दिनांक: 14 मई 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या -566
सीडब्ल्यूसी ने बालिका का बाल विवाह होने से रोका
रानीश्वर की 17 वर्षीय बालिका का शिकारीपाड़ा में होनेवाला था विवाह
चाइल्डलाइन दुमका ने बालिका को सीडब्ल्यूसी के समक्ष किया प्रस्तुत
जिले के रानीश्वर थाना क्षेत्र के हरिपुर पंचायत की 17 वर्षीय बालिका का बाल विवाह होने से रोक दिया गया है। इस बालिका की शादी 13 मई को शिकारीपाड़ा के चीरापाथर गांव में होना था, जिसकी शिकायत मिलने पर शिकारीपाड़ा बीडीओ सह बाल विवाह निषेध पदाधिकारी और चाइल्डलाईन को बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। चाइल्डलाईन दुमका के केन्द्र समन्वयक मधुसूदन सिंह और टीम मेंबर शांतिलता हेमब्रम ने शनिवार को बालिका को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष प्रस्तुत किया। सीडब्ल्यूसी के चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार यादव, सदस्य डा राज कुमार उपाध्याय, कुमारी विजय लक्ष्मी, रंजन कुमार सिन्हा और महिला सदस्य नूतन बाला ने बाल विवाह के इस मामले की सुनवायी की। बालिका ने अपने बयान में बताया कि 9 मई को उसकी मां ने किसी बात पर उसे डांट फटकार की थी, जिससे वह 10 मई को रानीश्वर से एक लड़के के साथ उसके घर शिकारीपाड़ा के चीरापाथर गांव चली गयी। उस लड़के की बड़ी बहन की 13 मई को शादी थी। उसकी मां ने कहा कि बेटे का भी उसी दिन वह उस (बालिका) के साथ विवाह करवा देगी। जब इसकी सूचना रानीश्वर इलाके में काम कर रहे जबाला एक्सन रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के सदस्यों को मिली, तो उन्होंने चाइल्डलाइन को इसी सूचना दी। बालिका की मां 12 मई को चीरापाथर पहुंच गयी और बालिका के नाबालिग होने के आधार पर शादी करवाने से इन्कार कर दिया, पर बालिका मां के साथ आने को तैयार नहीं हुई। जबाला के सदस्यों के साथ मिलकर चाइल्डलाईन ने उसे 13 मई को रानीश्वर पहुंचाया और 14 मई को उसे सीडब्ल्यूसी लेकर आयी। बालिका ने अपने बयान में बताया कि उसे 2010 में जांच में थैलेसीमिया से ग्रषित पाई गई थी, पर 2012 के बाद से उसे रक्त नहीं चढ़ाया गया है। आठवीं कक्षा में तीन बार फेल होने के बाद वर्ष 2018 से वह स्कूल नहीं जा रही है। सीडब्ल्यूसी ने बालिका के सर्वोत्तम हित में अंडरटेकिंग लेकर उसकी मां को सौंप दिया। सीडब्ल्यूसी के निर्देश पर चाइल्डलाइन द्वारा बालिका का दुमका के फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल में चिकित्सकीय जांच करवाया गया। रक्त की जांच नहीं हो पाने के कारण उसे सोमवार को दोबारा अस्पताल बुलाया गया है। समिति ने जरूरत पड़ने पर उसके लिए ब्लड की व्यवस्था भी की है।
डीसीपीओ प्रकाश चंद्र ने लोगों से अपील की है कि बाल विवाह होने की जानकारी मिलने पर चाइल्डलाईन दुमका की हेल्पलाईन नंबर 1098, या बीडीओ सह बाल विवाह निषेध पदाधिकारी , सीडब्ल्यूसी या डीसीपीयू को इसकी सूचना दें ताकि बाल विवाह को रोका जा सके।
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