Sunday, 22 April 2018

दुमका 21 अप्रैल 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 223 
‘‘सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा’’ 

  • 23 से 30 अप्रैल 2018 तक चलेगा सड़क सुरक्षा सप्ताह
  • सड़क नियमों का पालन करनेवाले किये जायेंगे सम्मानित
  • विभिन्न विद्यालयों में आयोजित किये जायेंगे निबंध भाषण और क्वीज

झारखण्ड में प्रति वर्ष लगभग 5000 सड़क दुर्घटनायें होती है, जिसमें लगभग 3000 व्यक्तियों की मौत और लगभग 4000 लोग घायल हो जाते है। सड़क हादसों और चोट के मामलों की संख्या को कम करने के साथ ही सावधान और सुरक्षित होने के लिये सभी आयुवर्ग के लोगों के लिये सड़क सुरक्षा बेहद जरुरी है। इसी उद्देश्य से जिला परिवहन कार्यालय दुमका द्वारा 23 से 30 अप्रैल 2018 तक 29वां सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जायेगा। इस बार सड़क सुरक्षा सप्ताह का थीम है ‘‘सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा’’। इसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे ताकि लोगों में जगरूकता फैले। इस क्रम में सर्वप्रथम दिनांक 23 अप्रैल 2018 को सड़क सुरक्षा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जायेगा। सड़क सुरक्षा रथ के माध्यम से सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों के बारे में लोगों को जानकारी दी जायेगी। दिनांक 24 से 27 अप्रैल 2018 तक दुमका जिले के विभिन्न विद्यालयों में निबंध लेखन, वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित किया जायेगा तथा बच्चों को सड़क सुरक्षा के प्रति जगरूक किया जायेगा। इस बीच सघन वाहन जाँच अभियान चलाकर सड़क सुरक्षा के नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जायेगा तथा उनकी काउन्सेलिंग की जायेगी। दिनांक 28 अप्रैल 2018 को एलईओ क्लब आॅफ दुमका के सहयोग से विवेकानन्द चैक पर आम नागरिकों को भी सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जायेगा। दिनांक 30 अप्रैल 2018 को इस अभियान के तहत हस्ताक्षर अभियान चलाया जायेगा। साथ ही सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने वालों को सम्मानित भी किया जायेगा।जिला कार्यालय दुमका द्वारा सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित विस्तृत मार्गदर्शिका जारी की गई है ।इसके अनुसार सवारी करते समय दोनों सवारों के लिए हेलमेट पहनना जरूरी होता है ।क्योंकि दुर्घटना के समय ड्राइवर के साथ साथ पीछे बैठे व्यक्ति को भी चोट लगने का खतरा बराबर का होता है।
ड्राइव करते समय मोबाइल फोन का प्रयोग बेहद खतरनाक माना जाता है क्योंकि ऐसा करने से ड्राइविंग करते समय ध्यान भटकने और दुर्घटना होने की संभावना प्रबल होती है। ड्राइविंग के समय सेल फोन का प्रयोग गैरकानूनी है।
चारपहिया वाहन चलाते समय बेल्ट को  कस के पहनना चाहिए तथा उसे लॉक कर और अपने शरीर को बेल्ट के सम्मुख आगे की ओर ले जाना चाहिए ताकि असली में क्रैश होने की स्थिति में टक्कर के एकदम बाद सवार का शरीर इसी अवस्था में रहे। जानकारी दी कि सड़क के जंक्शन, पैदल यात्री मार्ग और सड़क के मोड़ पर धीरे हो जाएं या रुक जाएं और तब तक प्रतीक्षा करें जब तक कि आपको आगे मार्ग खाली हो जाने का यकीन नहीं हो जाता।
शराब पीकर गाड़ी ना चलाएं। यदि आपको शक हो कि कोई व्यक्ति शराब पीकर गाड़ी चला रहा है तो तुरंत पुलिस को कॉल करें।दुर्घटना के दौरान पीड़ितों की मृत्यु और विकलांगता की बढ़ती संख्या के चलते खतरे से बचने के लिए वाहन की फिटनेस अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जानी चाहिए।
जिंदगी के लिए सुरक्षित ड्राइविंग- समय रहते आप क्या करने जा रहे हैं इसके लिए दूसरों को चेतावनी देने के लिए अपने इंडिकेटर का प्रयोग करना ना भूलें लेकिन इतनी जल्दी भी नहीं कि दूसरे भ्रमित हो जाएं
हम सभी जानते हैं कि दुर्घटना का खतरा कम करने के लिए हमें गति सीमा का पालन करना चाहिए ।गति सीमा आमतौर पर ट्रैफिक चिन्ह पर बताई गई होती है।इसका हरहाल में पालन करना चाहिए ।

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