दुमका, दिनांक 12 जुलाई 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 367
कल वासुकिनाथधाम में श्रावणी मेला को लेकर डीसी और एसपी करेंगे समीक्षा बैठक
दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कल श्रावणी मेला को लेकर एक समीक्षा बैठक अपराहन 3 बजे बुलायी है। बैठक में सभी विभागों के प्रभारी पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। उपायुक्त ने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान भक्तों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने एवं विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए कृतसंकल्प है। जिला प्रषासन एवं पुलिस प्रषासन अपनी अपनी तैयारियों को अब अंतिम रूप दे रहे हैं। इसके लिए सभी कार्यों को जोर शोर से पूरा किया जा रहा है। डीसी और एसपी संयुक्त रूप से पुलिस आवासन स्थल पर पुलिस कर्मियों को सम्बोधित करेंगे तथा उनकी सुविधाओं का जायजा लेंगे।
दुमका के उपायुक्त ने बताया कि मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार का टौल टैक्स नहीं लिया जायेगा। दुमका नगर पर्षद द्वारा लिया जाने वाला टौल टैक्स भी 18 जुलाई से 18 अगस्त तक बंद रहेगा। उन्होंने नगर पर्षद को यह हिदायत दी कि 18 जुलाई के पहले टौल टैक्स स्थल पर किसी प्रकार का जाम ना लगे यह भी सुनिष्चित करेंगे।
19 जुलाई से 18 अगस्त तक आयोजित विष्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला को सफल बनाने हेतु सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की नियुक्ति कर दी गई है। सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को संयुक्त रूप से उनके कर्तव्य, दायित्व एवं संयम से श्रद्धलुओं के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार करने इत्यादि विन्दुओं पर दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार के द्वारा 16 जुलाई को 3 बजे अप0 सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के मुख्य प्रदर्षनी पंडाल वासुकिनाथधाम में ब्रीफ किया जायेगा।
असमाजिक तत्व तथा उग्रवादी मंदिर परिसर में अफवाह एवं भगदड़ की समस्या उत्पन्न ना करे इसके लिए प्रषासन तीर्थयात्रियों के क्षद्म रूप में आने वाले ऐसे तत्वों की गतिविधियों पर विषेष नजर रहेगी।
महिलाओं के साथ छेड़छाड़ एवं लूटपाट ना हो इसके लिए विभिन्न स्थानों से गुजरने वाले व्यक्तियों पर सतत निगरानी एवं संदिग्ध पाये जाने वाले व्यक्ति से पूछताछ एवं तालाषी ली जायेगी साथ ही वाहनों के औचक निरीक्षण किया जायेगा।
प्रषासन द्वारा मेला क्षेत्र में पाकेटमार जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सादे लिवास में कांवरियों के भेष में पुलिस बल एवं महिला पुलिस बल की नियुक्ति की जायगी। जिससे श्रद्धालु निर्भीक होकर मंदिर परिसर में पूजा कर सकेंगे।
मेला के दौरान लेगे सीसीटीवी कैमरे में आ रहे दृष्यों का अवलोकन किया जायेगा तथा असामाजिक तत्व एवं भीड़ को काबु करने के लिए विषेष निगरानी रखी जायेगी।
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