Thursday, 1 December 2022

दिनांक-01 दिसंबर 2022 प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1370

 दिनांक-01 दिसंबर 2022

प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1370


जिला परिषद उपाध्यक्ष सुधीर मंडल के द्वारा जिला स्तरीय रबी कर्मशाला का दीप प्रज्वलित कर किया उदघाटन


आज गुरुवार को जिला कृषि कार्यालय के द्वारा जिला स्तरीय रबी कर्मशाला का आयोजन किसान विद्यापीठ आत्मा परिषर दुमका में किया गया।

सर्वप्रथम तकनीकी सत्र में जिला कृषि पदाधिकारी जय प्रकाश तिवारी द्वारा कृषि विभाग के सभी योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बिरसा फसल विस्तार योजना, केन्द्र प्रायोजित RKVY (PDMC) योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि RKVY (PDMC ) योजना अंतर्गत 90% अनुदान पर ड्रीप सिंचाई एवं स्प्रिंकलर सिंचाई यंत्र जिले में उपलब्ध है। इन यंत्रों का प्रयोग करके किसान कम पानी में अधिक उत्पादन का लाभ ले सकते हैं।

परियोजना निदेशक आत्मा, दुमका डा० दिवेश कुमार सिंह द्वारा आत्मा के द्वारा संचालित सभी योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। फसलों के प्रत्यक्षण हेतु सभी प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारियों को निदेशित किया।


इ-निदेशक क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र, दुमका के कृषि वैज्ञानिक डा० शैलेन्द्र कुमार के द्वारा खेतो में डोलोमाईट, जिप्सम इत्यादि के प्रयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।


कृषि अभियंता कृष्ण कान्त कुशवाहा के द्वारा Block Chain Techonology से बीज आपूर्ति एवं वितरण हेतु कृषकों का Registration कराने से संबंधी जानकारी दी गई एवं सहायक मिट्टी रासायनज्ञ पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार के द्वारा मिट्टी जाँच करा कर कृषि कार्य हेतु सलाह दी गई। इस कार्यक्रम में लगभग 200 से अधिक संख्या में उपस्थित हुए।


कार्यक्रम में माननीय कृषि मंत्री के प्रतिनिधि अनुज कुमार मंडल, जिला कृषि पदाधिकारी जय प्रकाश तिवारी, सह-निदेशक क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र, दुमका डा० शैलेन्द्र कुमार, परियोजना निदेशक आत्मा, दुमका डा० दिवेश कुमार सिंह, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी शिव कुमार, जिला कृषि अभियंता कृष्ण कान्त कुशवाहा, सहायक निदेशक रासायन शशिरंजन, सहायक मिट्टी रासायनज्ञ पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार, कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी शुभांकर गुप्ता एवं विभिन्न प्रखण्डों के प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक एवं प्रगतिशील कृषक गण उपस्थित थे।





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