दिनांक-17 दिसंबर 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1423
झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी द्वारा चयनित केडर- जेंडर सीआरपी द्वारा महिला हिंसा एवं जेंडर पर परिचर्चा किया गया। जिसमें बताया गया कि जन्म से लेकर बुढ़ापे तक महिलाओं के साथ हो रहे हिंसा के बारे में चर्चा किया गया जैसे कि गर्भ में कन्या भ्रूण हत्या, जन्म के समय लड़की के जन्म पर मातम, बच्ची की खाना पढ़ाई खेलकूद में कमी, किशोरियों को काम का बोझा, रोक-टोक, यौनिक हिंसा, विवाह के बाद बाप की संपत्ति में हिस्सा नहीं, युवतियों को काम का बोझ, ससुराल का दबाव, यातना, बच्चे पैदा करना, विधवा महिला को खान पान, सजने घूमने पर रोक, शुभ काम में शामिल ना होना, पति की संपत्ति पर अधिकार नहीं, वृद्धा को खान-पान, प्यार, आदर, सेवा इलाज में कमी आदि बातों पर चर्चा किया गया तथा हिंसा को झेलने वाली महिला सिर्फ तब तक प्रताड़ित है जब तक वह समस्या से बाहर आने का निर्णय नहीं लेती और वह तकलीफ से बाहर नही आना चाहती है। वह इसके लिए हिम्मत और साहस नहीं जुटा पाती है। हिंसा के कारण उसका आत्मविश्वास बहुत कमजोर हो जाता है। उसका सशक्तिकरण तब ही हो सकता है जब वह खुद मानसिक रूप से तैयार होकर अपनी लड़ाई लड़े।
परिचर्चा के बाद स्टेज पर सभी महिलाओं ने कुछ स्लोगन भी पढ़ा जो इस प्रकार है - 'महिलाएं आगे बढ़ रही है कुरीतियों से लड़ रही है, महिलाओं ने यह ठाना है शोषण के विरुद्ध आवाज उठाना है.'
'नारी नारी की पुकार अब ना सहेंगे अत्याचार, चल बहिनिया मिलकर जाएं भेदभाव को दूर हटाए,''हिंसा नहीं सम्मान चाहिए जीने का अधिकार चाहिए, आवाज दो हम एक हैं,'
'घर घर शिक्षा का दीप जलाएंगे बाल विवाह को बंद कराएंगे' सहित कई अन्य नारा लगाए गए, तथा परिचर्चा के बाद महिला सशक्तिकरण हेतु कई गीत एवं बाल विवाह पर एक नाटक भी किया गया।
इस कार्यक्रम में जिला प्रबंधक (सामाजिक विकास) शशि भूषण प्रसाद, तथा जेंडर सीआरपी ज्योत्सना, अनीमा, सोनी, नीलम, फुल कुमारी सहित जरमुंडी, मसालिया, दुमका तथा रामगढ़ के 32 जेंडर सीआरपी ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के राज्य कार्यालय द्वारा पदाधिकारी तथा दुमका जिला के जिला कार्यक्रम प्रबंधक निशांत एक्का मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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