Tuesday 26 July 2016

दुमका, 26 जुलाई 2016 
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 409 
राजकीय श्रावणी मेला 2016 महोत्सव

भीड़ कम हो या अधिक ड्यूटी पर रिलेक्स न हो...

आज वासुकिनाथधाम में दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा तथा पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने सुबह 4 बजे सभी चेक प्वाईन्ट का निरीक्षण किया। श्रावणी मेला के दौरान सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने निर्देष दिया कि भीड़ कम या अधिक होने पर अपने ड्यूटी को रिलेक्स न करें। 
शरीर से नहीं बल्कि पूरे मन से मेला में उपस्थित रहें
पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि कांवरियों की संख्या कब बढ़ जाय इस बात का पूर्वानुमान लगाना कठिन है। उन्होंने पुलिस एवं सिविल अधिकारियों से कहा कि हर पल केवल शरीर से नहीं बल्कि पूरे मन से मेला में उपस्थित रहें। अपना स्वनियंत्रण और धैर्य न खोयें। उन्होंने सीसीटीवी कन्ट्रोल रुम का भी निरीक्षण किया एवं काफी देर कन्ट्रोल रुम में बैठक कर पूरे मेले का जयजा लिया।

हम हैं तत्पर आप की सेवा में

क्या महिला क्या पुरूष सुरक्षा कर्मियों ने अपने व्यवहार से कांवरियों का दिल जीत लिया है। मंदिर परिसर एवं मेला क्षेत्र में असमाजिक तत्व किसी भी तरह की गड़बड़ी न करे इसके लिए पूरी रात प्रतिनियुक्त सुरक्षा कर्मी कड़ी मेहनत कर रहे है। श्रद्धालुओं के द्वारा कतारबद्ध होकर जलार्पण में भी सुरक्षा कर्मी अपनी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। जलार्पण के दौरान किसी भी तरह की घुसपैठ न हो इसके लिए सुरक्षा कर्मी हमेषा तैयार दिखे। 

जल चढ़ाते ही पैर हो जाते हैं षिथिल

बाबा पर जल चढ़ाने के लिए सौ से अधिक किलोमीटर की यात्रा दुष्कर नहीं लगती कंकड़ पत्थर का अहसास नहीं होता बस बाबा पर जल दे सकूँ उन तक अपनी व्यथा सुना सकूं इसका ही ध्यान रहता है। यह बात पष्चिमी चम्पारण के लौरिया से आये कांवरियों के जत्था का नेतृत्व कर रहे जगदीष साव ने कहा। उन्होंने कहा कि जैसे ही बाबा पर जलार्पण करते हैं पैर मानों जम जाते हैं। गर्भ गृह से निकलना भी मुष्किल जो जाता है। झारखण्ड की सरकार ने दुम्मा से वासुकिनाथधाम तक देव भूमि जैसी व्यवस्था कर दी है। हम एक नया अहसास लेकर जा रहे हैं। उप निदेषक जनसम्पर्क को कहा ‘‘बबुआ हम फिर आईब’’।

आपकी भक्ति और श्रद्धा में हमारी आस्था है 

श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेषानी न आये इसके लिए सुरक्षा कर्मी, सूचना सहायता कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी एवं विभिन्न विभागों के लोग दिन रात काम कर रहे हैं। दुमका से लगभग 30 किलोमीटर की यात्रा कर रात्रि के अन्तिम पहर 2ः30 बजे ड्यूटी के लिए निकल जाना तो कभी 12 बजे रात ड्यूटी से लौटना दुष्कर होता है पर कांवरियों भक्ति और श्रद्धा में आस्था प्रकट करने सबसे अच्छा माध्यम है। 

साफ सफाई के लिए तत्पर

पूरे श्रावणी मेले के दौरान किसी भी तरह की गंदगी मेला क्षेत्र में न रहे इसके लिए रात -रात भर सफाई कर्मी अपने काम में लगे दिखाई देते है। मंदिर परिसर से लेकर वासुकिनाथधाम के चारों ओर सफाई कर्मी अपने कर्तव्य का निर्वहन ईमानदारी से करते नजर आ रहे हैं।

कांवरियों कि सेवा में समर्पित स्वास्थ्य षिविर 

स्वास्थ्य षिविर में 14 डाॅक्टर, 155 पारा मेडिकल, 6 सुपरवाईजर, 4 सहायक तथा 1 फुड इन्सपेक्टर लगातार कांवरियों की सेवा में लगे हुए हैं। मेला के दौरान श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को लेकर प्रषासन द्वारा हर एक सरकारी या गैर सरकारी पंडाल में 12 स्वस्थ्य षिविर खोला गया है। 

बिछड़ों को हम मिलाते हैं 

विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालु अपने परिजनों से बिछड़ जाते है परंतु सूचना सहायता कर्मी द्वारा प्रतिदिन हजारों लोगों को उनके परिजनों से मिलाया जाता हैं। कई बार श्रद्धालु के पास इतने पैसे नही होते की वे अपने घर को जा सके लेकिन सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा उन्हें सहायता राषि प्रदान कर उन्हें उनके घर तक भेज दिया जाता है।
बिछड़े हुए कांवरिया यदि महिला या बच्चा हो तो उन्हें सूचना सहायता कर्मी के साथ घर भेजा जाता है। आज सूचना सहायता कर्मी द्वारा बनारस से आये नीरज उपाध्याय एवं दिल्ली के रहने वाले मनोज मिश्रा एवं मारकेन्डेय मिश्रा को सहायता राषि के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार दास द्वारा रेलवे पास दिया गया सूचना सहायता कर्मियों ने उन्हें विदा किया गया।

श्रद्धालुओं को पसंद आ रही है पूरी व्यवस्था

आज मंगलवार को पूरा वासुकिनाथधाम हर-हर महादेव एवं हाथ में गंगा जल लिये बोलबम के नारों के साथ कांवरियों से भरा दिखाई दे रहा था। सभी श्रद्धालु कतारबद्ध होकर बाबा वासुकिनाथ पर जलार्पण कर रहे थे।
श्रद्धालु जलार्पण करने के बाद प्रतिदिन श्रद्धालु जिला प्रषासन सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा बनाये गये निःषुल्क  रौषनी युक्त, हवादार पण्डाल में आ कर विश्राम करते है।
इस दौरान कई बार श्रद्धालु खुद आ कर बिना पुछे पूरी व्यवस्था के लिए प्रषासन को धन्यवाद देते है। आज टाटा नगर जमेषदपुर से आयी 22 वर्षीय गुड़िया ने बताया कि मैं पिछले पाँच साल से बाबा बैधनाथधाम एवं बाबा वासुकिनाथधाम में जलार्पण करने आती हँु पर मैं कभी भी यहां रात्रि विश्राम नही करती थी पर इस बार जिला प्रषासन और सूचना सहायता षिविर की व्यवस्था इतनी बेहतर है जिसकी कितनी भी तारीफ करें वह कम है। 
उपायुक्त ने कहा कि सूचना सहायता षिविर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु विश्राम कर रहे है। खुषी होती है कि पिछली बार से अलग इस बार कोई भी श्रद्धालु श्रावणी मेले के दौरान सड़क पर विश्राम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने सूचना सहायता षिविर को साफ रखने के लिए सूचना सहायता कर्मियों को बधाई दी। 












No comments:

Post a Comment