दुमका, दिनांक 16 जुलाई 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 375
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2016 वासुकिनाथधाम
अपने कर्तव्यों का निर्वहण इस प्रकार करें ताकि यहाँ आने वाले भक्तगण प्रत्येक वर्ष श्रावणी मेला के दौरान यहाँ आना चाहें। दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने वासुकिनाथधाम स्थित सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के मुख्य प्रदर्षनी षिविर में मेला ड्यूटी में प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने मेला ड्यूटी में लगे पदाधिकरियों एवं कर्मियों से अपील की कि वे स्वयं बाबा की पूजा करने के मोह से परहेज करें। उन्होंने कहा कि आने वाले भक्तों की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है। उपायुक्त ने इस बात की जानकारी दी कि कांवरियों को हाथी द्वार से ही मंदिर मंे प्रवेष कराया जायेगा। सिंहद्वार से सिर्फ डाकबम तथा शीघ्रदर्षनम का कूपन कटाये दर्षनार्थियों को ही प्रवेष की अनुमति दी जायेगी। उपायुक्त ने सभी दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि बाबा के दर्षन के क्रम में सबसे महत्वपूर्ण क्षण तब होता है जब पुरूषों एवं महिलाओं को बारी बारी से हाथी द्वार से मंदिर प्रांगण में प्रवेष करने की अनुमति दी जाती है। उपायुक्त ने उस समय विषेष चैकसी बरतने की बात कही। उपायुक्त ने इस बात का विषेष रूप से निर्देष दिया कि पुरूषों के लिए पानी टंकी से आरम्भ हाने वाली लाईन में ज्यादा गैप ना रहे। ना ही लाईन में किसी को भी तेज भागने की अनुमति दें। सभी लोग पंक्तिबद्ध रहें इसे हरहाल में सुनिष्चित रखें।
उपायुक्त ने यातायात व्यवस्था को दुरूस्त रखने हेतु की गई व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी हालत में बड़े वाहन को बस स्टैण्ड तथा नन्दी चैक से अन्दर ना आने दें। बस स्टैण्ड तथा नन्दी चैक से रिक्से के माध्यम से श्रद्धालु फाॅरेस्ट विभाग के गेस्ट हाउस तक ही आने की अनुमति दें।
उपायुक्त ने निदेष दिया कि मेला परिसर में किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को ना होने दें। मंदिर तक आने वाले सभी मुख्य पथों को हर हाल में अतिक्रमण से मुक्त रखें।
उपायुक्त ने निदेष दिया कि किसी भी श्रद्धालु को किसी भी हालत में सड़कों पर ना सोने दें। उन्होंने बतलाया कि श्रद्धालुओं के ठहराव के लिए वासुकिनाथ धाम मेला परिसर के अन्तर्गत सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा सात बड़े-बड़े आकर्षक, हवादार पंडाल बनाये गये हैं। मुख्य प्रदर्षनी पंडाल में कांवरियों के मनोरंजन के लिए प्रत्येक दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जायेगा।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि बीमार कांवरियों की समुचित देखभाल हेतु मंदिर के पास ही स्वास्थ्य षिविर लगाया गया है। जिसमें 24 घंटे चिकित्सक उपस्थित रहेंगे। षिविर में पर्याप्त मात्रा में दवाईयाँ एवं सात एम्बुलेंस भी मौजूद रहेंगे। उपायुक्त ने यह भी बतलाया कि सिंह द्वार के पास भी एक स्वास्थ्य षिविर होगा। जिसमें स्टेªचर की व्यवस्था रहेगी।
उपायुक्त ने ब्रीफिंग से अनुपस्थित पदाधिकारियों के प्रति गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए सबंधित विभाग के वरीय पदाधिकारियों को निर्देष दिया कि उनसे स्पष्टीकरण पूछा जाय।
संयुक्त संबोधन में पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने सभी पुलिस पदाधिकारियों को निर्देष दिया कि अपने कर्तव्य स्थल का पूर्व से ही भौतिक सत्यापन कर लें तथा घुसपैठ की संभावना वाले जगहों को पूर्व से ही चिन्हित कर लें। कर्तव्य निर्वहण के दौरान उन जगहों पर विषेष चैकसी बरतें। पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों को अपने कर्तव्य स्थल पर समय से पूर्व आने की अपील की तथा लाॅग बुक पर अपने आने जाने का समय निष्चित रूप से अंकित करने का निदेष दिया। उन्होंने सभी पुलिस पदाधिकारियों से भक्तों के साथ आदरपूर्ण व्यवहार करने की बात कही। कहा कि धैर्य के साथ प्रत्येक परिस्थिति का सामना करें। उन्होंने कहा कि किसी पदाधिकारी द्वारा कर्तव्य के प्रति बरते गये लापरवाही को गम्भीता से लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि वरीय दण्डाधिकारी, दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, डाकबम, पंडा समाज तथा अन्य कर्मियों के लिए अलग अलग रंग के पास निर्गत किये गये हैं। पास की भली भाँति जाँच करने के बाद ही किसी को मंदिर में प्रवेष करने दिया जाय। किसी भी हालत में किसी अन्य को मंदिर में प्रवेष की अनुमति न दी जाय।
मंच का संचालन उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने किया।
संयुक्त संबोधन में दुमका के उपायुक्त सह मंदिर प्रषासक राहुल कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, उप विकास आयुक्त चितरंजन कुमार, अपर समाहर्ता इन्दु गुप्ता, अनुमंडलाधिकारी जिषान कमर, उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, प्रखंड विकास पदाधिकारी जरमुण्डी संजय कुमार, अंचलाधिकारी जरमुण्डी परमेष कुषवाहा के अलावा बड़ी संख्या में मेला ड्यूटी में प्रतिनियुक्त वरीय दण्डाधिकारी, दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं अन्य कर्मी उपस्थित थे।
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