दुमका, 8 अगस्त 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 478
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2016 वासुकिनाथधाम
उफ्फ !! यह सैलाब नहीं सुनामी है
सावन की तीसरी सोमवारी को बैद्यनाथधाम और वासुकिनाथधाम में बोल बम की सुनामी!!
वासुकिनाथधाम में देर शाम तक कांवरियों की संख्या डेढ़ लाख पार कर जायेगी। 4ः00 बजे तक कुल 1,19,825 श्रद्धालु बाबा वासुकिनाथधाम पर जलार्पण किया। इनमें 3025 शीघ्र दर्षनम् दर्षनार्थी रहे। 9433 डाकबम कांवरिया ने बाबा वासुकिनाथ पर जलार्पण किया। कुल चढ़ावा राषि 95,570 रु जिनमें गोलक से 84,610 एवं दान रसीद से 10,960 रु रहा। चाँदी का द्रव्य कुल 186 ग्राम रहा। 12 चाँदी का सिक्का 10 ग्राम एवं 8 चाँदी का सिक्का 5 ग्राम विक्रय हुआ।
डाकबमों की संख्या में पिछले सोमवार की तुलना में लगभग 7 गुणा इजाफा हुआ। लगभग 10000 हजार डाकबम बाबा वासुकिनाथ की ओर छाले पड़े पांव धीरे-धीरे बढ़ा रहे थे। हंसडीहा से नोनीहाट के रास्ते वासुकिनाथधाम तक 20 हजार से अधिक लोग कांवरियों की सेवा में जुटे हुए थे। सब अपने अपने गांव के डाकबमों की प्रतीक्षा कर रहे थे। ऐसा लग रहा था कि डाकबम नहीं राजतिलक के लिए स्वयं महादेव का आगमन हो रहा था। क्या बच्चे क्या बुढ़े - सड़कों पर ही पूरा समाज उतर आया था। धर्म की दीवारें भी टूट गई थी। सभी केवल कांवरियों की सेवा को और उनके जज्बों को सलाम कर रहे थे।
दुमका के डीसी राहुल कुमार सिन्हा एसपी प्रभात कुमार देर रात से मेला क्षेत्र में जमें हुए थे। रात 11 बजे से कांवरियों ने कतारबद्ध होना शुरू कर दिया था। शांतिपूर्ण ढंग से जलार्पण होता रहा। सभी सुरक्षा कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, सूचना सहायता कर्मी एवं और मीडिया सेंटर पर टीम पीआरडी हर दिन की भांति अपने कर्तव्य स्थल पर डटे हुए रहे।
बेतहासा गर्मी और दौड़ते हुए डाकबमों ने जब मंदिर में जलार्पण किया तो कई पुरूष और महिला लगभग 79 डाकबम बेहोष हो कर गिर पड़े। मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी एवं सूचना सहायता कर्मी तुरंत अपने-अपने पोस्ट को छोड़कर श्रद्धालुओं की मद्द में लग गये। स्थिति जितनी बिगड़ती गयी इन सब ने उतना ही जोर लगा दिया। सभी श्रद्धालुओं को तुरंत सुरक्षा कर्मी, सूचना सहायता कर्मी एम्बुलेंस एवं स्टेचर के द्वारा स्वास्थ्य षिविर पहँुचाया गया। स्वास्थ कर्मी तुरंत अपने पूरे टीम के साथ श्रद्धालुओं के इलाज में जुट गये। इसका नतीजा यह निकला सभी श्रद्धालु स्वस्थ होकर अपने-अपने घर को निकल रहे है। पूरी घटना दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के नजरों के सामने हुई। दुमका के उपायुक्त ने मंदिर परिसर में तैनात सभी सुरक्षा कर्मी, सभी स्वास्थ्य कर्मी एवं सूचना सहायता कर्मियों को समर्पण और तत्परता के साथ कार्य के लिए बधाई दी। उपायुक्त ने टीम पीआरडी को भी उनके समर्पण और बेहतर कार्य के लिए बधाई दी।
श्रावणी मेला अवसर पर स्वास्थ्य षिविरों द्वारा आज कुल 1440 कांवरियों कि चिकित्सा की गई। जिनमें मुख्य प्रषासनिक षिविर से 601, स्वास्थ्य उपकेन्द्र 76, रेफरल अस्पताल 56, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र 60, रेलवे स्टेषन 135, सूचना मंडप 69, बस स्टैण्ड 242, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी 48, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सहारा 49, स्वास्थ्य षिविर बोगली 27, स्वास्थ्य षिविर मोतिहारा 48, स्वास्थ्य षिविर सुखजोरा से 29 कांवरियों कि चिकित्सा की गई।
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