएगी। शिक्षक तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 1-19 वर्ष के सभी बच्चों एवं किशोरों को कृमि मुक्ति की दवा स्वयं खिलाना सुनिश्चित करेंगे।


राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य झारखण्ड में सभी बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण सम्बन्धी स्थिति एवं विकास तथा जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए उन्हें कृमि मुक्त करना है। आम तौर पर यह देखा गया है की कृमि सक्रमण का बच्चों के स्वास्थ्य और उनके सम्पूर्ण विकास पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है। भारत में कृमि संक्रमण एक जन स्वास्थ्य के समस्या के रूप में उभर रहा है। डब्ल्यू एच ओ के अनुमानुसार भारत में 1 से 14 साल तक की उम्र के 22 करोड़ से भी अधिक बच्चों को कृमि संक्रमण का खतरा है। साथ ही डब्ल्यू. एच.ओ. की घोषणा के अनुसार विश्व में भारत उन देशों में से एक है जहाँ कृमि संक्रमण और इससे संबन्धि रोग सबसे अधिक पाए जाते हैं कृमि संक्रमण की रोकथाम के लिए एल्बेंडाजॉल दवाई का सेवन एक सुरक्षित, लाभदायक एवं प्रभावी उपाय है जो साक्ष्य आधारित और वैश्विक स्तर पर स्वीकृत है।


झारखंड सरकार सभी लोगों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य मिशन का उद्देश्य बीमारी और मृत्यु दर को कम करने के लिए विशेष रूप से दूरस्थ और कठिन क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस राज्य के युवा आबादी के स्वास्थ्य के निर्माण की दिशा में एक ऐसी पहल है जो शरीर और मस्तिष्क दोनों को स्वस्थ बनाता है।


कृमि नियंत्रण की दवाई सभी के लिए सुरक्षित है, किसी भी तरह कि प्रतिकूल घटना प्रबंधन हेतु राज्य सरकार ने 104 ( स्वास्थ्य हेल्प लाइन सेवा) तथा 108 ( एम्ब्युलेन्स) के साथ-साथ सभी ब्लॉक / जिला में आपातकालीन चिकित्सा टीम भी तैयार रखा है।

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कोरोना (COVID-19) आपातकालीन डायल नंबर: 

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जिला कंट्रोल रूम - 06434-295042,9508250080, 9934414404

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राष्ट्रीय कॉल सेंटर -1075

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