Thursday, 29 September 2022

दिनांक- 21 मई 2022 प्रेस विज्ञप्ति संख्या-578

 दिनांक- 21 मई 2022

प्रेस विज्ञप्ति संख्या-578


ढाई माह से लापता बालिका को सीडब्ल्यूसी ने परिवार से मिलवाया

शिवरात्री मेला देखने के नाम पर घर से भाग गयी थी 15 वर्षीय बालिका

देवघर में मिलने के बाद वहां के सीडब्ल्यूसी ने उसे दुमका भेजवाया


अपने घर से शिवरात्री मेला घुमने के नाम पर भाग निकली रामगढ़ प्रखण्ड के लखनपुर पंचायत की एक 15 वर्षीय बालिका को ढाई माह बाद बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने उसके परिवार से मिलवा दिया है। रामगढ़ की यह बालिका देवघर में भटकते हुए पायी गयी थी और वहां के सीडब्ल्यूसी ने उसे वहां बालिकागृह में आवासीत कर रखा था। शुक्रवार को देवघर सीडब्ल्यूसी ने उसे एस्कोर्ट के साथ दुमका भेज दिया। अभिभावक के नहीं आने के कारण सीडब्ल्यूसी ने बालिका का बयान दर्ज कर उसे धधकिया स्थित बालिका गृह में आवासीत कर दिया। शनिवार को उसके पिता समिति के समक्ष प्रस्तुत हुए जिनका बयान दर्ज कर उन्हें बालिका को सौंप दिया गया। सीडब्ल्यूसी के चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार, सदस्य डा राज कुमार उपाध्याय, कुमारी विजय लक्ष्मी, रंजन कुमार सिन्हा और महिला सदस्य नूतन बाला ने बालिका और उसके पिता का बयान दर्ज किया। पिता ने समिति को बताया कि बालिका एक भाई और सात बहन है। उससे बड़ी दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। पोड़ैयाहाट प्रखण्ड के एक गांव में लगे शिवरात्री मेला देखने के लिए वह दो छोटी बहनों के साथ घर से निकली थी। उसने दोनों बहनों को घर भेज दिया और खुद कहीं चली गयी। उन्होंने उसकी काफी खोजबीन की पर उसका कुछ पता नहीं चला। फिर उन्हें बताया गया कि उनकी बेटी देवघर में मिली है जिसे दुमका भेजा गया है। वह बेटी को घर ले जाने आये हैं। बालिका ने अपने बयान में बताया कि वह सातवीं कक्षा तक पढ़ी है। वह बिना घर में कुछ बताये पोड़ैयाहाट चली गयी थी। वहां से वह ट्रेन में बैठकर देवघर चली गयी। जसीडीह में पुलिस ने उसे अपने संरक्षण में लेकर वहां के बालिका गृह में एक माह तक रखा और उसके बाद उसे दुमका भेजा है। वह अपने पिता के साथ घर जाना चाहती है और पढ़ाई जारी रखना चाहती है। सीडब्ल्यूसी ने बालिका को सीएनसीपी घोषित करते हुए उसकी इन्क्वायरी शुरू की और उसके सर्वोत्तम हित में उसे पिता के साथ घर भेज दिया।

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