दिनांक-14 दिसंबर 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1410
खाने-पीने और हाथों से बनाए गए साजो-सामान के शौकीन लोगों के लिए पलाश अजीविकोत्सव सरस मेला है खास। इस मेले में देश भर के अलग-अलग तरह के व्यंजनों के स्टाल आर्कषण का केंद्र रह रहे हैं।
मेले में देश के कई राज्यों से लोग आए हैं। यह वह लोग हैं, जिनके हाथों में बेमिसाल हुनर है और अपनी कला के जरिए बहुत ही खूबसूरत उत्पाद तैयार करते हैं। इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह है।इस मेले का मकसद भारत के छोटे-छोटे गांव में रहने वाले कारीगरों की कला को दुनिया के सामने लाना है। क्योंकि उनके बनाए हुए उत्पाद केवल अपने गांव या कस्बे तक ही सीमित न रह जाए।इस मेले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को फायदा पहुंच रहा है। उनकी इनकम बढ़ रही है। स्टॉल में महिलाएं अपने स्टेट के उत्पादों को लगाकर लोगों को अपनी कल्चर के प्रति जानकारी भी देती नजर आ रही है।
आज पलाश आजीविका उत्सव सरस मेला के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया सर्वप्रथम एसबीएम द्वारा अपने विभाग की जानकारी दी गई तथा उपस्थित लोगों से अनुभव साझा किया गया। इसके बाद "खुले में शौच एक अभिशाप" विषय पर परिचर्चा की गई। जिसमें लोगों को खुले में शौच करने से होने वाली बीमारियां तथा नुकसान के बारे में बताया गया। इसके उपरांत सरकार के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।
आज सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जोकि किशोर ग्रुप देवघर एवं लियोनाडे हांसदा ग्रुप एंड बैंड द्वारा द्वारा डांस कार्यक्रम किया गया।
सांस्कृतिक मंच पर प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत लोकगीत और लोकनृत्य आयोजित हो रहा है। प्रतिदिन विभिन्न विभागों, संस्थानों की ओर से विभिन्न विषयों पर आधारित सेमिनार, परिचर्चा का आयोजन हो रहा है। समसामयिक मुद्दों, विभिन्न योजनाओं और जन जागरूकता अभियानों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रतिदिन विभिन्न रंग संस्थानों के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति हो रही है।
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