दिनांक-16 दिसंबर 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1421
वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री अविरूप सिन्हा ने बताया कि जामताड़ा जिला से लगभग 30 (तीस) जंगली हाथियों का झुंड दुमका जिला के मसलिया प्रखण्ड में प्रवेश किया है। वर्तमान में हथियां मसलिया प्रखण्ड के वनों में आवासन कर रहे है। इस पर वन विभाग के टीम द्वारा विशेष ध्यान रखे हुए है। फिर भी आवासन के दौरान उक्त हाथियों का झुंड किसी भी तटवर्ती प्रखण्ड में प्रवेश कर सकता है। ऐसी परिस्थिति में जान-माल की सुरक्षा हेतु सावधानियाँ बरतने की आवश्यकता है।
हाथियों को देखने के लिए पास न जायें और न ही किसी को पास जाने दें। हाथियों के रास्ते को न रोकें और न ही भीड़ जमा होने दें। उनसे पर्याप्त दूरी बनायें रखें (कम से कम 100 मीटर)।
हाथियों को लगातार न खदेड़ें एवं जंगल में उनका पीछा न करें। इससे वे क्षुब्ध एवं हिंसक हो जाते हैं। उक्त झुंड शांत प्रवृति का है। अतः अनुरोध है कि झुंड के विचरण में अनावश्यक अवरोध न करें एवं मानव हाथी द्वंद्व की परिस्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए वन विभाग का सहयोग करें।
जंगल से सटे क्षेत्र में खलिहान न बनायें एवं खलियानों में रात को न सोयें। खेतों-खलिहानों में रखे या घरों में रखे संग्रहित आनाज को हाथियों द्वारा खाते समय उन्हें न छेड़े और न ही परेशान करें। नुकसान का प्रधानानुसार उचित मुआवजा वन विभाग द्वारा दिया जाता है। इसे समय पर प्राप्त करने के लिए अविलम्ब निकटस्थ वन कर्मचारी/ पदाधिकारी / वन परिसर कार्यालय को सूचित करें।
हाथियों के चारोंओर कौतुहलवश भीड़ न लगायें। हाथियों को छेड़े नहीं, विशेषकर उनपर पत्थर गुलेल, तीर, जलता हुआ टायर आदि फेंककर प्रहार न करें। और नशे की हालत में अकेले बाहर कभी नहीं निकले।
कोई भी आपदा की परिस्थिति में दूरभाष संख्या-8987790404 में सम्पर्क करें।
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