Monday 15 August 2016

दुमका, 15 अगस्त 2016 
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 506 
 स्वतंत्राता दिवस समारोह 2016
दुमका के राजनगर और दुधानी में बनेगा खादी पार्क
देवघर के देवीपूर में प्लास्टीक पार्क
गोड्डा में हैण्डलूम क्लस्टर की स्थापना
70वें स्वतंत्रता दिवस पर दुमका के पुलिस लाईन मैदान में स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर आम आवाम को सम्बोधित करते हुए झारखण्ड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि शासन में जनभागीदारी, भ्रष्टाचार उन्मूलन, कृषि एवं आधारभूत संरचना का विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा महिला सशक्तिकरण हमारी सरकार की प्राथमिकतायें हैं और जन-आकांक्षाओं के अनुरूप समावेशी एवं न्यायोचित विकास के लिए हमारी सरकार अथक प्रयास कर रही है।
राज्यपाल ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, सरदार भगत सिंह समेत उन सभी महान विभूतियों के प्रति असीम श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर हमें एक स्वतंत्र एवं समृद्ध देश के निर्माण का सुअवसर प्रदान किया। संथाल परगना की यह पवित्र भूमि विदेशी शासन के खिलाफ विद्रोह एवं बलिदानों की साक्षी रही है। 
कहा कि बदलता झारखण्ड और बढ़ता झारखण्ड पूरे राष्ट्र में महसूस किया जा रहा है। उन्होंने घोषणा की कि संथाल परगना क्षेत्र के समुचित विकास के लिए ैंदजींस च्ंतहंदं प्दकनेजतपंस ।तमं क्मअमसवचउमदज ।नजीवतपजल का गठन किया गया है तथा इसके अन्तर्गत आधारभूत संरचना के निर्माण एवं विस्तार हेतु देवघर के देवीपुर में 500 एकड़ भूमि अर्जित की गयी है। वर्तमान में अर्जित भूमि के एक भाग में देवघर के देवीपुर में प्लास्टिक पार्क के निर्माण की स्वीकृति सरकार द्वारा प्रदान की जा चुकी है। दुमका के राजनगर एवं दुधानी में खादी पार्क की स्थापना की जा रही हैै।
राज्यपाल ने कहा कि संथाल परगना क्षेत्र में रेशम उद्योग के विकास की पर्याप्त संभावनाओं के मद्देनजर गोड्डा में 76 करोड़ 57 लाख रु0 की लागत से मेगा हैण्डलूम कलस्टर के स्थापना की स्वीकृति दी गई है। इस योजना के अंतर्गत प्रथम चरण में 2 हजार बुनकरों को लाईटिंग यूनिट वितरित किया गया है। रेशम उत्पादन में वृद्धि हेतु 5,068 (पाँच हजार अड़सठ) रेशम उत्पादकों को उन्नत कीटपालन तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया तथा वर्तमान वित्तीय वर्ष में 15 हजार रेशम उत्पादकों को प्रशिक्षण दिये जाने के लक्ष्य पर कार्य किया जा रहा है। 
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राज्य के आधाभूत संरचना पर बोलते हुए कहा कि वर्ष 2015-16 में कुल लगभग 1100 कि0मी0 सड़कों एवं 25 पूलों का निर्माण कराया गया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 4 हजार करोड़ रूपये की योजना-लागत से 1450 कि0मी0 पथ तथा 40 पुल निर्माण कराये जाने का लक्ष्य है, जिसमें से अब तक लगभग 400 कि0मी0 सड़क एवं 10 पुल निर्माण का कार्य पूरा किया जा चुका है। दुमका प्रक्षेत्र में 235 करोड़ की लागत से 112 कि0मी0 पथ की स्वीकृति दी गई है। साथ ही देवघर एवं दुमका शहर एवं इसे जोड़ने वाली पथों का निर्माण कार्य पूरा कराया जा चुका है। गोविन्दपुर-जामताड़ा-दुमका-बरहेट-साहेबगंज पथ का उन्नयन, पुनरूद्धार, चैड़ीकरण एवं मजबूतीकरण का निर्माण अंतिम चरण में है तथा इसी वित्तीय वर्ष में कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य है। साथ ही राज्य के पर्यटन स्थलों के सुगम संपर्क हेतु पथ निर्माण का कार्य स्वीकृत कर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है, जिससे पर्यटक स्थलों एवं आसपास के क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित हो सकेगा।
राज्य के कृषि व्यवस्था पर बोलते हुए राज्यपाल ने कहा कि झारखण्ड में कृषि एवं किसानों का समुचित विकास नहीं हो पाया है, जिसके लिए प्राकृतिक आपदा के साथ-साथ जल का समुचित प्रबंधन न होना तथा सिंचाई सुविधाओं का अभाव भी महत्वपूर्ण कारक रहे हैं। झारखण्ड की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सरकार द्वारा कई बड़ी, मध्यम् एवं लघु सिंचाई परियोजनायें पूर्ण की गई हैं, जिससे राज्य में कुल 9 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि योग्य भूमि में सिंचाई क्षमता विकसित हुई है। इसके अतिरिक्त संथाल परगना क्षेत्र में कई छोटी-बड़ी सिंचाई योजनाएँ जैसे- देवघर जिला अन्तर्गत बुढ़ई जलाशय योजना, पाकुड़ जिला अन्तर्गत सूर्योदी जलाशय योजना, दुमका जिला अन्तर्गत दिग्गल पहाड़ी, बड़ा नदी जलाशय योजना, कैराबनी जलाशय योजना तथा गोड्डा जिला अन्तर्गत कझीया वीयर योजना के पुनरूद्धार हेतु कार्य किया जा रहा है तथा इस वर्ष के अंत तक कार्य प्रारम्भ कर लिया जायेगा। इन योजनाओं के पूर्ण होने पर संथाल परगना क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार हो सकेगा तथा किसानों में खुशहाली आयेगी। राज्य की कृषि मुख्यतः वर्षा पर आधारित है। वर्षा जल के संग्रहण एवं समुचित उपयोग तथा गिरते भू-गर्भ जल-स्तर को रोकने के लिए सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर ‘‘डोभा’’ का निर्माण कराया गया है तथा वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक कुल 1,85,089 (एक लाख पचासी हजार नवासी) डोभा का निर्माण पूर्ण हो चुका है एवं 524  सरकारी तालाबों के गहरीकरण का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। इससे वर्षा जल के संचयन में मदद मिलेगी तथा खरीफ के मौसम में असामान्य स्थिति उत्पन्न होने पर भी सिंचाई की सुविधा होगी। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले वर्ष राज्य में अल्पवृष्टि के कारण प्रभावित क्षेत्र में सरकार द्वारा सुखाड़ की घोषणा की गई तथा 356 करोड़ 56 लाख रु0 अनुदान किसानों के बीच वितरित किया गया। 75 प्रतिषत अनुदान पर किसानों को बीज उपलब्ध कराया गया। साथ ही किसानों के फसल बीमा के अंशदान का भुगतान भी सरकार के द्वारा किया गया। इस प्रकार हमारी सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील है और मुश्किल की घड़ी में किसानों के साथ खड़ी रहने के लिए ढृढ़ संकल्पित है। राज्यपाल ने कहा कि किसानों की बदहाली को दूर करने के लिए तथा उनकी आय को दोगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा विस्तृत कार्यक्रम तैयार कर उस पर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। कृषि लागत को कम करने के लिए नयी तकनीक के प्रयोग तथा यंत्रीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। किसानों के बीच ‘सोइल हेल्थ कार्ड’ ;ैवपस भ्मंसजी ब्ंतकद्ध का वितरण किया जा रहा है। एकीकृत उर्वरक प्रबंधन तथा एकीकृत कीट व्याधि नियंत्रण के प्रयोग से चतवकनबजपअपजल में वृद्धि होगी। जीरो टिलेज टेकनीक र्;मतव जपससंहम जमबीदपुनमद्ध का इस्तेमाल करते हुए एक फसली खेती को दो-फसली करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उपाय किये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त कृषि उत्पादों का मूल्य संवर्द्धन, भण्डारण एवं विपणन में नई तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे फसलों की बर्बादी कम होगी और किसानों की आय में अपेक्षित वृद्धि होगी।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य हमारी मूलभूत आवश्यकता है। शिक्षा के विकास हेतु सरकार द्वारा हर स्तर पर प्रयास जारी है। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए प्रारम्भिक एवं मध्य विद्यालयों में लम्बे समय से रिक्त पड़े पदों पर शिक्षकों की नियुक्तियाँ की गई हैं। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं की कमी को दूर करने हेतु 520 करोड़ रु0 की अतिरिक्त राशि का प्रावधान किया गया है, जिससे विद्यालयों में ठमदबी.कमेा, म्गजतं बसंेे तववउ का निर्माण तथा विद्यालयों के म्समबजतपपिबंजपवद का कार्य किया जायेगा। दुमका प्रमण्डल के 10 हजार विद्यालयों को इस योजना में सम्मिलित है। शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सभी  ैमबवदकंतल ैबीववसे में स्पइतंतल  एवं स्ंइवतंजवतल उपलब्ध कराने के लक्ष्य पर कार्य किया जा रहा है। बालिका शिक्षा के विकास एवं आधुनिकीकरण हेतु कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस, वाई-फाई एवं टेबलेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। 
झारखण्ड के स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि झारखण्ड के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु हमारी सरकार वचनबद्ध है। शिशु स्वास्थ्य, मातृत्व स्वास्थ्य, टीकाकरण, पोषण इत्यादि पर सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आदिम जनजातियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षित रखने के लिए संथाल परगना क्षेत्र में ‘पहाड़िया विशेष स्वास्थ्य योजना’ के अंतर्गत 18 पहाड़िया उपस्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। ‘आदिम जनजाति बिरसा आवास योजना’ के तहत इन्हें आवास की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि झारखण्डवासियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेवारी है और हमारी सरकार इस दिशा में सघन प्रयास भी कर रही है। वित्तीय वर्ष 2015-16 में 800 मिनी जलापूर्ति योजना तथा 32 बड़ी योजनाएँ पूर्ण की गई, जिससे लगभग 25 प्रतिशत आबादी तक पाईप जलापूर्ति के माध्यम से स्वच्छ पेयजल की सुलभता सुनिश्चित की जा सकी है। दुमका प्रक्षेत्र के अंतर्गत बरहेट एवं राजमहल में पेयजल को आर्सेनिक के प्रभाव से मुक्त करने के लिए गंगा नदी आधारित मेगा ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना अक्टूबर, 2016 तक प्रारम्भ कर ली जायेगी। साहेबगंज एवं पाकुड़ शहरी जलापूर्ति योजना अक्टूबर, 2016 तक पूर्ण होने की सम्भावना है। वर्ष 2020 तक 50 प्रतिशत ग्रामीण आबादी को पाईप लाइन के माध्यम से जलापूर्ति करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।
महिला सषक्तिकरण पर बोलते हुए राज्यपाल ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए सरकार द्वारा पुलिसकर्मियों की नियुक्ति में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। ‘‘कन्या भ्रूण हत्या रोको-बेटी बचाओ अभियान’’ का आरम्भ राज्य के तीन जिलों में मार्च, 2016 में किया गया, जिसके अन्तर्गत सहिया एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा 55,580 (पचपन हजार पाँच सौ अस्सी) गर्भवती महिलाओं का सर्वे किया गया। लिंग चयन एवं भू्रण हत्या को रोकने के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। राज्य की विधवा महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से राज्य में ‘विधवा सम्मान पेंशन योजना’ प्रारम्भ की गई है, जिसके तहत् 18 वर्ष से ऊपर की सभी विधवा महिलाओं को प्रतिमाह 600 रु0 की दर से पेंशन राशि भुगतान का प्रावधान किया गया है। 
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि झारखण्ड विकास के पथ पर अग्रसर है और विकास की इस यात्रा में हमारी सरकार सबको साथ लेकर आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक, पिछड़े एवं कमजोर वर्गों के विकास के लिए कई कल्याणकारी योजनायें सरकार द्वारा चलायी जा रही है। कल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ लक्षित समूहों तक पहुँचे, इसके लिए आवश्यक है कि प्रशासन चुस्त-दुरूस्त, संवेदनशील एवं पारदर्शी हो। प्रशासन में प्दवितउंजपवद ज्मबीदवसवहल के अधिक-से-अधिक प्रयोग पर हमारी सरकार द्वारा जोर दिया जा रहा है। डवइपसम ळवअमतदंदबम एवं म.कपेजतपबज परियोजना के अंतर्गत ज्यादातर सेवाओं को वदसपदम कर जनता के लिए सर्वसुलभ सरकार की स्थापना का प्रयास किया जा रहा है।
राज्पाल ने कहा कि आजादी के 70 वर्षों में हमने विकास की लम्बी यात्रा तय की है, परन्तु अभी भी कई मूलभूत समस्यायें बनी हुई हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा, बेरोजगारी, बिजली, स्वच्छ पेयजल आदि क्षेत्रों में सुधार हेतु गम्भीर एवं सार्थक प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि बेरोजगारी की समस्या कई समस्याओं के मूल में है। सरकार बेरोजगारी और पलायन रोकने के लिए कई स्तरों पर प्रयास कर रही है। जहां एक तरफ सरकारी क्षेत्र के रिक्त पड़ें पदों को तेजी से भरने की कार्रवाई की जा रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य के होनहार युवक-युवतियों के जतंपदपदह एवं  ेापसस कमअमसवचउमदज के द्वारा उन्हें रोजगार के अधिकाधिक अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हंै। हमारी सरकार लघु एवं कुटीर उद्योगों तथा ैमस िभ्मसच ळतवनचे का वित्त पोषण कर स्वरोजगार को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।
स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए राज्यपाल ने राज्य के विकास में आने वाली चुनौतियों और समस्याओं का एक जूट होकर सामना करने की बात कही और राज्य को समृ़द्ध खुषहाल और विकसित राज्य बनाने के लिए साझे प्रयास पर बल दिया। 
पुलिस लाईन मैदान पर राज्यपाल ने झण्डोत्तोलन से पूर्व शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। 
राज्यपाल ने मंच पर परेड की सलामी ली और परेड का खुली जीप में निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय राज्यपाल के साथ खुली जीप में पुलिस अधीक्षक दुमका प्रभात कुमार तथा परेड को कमाण्ड कर रहे पुलिस उपाधीक्षक जामताड़ा जयदीप लकड़ा उपस्थित थे। परेड में सेकेंड इन कमांडसम्पति परिचारी, दुमका जागेष्वर टोपनो, एसएसबी एस. आई. देवेन्द्र कुमार, आई आर बी एस. आई. डिबरू टोप्पो, जैप 9 एस. आई गोपीकान्त यादव, दुमका जिला बल प्रा. अ. नि. चुन्नु धनवा, साहेबगंज जिला बल एस आई रविन्द्र नाथ, जामताड़ा ़ पाकुड़ जिला बल एस आई सोमरा मुण्डा, गोड्डा जिला बल प्रा. अ. नि. स्लेषटिन बारला, होम गार्ड दुमका एस आई ध्रुव कुमार तिवारी, सिरमुनियम बैंड हजारी बाग मो0 ग्यासुद्दीन, ़नेषनल हाई स्कूल दुमका एनसीसी लड़को के लिए अनुज कुमार, जिला स्कूल दुमका  एनसीसी लड़को के लिए सोमनाथ कुमार मिश्रा, सि.का.उ.वि. दुमका एनसीसी लड़कियों के लिए खुषी वर्मा, $2 रा.क.उ.वि., दुमका एनसीसी लड़कियों के लिए रिया कुमारी, जिला मुख्यालय स्काउट दल रितिक कुमार, $2 रा.क.उ.वि., दुमका गाईड अंकिता शर्मा, अ.ज.जा.आ.बा.उ.वि. कड़हरबील गाईड सोनी मरांडी, संत तेरेसा बा.उ.वि. दुमका गाईड सुमित्रा सोरेन, अग्नि शमन सेवा, दुमका, ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह ने भाग लिया। 
स्वतंत्रता दिवस समारोह 2016 के अवसर पर मैट्रीय एवं इन्टरमिडिएट परीक्षा में जिला में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को भी माननीय राज्यपाल ने सम्मानित किया। जिनमें ज्ञान किषोंर किस्कू, ज्ञान मंजरी षिवपहाड़ मैट्रिक परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त किया है। इन्टरमिडिएट के विज्ञान शाखा से स्नेहा कुमारी $2 बीसीआउवि कुरूवा, दुमका, कला शाखा से वसंती कुमार $2 नेषनल उच्च विद्यालय, दुमका एवं वाणिज्य शाखा से उज्जवल कुमार एमजी इन्टर काॅलेज रानेष्वर के छात्र/छात्रा रहे। 
राज्यपाल के आगमन से पूर्व परेड की सलामी आयुक्त संताल परगना बालेष्वर सिंह तथा डीआईजी देव बिहारी शर्मा ने ली।


















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