Sunday 31 July 2016

दुमका 31 जुलाई 2016 
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 437 
 राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2016 

राजकीय श्रावणी मेला के 12 वें दिन आज सुबह 4 बजे से बाबा मंदिर के गर्भ गृह में जलार्पण निरंतर जारी है । बाबा बासुकीनाथ धाम में 58,600 कांवरियों ने जलाभिषेक किया । वहीं  तकरीबन 5 हजार कांवरियों द्वारा जलार्पण कांउंटर से  गंगाजल चढ़ाये जाने की सूचना है । जबकि 910 कांवरियों द्वारा शीघ्रदर्षनम् का रसीद प्राप्त कर पूजा अर्चना की गई। जलार्पण के लिए कांवरियों की भीड़ वासुकिनाथधाम में निरंतर उमड़ रही हैं। रविवार को मौसम का मिजाज काफी खुषानुमा रहा। दिनभर धूप-छांव की आंखमिचैनी और रिमझिम फुहारों के बीच कांवरिया श्रद्धालुओं ने भगवान नागेषा के ज्योतिर्मय षिावलिंग का दर्षान पूजन किया ।
श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर प्रषासन द्वारा वासुकिनाथ स्थित प्रत्येक पण्डालों में स्वास्थ्य षिविर लगाया गया है जिसमें प्रतिदिन हजारों के संख्या में श्रद्धालु आते है। आज कुल 1058 श्रद्धालुओं का ईलाज किया गया। मुख्य षिविर में 330, रेफरल अस्पताल में 61, सीएचसी जरमुण्डी बजार में 15, स्वास्थ्य उपकेन्द्र मे 89, सूचना मण्डप में 90, बस स्टैण्ड में 140, रेलवे स्टेषन 64, सहारा में 37, तालझारी 41, बुगली में 78, मोतीहारा में 47, सुखोजोरा में 66, कांवरिया का निःषुल्क ईलाज किया गया।
बासुकीनाथ मंदिर के चढ़ावा राषि की गणना रविवार को नहीं हुई। चढावा राषि की गणना नहीं होने से प्राप्त आय की सूचना नहीं  है ।
अद्भुत है मंदिरों का गांव मलुटी 
राजकीय श्रावणी मेला के दौरान बाबा बैधनाथधाम एवं वासुकिनाथधाम में प्रत्येक दिन देष के विभिन्न कोने से श्रद्धालु बाबा जलार्पण करने के पष्चात श्रद्धालु हजारों की संख्या में माँ मौलिक्षा एवं टेराकोटा मंदिरों का दर्षण करने मलुटी पहंुच रहे है। ज्ञात हो कि मलुटी में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रदर्षनी षिविर एवं सूचना सहायता केन्द्र खोला गया है जिसमें प्रतिदिन अलग-अलग राज्यो के लोग टेराकोटा मंदिर के बारे में जानकर अभिभूत हो रहे है।
आज मलुटी में पष्चिम बंगाल सीलिगुड़ी से आये सौ लोगो की टीम ने सभी मंदिरों का अवलोकन किया एवं इसे अद्भुत बताया मंदिरों के अवलोकन के पष्चात मलुटी गांव के गरीबों के बीच उन लोगो ने कपड़ा एवं स्वयं भोजन बनाकर वितरण किया।
सीलिगुड़ी से आये आदेष वर्मा ने बताया कि वास्तव में यही मंदिरों का गांव है इतने सारे मंदिर एवं माँ मौलिक्षा का दर्षण कर हमारी यात्रा सफल हुई। सिल्लीगुड़ी से आये आलोक पाल, विष्वजीत सरकार, बवन पाल, समुन बानुई ने बताया कि मलुटी ग्रामवासी बहुत साफ दिल के है उन लोगो का व्यवहार बहुत ही अच्छा है। उन्होंने शेष बचे 72 टेराकोटा मंदिरों पर की गई नक्कासी को अद्भुत बताया। उन्होंने कहा जल्द ही मैं फिर माँ मौलिक्षा का दर्षण के लिए आउंगा। 


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