Friday, 26 August 2016

दुमका, 26 अगस्त 2016 
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 525 
दुमका की बेटियों को ‘‘मुख्यमंत्री लक्ष्मी लाडली योजना’’ का लाभ मिले
- राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका 
 दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने आज कहा कि दुमका की बेटियों को मुख्यमंत्री लक्ष्मी लाडली योजना का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने जिला के समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा तिर्की को यह निदेष दिया कि वे इसे एक अभियान का शक्ल दें। उपायुक्त ने कहा कि 2 सितम्बर को मसलिया, रानेष्वर, गोपीकान्दर, जरमुण्डी एवं रामगढ़ में तथा 3 सितम्बर को षिकारीपाड़ा, दुमका, जामा सरैयाहाट एवं काठीकुण्ड में विषेष षिविर लगाया जाय। प्रखंड के सभी गांव में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका, आंगन बाड़ी सेविकायें घूमघूम कर प्रचार प्रसार करेंगी। उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों चिकित्सा पदाधिकारियों को भी निदेष जारी किया कि वे इस कार्यक्रम का प्रचार प्रसार करें। उपायुक्त ने षिविर लगाने की जिम्मेदारी तथा लाभुकों को सहयोग प्रदान करने हेतु अभिलेख इत्यादि की जिम्मेदारी सभी सीडीपीओ, महिला सुपरवाईजर तथा आंगनवाड़ी सेविकाओं की रहेगी। षिविर सुबह 11 बजे से सायं 5 बजे तक चलेगी। उपायुक्त ने यह निदेष दिया कि इसे महज एक निर्वाह करने वाले कार्यक्रम के रूप में ना लेकर एक अभियान के रूप में चलाया जाना चाहिए। 
मुख्यमंत्री लक्ष्मी लाडली योजना वर्ष 2013 से चल रही है। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार की बच्चियों को जन्म के साथ सरकार 6 हजार रू0 जन्म के 6 वर्षों तक प्रत्येक वर्ष बच्ची के खाते में जमा करती है तथा कक्षा 9 में पहुंचने पर 4 हजार रू0 तथा 11वीं में पहुंचने पर 7500 रू0 जमा करती है। 12वीं में पूरे वर्ष प्रत्येक माह 200 रू0 एवं 21 वर्ष की अवस्था में 1 लाख 8 हजार रू0 मेच्यूरिटी के रूप राषि प्राप्त होती है। विवाह के समय कन्या को 60 हजार रू0 की राषि एक मुस्त दी जाती है। इसके लिए यह होना चाहिए कि लाभुक के परिवार में केवल दो बच्चे हों तथा लाभुक कन्या का विवाह 18 वर्ष के पूर्व ना हो साथ ही उसकी पढ़ाई में कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो।


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