दुमका, 29 जुलाई 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 424
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2016
टेरेकोटा मंदिर अद्भुत
- मणिकांत मिश्र
बाबा बैद्यनाथ एवं वासुकिनाथ का दर्षन कर कांवरिये मां मौलिक्षा एवं टेरेकोटा मंदिरों का दर्षन करने मलुटी आ रहे हैं। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सूचना सहायता केन्द्र में लगाये गये प्रदर्षनी चित्रों का अवलोकन करने के बाद एक श्रद्धालु देवोजीत राय ने बतलाया कि मां तारा की बहन मां मौलिखा का दर्षन कर वे खुद को धन्य मान रहे हैं। उत्तर प्रदेष के हाथरस से आये एक कांवरिया सत्यजीत यादव ने बतलाया कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि एक छोटे से गांव में इतने सारे षिव मंदिर एक साथ देखने को मिल जायेंगे। पड़ोसी देष नेपाल के वीरगंज से जलार्पण करने आये एक कांवरिया मणिकांत मिश्र ने बतलाया कि वो बाबा बैद्यनाथ एवं बाबा वासुकिनाथ का ही दर्षन करने आये थे परन्तु वासुकिनाथ में जब उन्हें मलुटी के बारे में पता चला तो वे अपने साथियों के संग यहां आ पहुंचे हैं। यहां आकर उन्हें बहुत अच्छा लगा है। मलुटी ग्रामवासियों का व्यवहार उन्हें बहुत अच्छा लगा है। उन्होंने अभी भी शेष रह गये 72 टेरेकोटा मंदिरों पर की गई नक्कासी की मुक्तकंठ से प्रषंसा की। उन्होंने कहा कि वीरगंज वापस जाकर वे अपने अन्य मित्र एवं सम्बन्धियों से भी मलुटी गांव स्थित मां मौलिक्षा एवं षिव मंदिरों का दर्षन करने का अनुरोध करेंगे। बिहार के छपरा जिले से आये एक श्रद्धालु कुमकुम देवी ने सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के प्रदर्षनी पंडाल में संताल परगना के अन्य ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद कहा कि मलुटी से वापस जाकर वो सुमेष्वरनाथ, पांडेष्वरनाथ, दानीनाथ, चुटोनाथ आदि मंदिरों का भी अवष्य दर्षन करेंगी।
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