Thursday, 23 April 2020

दिनांक- 23 अप्रैल 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-365

उपायुक्त राजेश्वरी बी एवं पुलिस अधीक्षक वाईएस रमेश ने मॉक ड्रिल के दौरान कंटेनमेंट एरिया का निरीक्षण किया।
इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि दुमका जिले के निकटतम जिले में कोविड-19 से संक्रमित मामले की पुष्टि हो चुकी है ऐसी स्थिति में लॉक डाउन को और अधिक कड़ाई से अनुपालन कराना आवश्यक है साथ ही साथ जिला प्रशासन को ईपीआई सेंटर के लिए कंटेनमेंट प्लान के तहत कार्य करने हेतु आवश्यक तैयारी पूर्व से कर लेने की आवश्यकता है इसी क्रम में आज दोपहर 12:00 बजे से 4:00 बजे तक कंटेनमेंट प्लांट के तहत कार्य करने हेतु मॉक ड्रिल किया गया। कंटेनमेंट एरिया के अंतर्गत सभी प्रवेश पथों का बेरिकेडिंग सील किया गया है। ताकि क्षेत्र के बाहर का कोई व्यक्ति अंदर नहीं आए एवं अंदर का कोई व्यक्ति बाहर नहीं जाए। कंटेनमेंट एरिया में सफाई कर्मी घर-घर साफ-सफाई एवं नियमित रूप से सैनिटाइज कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा एसेंशियल सर्विस सप्लाई की टीम तैयार हैं। अगर किसी का आर्डर आएगा तो एसेंशियल आइटम उनके घर तक पहुंचाया जाएगा।
कंटेनमेंट एरिया की संपूर्ण गतिविधियों पर निगरानी रखने हेतु मुख्य चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरा स्थापित किया गया है। जिसकी निगरानी सिविल सर्जन कार्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष में किया जा रहा है।
! उपायुक्त ने कहा कि कंटेनमेंट प्लान क्या है जनता को यह समझ होनी चाहिए। यदि दुमका जिला में कोरोना पॉजिटिव केस आया तो यह कंटेनमेंट प्लान को तुरंत इंप्लीमेंट किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन को तैयार रहना है और जनता को भी इसके लिए जागरूक रहना है। इसीलिए मॉक ड्रिल किया गया है। मॉक ड्रिल के दौरान किसी प्रकार की समस्या आएगी तो उसका निराकरण कर तैयारी किया जाएगा। मॉक ड्रिल के उपरांत सभी पदाधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठक की जाएगी। कंटेनमेंट प्लान को इंप्लीमेंट कराने में किसी प्रकार की समस्या होती है। तो इन सब पर चर्चा की जाएगी, और इसका निराकरण किया जाएगा।


उपायुक्त ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग बहुत ही महत्वपूर्ण है। अपनी आदतों में सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाना चाहिए। सोशल डिस्टेंसिंग का लगातार अभ्यास करने से ही हम अपने जीवन शैली में ला सकते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है। कृषि एवं मनरेगा का कार्य शुरू किया गया है देखा जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसानों एवं मनरेगा मजदूरों द्वारा भी सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए अपने कार्य कर रहे हैं। चापाकल के पास जा रही महिलाएं भी सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन कर रही है। लेकिन अब भी कहीं कहीं से शिकायतें आती हैं। तो इस पर जिला प्रशासन द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाती है और लोगों को जागरूक किया जाता है।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक वाईएस रमेश ने कहा कि कंटेनमेंट प्लान का मॉक ड्रिल किया गया है। जगह-जगह पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था के तहत एंट्री प्वाइंट एवं एग्जिट प्वाइंट की व्यवस्था की गई है। सभी एंट्री एवं एग्जिट पॉइंट पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। पूरे कंटेनमेंट एरिया के लिए लगभग 300 पुलिस बल को तैनात किया गया है। इसके अलावा बफर जोन के लिए भी पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल को तैनात किया गया है। कंटेनमेंट जोन के लिए पीसीआर, पिंक पेट्रोल, बाइक एवं स्कूटी का इस्तेमाल किया गया है। अगर दुमका जिला में पॉजिटिव केस मिलता है तो किस तरह से जिला प्रशासन कार्य करेगी इसकी तैयारी हम कर रहे हैं। हम कैसे 24× 7 हर सीलिंग पॉइंट पर मॉनिटर कर सकते हैं। पर्याप्त मात्रा में बैरियर फोर्स, लाइट लगा सकते है। इन सब चीजों की तैयारियां किया जा रहा है। 
इस दौरान उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा सीसीटीवी से कंटेनमेंट एरिया की निगरानी की गई।


















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