Monday, 31 July 2017

दुमका 31 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 441

  • चौथे सोमवारी को वासुकीनाथ धाम में लगा श्रद्धालुओं का तांता...
  • उपायुक्त ने लिया विधि व्यवस्था का जायजा...
  • पुलिस अधीक्षक हर गतिविधि पर बनाये हुए थे नजर...

सावन के चौथे  सोमवारी को वासुकीनाथधाम में देर रात से ही श्रद्धालु काफी संख्या में कतारबद्ध दिख रहे थे। श्रद्धालुओं की कतार देर रात तक नागनाथ चैक तक पहँुच चुकी थी। सभी श्रद्धालु कड़ी सुरक्षा के बीच बाबा पर जलार्पण करने के लिये तैयार थे।  3ः23 मिनट पर परोहित पूजा के बाद मंदिर का पट खुला। बोल बम और हर हर महादेव के नारों के साथ पूरा वासुकिनाथ धाम गंुज उठा। कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धालु बाबा पर लगातार जलार्पण कर रहे थे। जलार्पण शुरु होने से लेकर पूरा दिन मंदिर प्रागंण श्रद्धालुओं से भरा दिखाई दे रहा था। केसरिया रंग में बाबा के भक्त हाथ में गंगा जल लिये मंदिर की ओर बढ़ रहे थे। कभी धूप और कभी रिमझीम वारिश के बीच श्रद्धालु पूरे उर्जा के साथ दिखाई दे रहे थे।
देर रात से ही उपायुक्त मुकेश कुमार पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी नजर बनाये हुए थे। सुबह होते ही उपायुक्त मुकेश कुमार एवं पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल ने वासुकिनाथ पहुंचकर विधि व्यवस्था की कामान संभालते दिखे। श्रद्धालुओं की कतार सुबह से ही बेला कुटीर तक पहुंच चुकी थी। उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को निदेश दिया कि पूरी तत्परता के साथ अपनी ड्यूटी में रहे। श्रद्धालुओं को जलार्पण करने में किसी प्रकार की तकलीफ ना हो इसका ध्यान रखे। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थान पर श्रद्धालुओं को जमा ना होने दे। उन्होंने सभी वरीय पदाधिकारियों को निदेश दिया कि श्रद्धालुओं की कतार में किसी भी प्रकार की घुसपैठ ना हो इसका ध्यान रखे। संस्कार मंडप पहुंचकर उन्होंने प्रतिनियुक्त अधिकारियों को निदेश दिया कि वैसे श्रद्धालु जो बाबा पर जलार्पण करने में असमर्थ दिखाई दे रहे हो उन्हें जलार्पण काउंटर से जलार्पण करने का सुझाव दे। उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाय कि डाक बम श्रद्धालुओं को बाबा तक पहंुचने में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
उपायुक्त ने प्रशासनिक भवन स्थित कन्ट्रोल रुम पहंुचकर सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से पूरे मेला हो रही गतिविधियों को देखा एवं कन्ट्रोल रुम में प्रतिनियुक्त अधिकारी एवं कर्मीयों को निदेश दिया कि श्रद्धालु पर नजर रखे एवं वैसे जगह जहां श्रद्धालु बड़ी तादाद में काफी देर से दिखाई दे रहे हो वैसे जगह को चिन्हित कर ऐसे जगहों की सूचना तुरंत वरीय पदाधिकारी को दे।
पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल सुबह से ही मंदिर प्रागंण में उपस्थित होकर सभी सुरक्षा कर्मीयों एवं पुलिस के पदाधिकरियों को चैथे सोमवार को वासुकिनाथ धाम में श्रद्धालुओं को सुगमता पूर्वक जलार्पण कराने के लिए महत्वपूर्ण निदेश देते दिखाई दे रहे थे। पुलिस कप्तान ने सभी सुरक्षा कर्मीयों को निदेश दिया कि श्रद्धालुओं से नरमी से पेश आये। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु हमारे अतिथि और उनके साथ वैसा ही व्यवहार होना चाहिए जैसे हम घर आये अतिथियों के साथ करते है। उन्होंने कहा कि अपनी ड्यूटी के दौरान सिर्फ उपस्थित ना रहे अपने कर्तव्यों का भी ईमानदारी पूर्वक निर्वहण करे। सुबह सवेरे से ही सिंह द्वार पर जिला प्रशासन के लोग दिखाई दे रहे थे। पूर्व सांसद अभय कान्त प्रसाद एवं जरमुण्डी के विधायक बादल पत्रलेख भी सिंह द्वार पर उपस्थित होकर पूरे विधि व्यवस्था पर नजर बनाई हुई थी।


दुमका 31 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 440 
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथधाम 2017 में आज कुल 112300 श्रद्धालुओं ने बाबा वासुकिनाथ का जलाभिषेक किया। जिनमें शीघ्र दर्शनम 3701, डाकबम 6025, जलार्पण काउण्टर से 16198, निकास द्वार से दर्शनार्थी 86376 रहे। राजकीय श्रावणी मेला वासुकिनाथधाम में आज कुल चढ़ावा राशि 157999 रु0 रहा। जिसमें जलार्पण काउण्टर से 35350, गोलक से 100065 रु0, अन्य स्रोत से कुल चढ़ावा राशि 22584 रु0 रहा। चढ़ावा चांदी का द्रव्य 153 ग्राम रहा। 10 ग्राम चांदी का सिक्का 01 अदद बिक्री हुआ।
श्रावणी मेला 2017 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा षिविरों में मेला प्रारंभ होने से लेकर अबतक कुल 72443 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया जा चुका है। 
31 जुलाई 2017 को कुल 4011 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया गया। जिनमें मुख्य प्रसासनिक षिविर के 896, स्वास्थ्य उपकेन्द्र 105, स्वास्थ्य षिविर (सूचना मंडप) 40, स्वास्थ्य षिविर बस स्टैण्ड 232, वासुकिनाथ रेलवे स्टेषन 134, रेफरल अस्पताल वासुकिनाथ 63, राजस्व तहसील कचहरी 196, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी 62, कांवरिया धर्मषाला सहारा 53, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी 98, स्वास्थ्य उपकेन्द्र कटहराटाड़ 25, स्वास्थ्य षिविर बोगली 80, स्वास्थ्य षिविर मोतिहारा 53, स्वास्थ्य षिविर सुखजोरा 57, ओआरएस/इमरजेंसी काउन्टर के 100, चलन्त चिकित्सा वाहन से 97 एवं टेन्ट सीटी एवं वैक्सीन काउंटर से 1720 श्रद्धालु रहे। 


दुमका 31 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 439 
जिले के सभी बच्चे होंगे डिजीटल साक्षर
डिजीटल साक्षरता को जन-जन तक पहुँचाने हेतु सरकार द्वारा एक महत्वाकांक्षी योजना PMGDISHA की षुरूआत की गई है। उक्त योजना के तहत प्रत्येक परिवार के कम से कम एक व्यक्ति को डिजीटली साक्षर बनाया जाना है। डिजीटल साक्षर बनाने हेतु प्रति व्यक्ति के लिए 20 घंटे का पाठ्यक्रम डिजाइन किया गया है। इस योजना के तहत प्रारंभ में जिले के प्रत्येक हाई स्कूलों में वर्ग 10, 11 एवं 12 कक्षा के कुल 25691 छात्रों को डिजीटली साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी श्री रवि रंजन ने कैषलेस, भीम, डिजीपे के बारे में जानकारी दी।
इस योजना से जुड़े हुए सभी पदाधिकारियों, षिक्षकों तथा VLE को दिनांक 31.07.17 को उपायुक्त, दुमका के सभागार में जैप0 आई0टी0, राँची से आए हुए प्रषिक्षण श्री अनुपम के द्वारा प्रषिक्षित किया गया। इस प्रषिक्षण कार्यक्रम में जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, दुमका, जिला षिक्षा पदाधिकारी दुमका, eDM दुमका तथा सभी DeGS Managers, एवं सभी ब्लाॅक लेवल Manager उपस्थित थे।





दुमका 30 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 438 
स्वर के साथ दी जाएगी स्वर्गीय प्रेमचंद एवं मोहम्मद रफी साहब को श्रद्धांजलि
जिला कला-संस्कृति एवं खेलकूद संघ के सचिव उमाशंकर चैबे की अध्यक्षता में सूचना भवन में जिला कला संस्कृति एवं  खेलकूद संघ के सदस्यों की आयोजित एक बैठक में सर्वसम्मत निर्णय लिया गया कि साहित्य सम्राट प्रेमचंद की जयंती तथा सुर सम्राट स्वर्गीय मोहम्मद रफी साहब की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें संगीत के साथ श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस अवसर पर जिला कला संस्कृति एवं खेलकूद संघ के सचिव उमा शंकर चैबे ने बतलाया कि यह कार्यक्रम दुमका के इंडोर स्टेडियम में  31 जुलाई को अपराह्न 6रू00 बजे आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में जिले के तमाम  स्थापित एवं उदीयमान कलाकार अपने गायन से स्वर्गीय प्रेमचंद एवं रफी साहब को याद करेंगे।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को देशभक्ति गीतों के माध्यम से देश को स्वतंत्रता दिलाने वाले अमर शहीदों को याद किया जाएगा।
बैठक मे जिला कला-संस्कृति एवं खेलकूद संघ के सचिव उमाशंकर चैबे, संयुक्त सचिव महेंद्र प्रसाद साह एवं दीपक झा, कोषाध्यक्ष मदन कुमार, सम्मानित सदस्य शिशिर कुमार घोष, मोहम्मद कजरुल हुसैन, अशोक सिंह, अरविंद कुमार, राहुल रंजन, संजय कुमार, प्रवीण झारखंडी, तारापद बाउरी, आकर्षण चिराग ,जय बागची, अनिल कुमार साह, आदित्य चिराग आदि उपस्थित थे ।


Sunday, 30 July 2017

दुमका 30 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 437 
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथधाम 2017 में आज कुल 46968 श्रद्धालुओं ने बाबा वासुकिनाथ का जलाभिषेक किया। जिनमें शीघ्र दर्शनम 1568 जलार्पण काउण्टर से 5150, निकास द्वार से दर्शनार्थी 40250 रहे। राजकीय श्रावणी मेला वासुकिनाथधाम में आज कुल चढ़ावा राशि अन्य स्रोत से 13281 रु0 रहा। 2 ग्राम सोने का सिक्का 1 अदद, 10 ग्राम चांदी का सिक्का 4 अदद तथा 5 ग्राम चांदी का सिक्का 22 अदद बिक्री हुआ।
श्रावणी मेला 2017 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा षिविरों में मेला प्रारंभ होने से लेकर अबतक कुल 68432 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया जा चुका है। 
30 जुलाई 2017 को कुल 2937 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया गया। जिनमें मुख्य प्रसासनिक षिविर के 557, स्वास्थ्य उपकेन्द्र 56, स्वास्थ्य षिविर (सूचना मंडप) 55, स्वास्थ्य षिविर बस स्टैण्ड 101, वासुकिनाथ रेलवे स्टेषन 110, रेफरल अस्पताल वासुकिनाथ 31, राजस्व तहसील कचहरी 93, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी 16, कांवरिया धर्मषाला सहारा 40, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी 25, स्वास्थ्य उपकेन्द्र कटहराटाड़ 24, स्वास्थ्य षिविर बोगली 70, स्वास्थ्य षिविर मोतिहारा 52, स्वास्थ्य षिविर सुखजोरा 51, ओआरएस/इमरजेंसी काउन्टर के 110, चलन्त चिकित्सा वाहन से 111 एवं टेन्ट सीटी एवं वैक्सीन काउंटर से 1535 श्रद्धालु रहे।


दुमका 30 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 436 
मेंहदी सिर्फ रंग नहीं, खुषियों की निषानी...
श्रावणी मेला के दौरान पूरे मेला क्षेत्र में मेंहदी लगाने वाले स्टाॅल और मेंहदी लगवाती महिलायें आपको दिख जायेंगे। दरअसल मेंहदी सिर्फ रंग ही नहीं खुषियों की निषानी है। सावन के दौरान यहां आने वाली महिलायें मेंहदी लगा कर ही अपने घर को जाती है। मेंहदी लगाना ज्यादातर लड़कियों को पसंद है। सिर्फ महिलायें ही नहीं कुवांरी लड़कियां भी विषेषकर सावन, तीज, करवाचैथ जैसे त्योहारों में मेंहदी लगाती है। यह एक परंपरा है एवं खासकर महिलाओं के लिए मेंहदी का एक विषेष महत्व है। मेंहदी सिर्फ श्रृगांर की वस्तु नहीं बल्कि खुषियों की प्रतीक है। मेंहदी परिवारों के बीच प्यार और स्नेह का प्रतीक है। साथ ही दुल्हन के हाथों के मेंहदी का गहरा रंग पति-पत्नी के बीच के अटूट प्रेम को दर्षाता है।



दुमका 30 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 435 
अमर सुहाग का प्रतीक ‘‘हरी चूड़ियां‘‘...
सावन का महीना जिसपर जाने कितनी गाने, कविताऐं, कहानी लिखे गये हैं। प्रकृति, प्रेम, अस्था से जुड़े इस महीने को भारतीय संस्कृति, परंपरा और हिंदू धर्म से जोड़ा गया है। सावन के महीना आते ही रिमझिम फुहारों के बीच हरी चूड़ियों कि बिक्री बढ़ जाती है। श्रावणी मेला के दौरान वासुकिनाथधाम में भी हरी चूड़ियों की खूब बिक्री होती है। खासकर सावन में इस रंग की मांग बढ़ जाती है। इन दिनों हरी चुड़ियों की कीमत में भी वृद्धि हो जाती है। पौराणिक कथा के अनुसार देवी पार्वती ने भोले बाबा को रिझाने के लिए हरे रंग की चूड़ियां पहनी थी। तब से सावन के महीने में महिलायें हरे रंग का चुड़ी पहनती है ताकि पति पत्नि में प्यार सात जन्मों तक रहे। और यही वजह है कि आज भी सभी उम्र की सुहागन महिलायें सावन मास के दौरान हरी चुड़िया पहनते हैं। क्या आपने सोचा है कि और भी क्या कारण है हरी चुड़ियां पहनने का। दरअसल सावन का महीना प्रकृति के सौन्दर्य का महीना होता है और शास्त्रों में महिलाओं को भी प्रकृति का रुप माना गया है। इस मौसम में बरसात की बंूद से प्रकृति खिल उठती है हर तरफ हरियाली छा जाती है। ऐसे में प्रकृति से एकाकार होने के लिए महिलायें हरे रंग का वस्त्र और हरे रंग की चुड़ियां पहनती हैं। सावन के महीने में जिस पर भी एकबार हरा रंग चढ़ जाता है उसकी जिंदगी जन्म-जन्म तक हरा-भरा रहता है।


दुमका 30 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 434

  • चौथे सोमवारी को लेकर उपायुक्त ने की अह्म बैठक...
  • विधि व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाष्त नहीं...
  • प्रेसर प्वाईन्ट पर रहेगी कड़ी नजर...

- मुकेष कुमार, उपायुक्त, दुमका 
दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार ने श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथधाम 2017 के चौथे सोमवारी को लेकर एक अह्म बैठक उपायुक्त के गोपनीय कार्यालय कक्ष में की। बैठक में अधिकारियों को आवष्यक दिषा निर्देष दिये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि श्रावणी मेला अब समाप्ति की ओर अग्रसर है बचे हुए दिनों में भी ड्यूटी को सेवा भाव और अच्छे तरिके से करना है। ड्यूटी में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं करनी है। सभी प्रेसर प्वाईन्ट पर नजरें टिकी होनी चाहिये। कांवरियों के भीड़ को एक जगह एकत्रित नहीं होने दिया जाय इसका भी ध्यान रखें। सीसीटीवी निगरानी में लगे अधिकारी भी चैकस रहें कहीं भी किसी प्रकार की गड़बड़ी या भीड़भाड़ की स्थिति को देखते ही उसे अविलम्ब प्रतिनियुक्त अधिकारी को खबर करें। गर्भगृह में भी कांवरियों की भीड़ की स्थिति उत्पन्न ना होने दें। अधिकारियों को निदेष दिया कि यह सुनिष्चित कर लें एम्बुलेंस और अग्नि शमन यंत्र भी अलर्ट मोड में रहे। डाॅक्टरों के पास दवाईयों एवं प्राथमिक उपचार की सभी सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो। किसी भी घयल कांवरियों को चिकित्सा कैम्प तक ले जाने वाले कर्मियांे के पास स्ट्रैचर की व्यवस्था हो यह सुनिष्चित करें। सड़कों की साफ-सफाई पर भी विषेष ध्यान दिया जाय। कहीं भी कूड़ा कचरा एकत्रित ना रहे। शौचालयों में साफ सफाई तथा पानी की प्रर्याप्त व्यवस्था हो। वाटर टैंकर तथा पानी पिलाने की व्यवस्था हो। उन्होंने यह भी निदेष दिया कि षिवगंगा में पानी छोड़ा जाय ताकि कांवरियों को स्नान करने में किसी प्रकार की परेषानी ना हो। मंदिर परिसर के चारो ओर ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव एवं साफ-सफाई पर विषेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला वासुकिनाथधाम के चप्पे चप्पे की निगरानी ड्राॅन कैमरे से भी किया जाय तथा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का पता चलते ही प्रषासन को इसकी सूचना अविलम्ब दिया जाय। उन्होंने कहा कि वासुकिनाथ धाम में श्रद्धालुओं के प्रवेष द्वार से प्रवेष एवं निकास द्वार से निकास तक हरएक कांवरियों पर प्रषासन की नजर टिकी रहे। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मी वाॅकी-टाॅकी लेकर श्रद्धालुओं की सेवा में 24ग7 तैयार रहे। किसी भी परिस्थिति पर सूचनाओं का आदान प्रदान आसानी से हो सके। सभी पदाधिकारी एवं कर्मी जिसकी ड्यूटी लगाई गई है वो पूरी तत्परता एवं ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहण करेंगे।
बैठक में उप विकास आयुक्त शषि रंजन, अपर समाहर्ता इंदू गुप्ता, परियोजना निदेषक आईटीडीए षिषिर सिंह, निदेषक डीआरडीए दिलेष्वर महतो, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सैयद राषिद अख्तर तथा सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।




Saturday, 29 July 2017

दुमका 29 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 433

राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2017 में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अबतक पौने 2 लाख कांवरियों की बढ़ोत्तरी हुई है।

श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथधाम 2017 में 20वें दिन तक कुल 14,49,914 (चैदह लाख उनचास हजार नौ सौ चैदह कावंरियों ने बाबा वासुकिनाथ पर जलार्पण किया। जबकि वर्ष 2016 में 20वें दिन तक कुल 12,45,495 (बारह लाख पैंतालीस हजार चार सौ पंचानबे) कांवरियों ने जलार्पण किया था।

दुमका 29 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 432 
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथधाम 2017 में आज कुल 69913 श्रद्धालुओं ने बाबा वासुकिनाथ का जलाभिषेक किया। जिनमें शीघ्र दर्शनम 1557 जलार्पण काउण्टर से 14596, निकास द्वार से दर्शनार्थी 43211 रहे। राजकीय श्रावणी मेला वासुकिनाथधाम में आज कुल चढ़ावा राशि 677712 रु0 रहा। जिसमें गोलक से 71250 रु0, दानपेटी से 573935 रु0 तथा अन्य स्रोत से कुल चढ़ावा राशि 32527 रु0 रहा। चढ़ावा चांदी का द्रव्य 103 ग्राम रहा। 10 ग्राम चांदी का सिक्का 01 अदद तथा 5 ग्राम चांदी का सिक्का 3 अदद बिक्री हुआ।
श्रावणी मेला 2017 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा षिविरों में मेला प्रारंभ होने से लेकर अबतक कुल 65495 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया जा चुका है। 
29 जुलाई 2017 को कुल 3344 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया गया। जिनमें मुख्य प्रसासनिक षिविर के 833, स्वास्थ्य उपकेन्द्र 82, स्वास्थ्य षिविर (सूचना मंडप) 42, स्वास्थ्य षिविर बस स्टैण्ड 127, वासुकिनाथ रेलवे स्टेषन 77, रेफरल अस्पताल वासुकिनाथ 55, राजस्व तहसील कचहरी 122, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी 67, कांवरिया धर्मषाला सहारा 58, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी 149, स्वास्थ्य उपकेन्द्र कटहराटाड़ 30, स्वास्थ्य षिविर बोगली 55, स्वास्थ्य षिविर मोतिहारा 54, स्वास्थ्य षिविर सुखजोरा 45,  ओआरएस/इमरजेंसी काउन्टर के 160, चलन्त चिकित्सा वाहन से 87 एवं टेन्ट सीटी एवं वैक्सीन काउंटर से 1301 श्रद्धालु रहे। 


दुमका 29 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 431 
श्रावणी मेला के 20 वां दिन परोहित पूजा के बाद 3ः30 मिनट पर जलार्पण शुरु हुआ। चाक चैबंद कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धालु कतारबद्ध होकर तथा जलार्पण काउंटर के माध्यम से लगातार जलार्पण कर रहे थे। जलार्पण शुरु होने के पूर्व से ही श्रद्धालु कतारबद्ध होकर अपने बारी का इंतजार करते दिख रहे थे। श्रद्धालु की कतार संस्कार मण्डप से शुरु होकर शिवगंगा के चारो ओर दिख रहे थे। श्रद्धालु हाथ में गंगा जल एवं बोल बम के नारे के साथ मंदिर बाबा पर जलार्पण करने के लिए जाते दिखे।
सभी सुरक्षा कर्मी अपने ड्यूटी पर तैनात दिखे। सुबह से ही सभी स्वास्थ्य शिविर में स्वास्थ्य विभाग के लोग श्रद्धालु की सेवा में तत्पर दिखे। सभी सफाई कर्मी मेला क्षेत्र को साफ करते दिख रहे थे। श्रद्धालुओं की सेवा में सूचना सहायता कर्मी एवं एनडीआरएफ की टीम पूरी तत्परता से कार्य कर रही थी।






दुमका 29 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 430 
वासुकीनाथधाम के झालमुढ़ी की कुछ और ही बात है...
श्रावणी मेला के दौरान बाबा पर जलार्पण करने वाले श्रद्धालु कई ऐसे होते हैं जो फलहारी होते हैं और जलार्पण के पष्चात् उन्हें कुछ नमकीन खाने का मन करता है और हर भारतीय के तरह उन्हें भी झालमुढ़ी ही एक अच्छा विकल्प नजर आता है। मेला के दौरान आपको इनकी दुकान गर्दन पर बड़े कटोरों एवं अन्य छोटे बर्तन के साथ दिखाई देते है जिनमें मिकस्चर के साथ कई मसाले रखे होते हैं और ठीक बीच में एक बड़ा बर्तन होता है और उसके नीचे मुढ़ी जिससे झालमुढ़ी बनाई जाती है।
मसलेदार होना ही झाल है एवं भुने चावल के दाने में भी मसालदार होता है। लेकिन वासुकिनाथधाम के झालमुढ़ी का स्वाद आपको कहीं नही मिलेगी। कुछ मुट्ठी मंुगफली, दाल के दाने, सेव, टमाटर, खीरा, मिर्च, धनिया, नारियाल और प्याज के टुकड़े मिलाकर उपर से उबले आलू मिलाया जाता है एवं परोसा जाता है तो श्रद्धालु बिना किसी से बात किये जल्दी-जल्दी चबाकर खा रहे होते हैं। यहां तक अगर वासुकिनाथधाम कि झालमुढ़ी के एक पैकेट को किसी से साझा कर रहे है इस दौरान आपको एक बिल्कुल गैर भारतीय अनुभव प्राप्त होगी यानि खामोषी।
यह झालमुढ़ी इतनी स्वादिष्ट होती है कि श्रद्धालु बार-बार इसे खाते दिखते हैं। आप एक बार वासुकिनाथधाम के झालमुढ़ी को खाकर देखिये वैसे तो केसरिया रंग और बाबा की नगरी में कोई अमीर गरीब नहीं होता लेकिन आपको बड़े-बड़े से लोग भी लाइन में खड़े होकर झालमुढ़ी खाते दिखेंगे। वाकई जब स्वाद की बात होती है तो झालमुढ़ी सबको बराबर बना देता है।



दुमका 28 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 429 
उपायुक्त दुमका के अध्यक्षता में जिले में चल रहे मुख्यमंत्री कालाजार उन्मूलन माह से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई जिसमें सिविल सर्जन दुमका, सहायक मलेरिया पदाधिकारी, दुमका, राज्य सलाहकार जे ई सी एवं सी ए आर ई की डी पी ओ जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक उपस्थित हुए। उपायुक्त दुमका ने सर्वप्रथम कालाजार से संबंधित चल रहे सभी कार्यक्रमों की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में जिले के 6 अन्यंत प्रभावित कालाजार सा0 स्वा0 केन्द्रों के क्षेत्र में नुक्कड़ नाटक, विद्यालयों में जागरुकता अभियान हेतु हैण्डबिल वितरण की जाय। क्षेत्रों में चलाए जा रहे कालाजार जागरुकता संबंधित दीवाल लेखन का फोटोग्राफ प्रकाशित की जाय। ग्रामों के मुखिया को कालाजार संबंधित जानकारी का राईटअप उपलब्ध कराई जाए। वासुकिनाथ धाम मेले में कालाजार का काउण्टर स्थापित की जाय। सर्वधिक सम्मलेन संबंधित दिनांक 8 अगस्त 2017 को सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, सी डी पी ओ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं जिला स्तरीय पदाधिकारियों की बैठक का आयोजन कर संबंधित निर्देश दिए गए। आकाशवाणी द्वारा कालाजार संबंधित जागरुकता का संवाद प्रसारित करने का निदेश दिया गया।


दुमका 28 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 428 
उपायुक्त दुमका मुकेश कुमार के द्वारा प्ज्त्भ्क् के प्रतिनिधियों के साथ की गई बैठक के दौरान दिए गए निदेश के आलोक में उप विकास आयुक्त दुमका शशि रंजन एवं अपर समाहर्ता इंदु गुप्ता मलूटी मंदिर के संरक्षण एवं जीर्णोद्धार के कार्यों का जायजा लिया । उप विकास आयुक्त को प्ज्त्भ्क् के प्रतिनिधि ने बताया कि 4 चरणों में ऐतिहासिक मलूटी के मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाना है। प्रथम चरण में 20 मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाना था जिसमें 17 मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जा चुका है। अगले 2 साल में यह संरक्षण  एवं जीर्णोद्धार का कार्य पूरा किया जाना है। उप विकास आयुक्त ने दुमका के ऐतिहासिक धरोहर मलूटी मंदिर की चहारदीवारी हेतु भूमि चिन्हित करने का कार्य का भी जायजा लिया। मा मौलिक्षा मंदिर के निकट पढ़े जमीन को भविष्य में पार्क के रूप में विकसित किया जाना है ।इसके अतिरिक्त एक पर्यटन सूचना केंद्र का निर्माण किया जाएगा।  मलूटी मंदिरों में मुख्य रुप से टेराकोटा कला का प्रयोग किया गया है । टेराकोटा कला के विकास के लिए मलूटी में ही टेराकोटा का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिससे इस पुरानी कलाकार संरक्षण किया जा सकेगा । इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा एवं आर्थिक संपनता आएगी ।मलूटी को टूरिस्ट कॉन्पलेक्स के रूप में विकसित किया जाएगा ।यहां के पोखर ध्तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा । पर्यटकों की आवासन हेतु गेस्ट हाउस में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी साथ ही दुमका से आवागमन हेतु पर्यटक बस सेवा शुरू की जाएगी ताकि लोगों को मलूटी भ्रमण करने में परेशानी का सामना ना करना पड़े । दीदी कैफे/ कैफेटेरिया का निर्माण कराया जाएगा इसमें सूचना प्रौद्योगिकी संबंधित सुविधाएं पर्यटकों के लिए उपलब्ध रहेंगी। मलूटी मंदिरों के भ्रमण हेतु मंदिरों को विभिन्न क्षेत्रों में विभाजित किया जाएगा ताकि पर्यटकों को इन मंदिरों की विशेषता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी जा सके।



दुमका 28 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 427 
श्रावणी मेला 2017 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा षिविरों में मेला प्रारंभ होने से लेकर अबतक कुल 62,151 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया जा चुका है। 
28 जुलाई 2017 को कुल 3233 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया गया। जिनमें मुख्य प्रसासनिक षिविर के 761, स्वास्थ्य उपकेन्द्र 121, स्वास्थ्य षिविर (सूचना मंडप) 71 स्वास्थ्य षिविर बस स्टैण्ड 199, वासुकिनाथ रेलवे स्टेषन 142, रेफरल अस्पताल वासुकिनाथ 79, राजस्व तहसील कचहरी 165, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी 53, कांवरिया धर्मषाला सहारा 70, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी 358, स्वास्थ्य उपकेन्द्र कटहराटाड़ 42, स्वास्थ्य षिविर बोगली 55, स्वास्थ्य षिविर मोतिहारा 61, स्वास्थ्य षिविर सुखजोरा 44,  ओआरएस/इमरजेंसी काउन्टर के 121, चलन्त चिकित्सा वाहन से 90 एवं टेन्ट सीटी एवं वैक्सीन काउंटर से 801 श्रद्धालु रहे।


दुमका 28 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 426 
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की आस एवं माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के प्रयास को दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने गति प्रदान करने का काम किया है। उपायुक्त मुकेश कुमार ने वासुकिनाथ धाम पहंुचकर पूरे मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया एवं निरीक्षण के दौरान वैसे दुकानदारों को उपायुक्त ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जिन्होंने मेला के दौरान अपने दुकान के साथ आस-पास सफाई रखी थी। 
उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छता ना सिर्फ हमारी बल्कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की प्राथिमकता है। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान वासुकिनाथ धाम में प्रत्येक वर्ष के भांति इस वर्ष भी हजारों-हजार की संख्या में श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण करने आ रहे है। इस दौरान वे वासुकिनाथ धाम से घर जाते समय स्वच्छता के प्रति एक अच्छा संदेश लेकर जाय।
उन्होंने सभी दुकानदारों से यह अपील की कि वैसे श्रद्धालु जो अपना भुगतान कैशलेस विनिमय के द्वारा कराना चाहते है उनका भुगतान कैशलेस के द्वारा ही ले। उन्होंने कहा कि अपने दुकानों में ईपोस मशीन या एसबीआई बडी आदि की सुविधा अवश्य रखे ताकि श्रद्धालुओं को कैशलेस विनिमय में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
उपायुक्त ने प्रशस्ति पत्र देकर दुकानदारों से कहा कि इसी तरह सफाई पूरे मेला के दौरान बनाये रखे ताकि श्रद्धालुओं को एक स्वस्थ्य भोजन मिल सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन आगे भी वैसे दुकानदारों को सम्मानित करेगा जो स्वच्छता पर ध्यान रखेंगे।
इस दौरान उपायुक्त मुकेश कुमार के साथ पूर्व सांसद अभय कान्त प्रसाद, प्रशिक्षु आई ए एस विशाल सागर, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी राशिद अख्तर, प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार दास, अंचल अधिकारी आदि उपस्थित थे।



दुमका 28 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 425 
जिले में हो रही है अत्यधिक बारिश के कारण हुई क्षति के मद्देनजर उपायुक्त दुमका  मुकेश कुमार ने राज्य आपदा मोचन निधि से सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। सभी अंचल अधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र में बारिश से हो रही क्षति पर नजर बनाए रखें सप्रभावित व्यक्ति परिवार को राहत पहुंचाने हेतु त्वरित कार्रवाई करें तथा अभिलेख तैयार कर जिला से स्वीकृति प्राप्त करते हुए अविलंब सहायता उपलब्ध कराई जाय। इस कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही बरतने वाले पदाधिकारी, कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी ससंबंधित पदाधिकारी गृह विभाग द्वारा क्षति के लिए निर्धारित की गई मुआवजा राशि का भुगतान ससमय करना सुनिश्चित करेंगे।


दुमका 28 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 424 
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथधाम 2017 में आज कुल 69913 श्रद्धालुओं ने बाबा वासुकिनाथ का जलाभिषेक किया। जिनमें शीघ्र दर्शनम 1689 जलार्पण काउण्टर से 15525, निकास द्वार से दर्शनार्थी 54388 रहे। राजकीय श्रावणी मेला वासुकिनाथधाम में आज कुल चढ़ावा राशि 1,63,831 रु0 रहा। जिसमें गोलक से 80,825 रु0, जर्लापण से 57810 रु0 तथा अन्य स्रोत से कुल चढ़ावा राशि 25,196 रु0 रहा। चढ़ावा चांदी का द्रव्य 67 ग्राम रहा। 10 ग्राम चांदी का सिक्का 22 अदद तथा 5 ग्राम चांदी का सिक्का 3 अदद बिक्री हुआ।

दुमका 28 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 423 
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले के 19 वां दिन परोहित पूजा के बाद 3 बजकर 32 मिनट पर बाबा फौजदारी पर जलार्पण शुरु हुआ। केसरिया रंग और बोल बम के नारे से पूरा मंदिर परिसर गूंजायमान हो उठा। श्रद्धालु कतारबद्ध और धैर्य के साथ बाबा वासुकिनाथ को जलार्पण कर रहे थे। शिवगंगा के साथ-साथ पूरे मेला क्षेत्र में श्रद्धालु देर रात्रि तक घूमते नजर आ रहे थे। सभी सुरक्षा कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, सूचना सहायता कर्मी, सफाई कर्मी हर दिन के भांति आज भी अपने कर्तव्य पर थे। छक्त्थ् की टीम शिवगंगा में सुबह सवेरे से गस्त लगाते दिख रहे थे। 
सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा वासुकिनाथ धाम आने वाले वैसे श्रद्धालु जो अपनों से बिछुड़ जाते है उन्हें मिलाने कार्य लगातार किया जा रहा है। सूचना सहायता कर्मी ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिला रहे है। 
स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों का दल पूरे निष्ठा भाव से श्रद्धालुओं की सेवा में जुटा दिखाई दे रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा श्रावणी मेला के दौरान बनाये गये सभी स्वास्थ्य शिविरों में प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य कर्मी श्रद्धालुओं की सेवा करते नजर आ रहे है।
स्वाच्छता को ध्यान में रखते हुए पूरे 300 सफाई कर्मी मेला क्षेत्र को दिन रात साफ करने में जूटे हुए है।
दुमका उपायुक्त मुकेश कुमार ने वासुकिनाथ धाम पहुंचकर पूरे मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया। मीडिया सेन्टर पहुंचकर उन्होंने सीसीटीवी के माध्यम से सभी आवासन केन्द्रों एवं मेला क्षेत्र जायजा लिया। उपायुक्त ने कहा कि आवासन केन्द्र में प्रतिनियुक्त सूचना सहायता कर्मी श्रद्धालुओं का ध्यान रखे श्रद्धालुओं के विश्राम के दौरान उनके समानों की रक्षा करना आपका कर्तव्य है। वैसे असामाजिक तत्व पर नजर रखे जो श्रद्धालु के वेष में आकर गलत काम करते है।
उपायुक्त ने मेला क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान प्रतिनियुक्त अधिकारियों को निदेश दिया कि ससमय अपने ड्यूटी पर मौजूद रहे तथा सहयोगी के आने के बाद ही अपने कर्तव्य स्थल को छोड़े। उपायुक्त ने कहा कि बचे दिनों में भी पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहण करें यही बाबा की सच्ची सेवा होगी।







Thursday, 27 July 2017

दुमका 27 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 422 
मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड अन्तर्गत प्रखंड उद्यमी समन्वयक के पद पर संविदा आधारित नियुक्ति हेतु दिनांक 27 जुलाई 2017 को उपायुक्त दुमका मुकेष कुमार की अध्यक्षता में गठित चयन समिति के द्वारा कुल 140 आवेदकों का साक्षात्कार लिया गया। उक्त साक्षात्कार हेतु चयन समिति के सदस्यों के रूप में उप विकास आयुक्त दुमका, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र दुमका, जिला कल्याण पदाधिकारी दुमका एवं निदेषक राष्ट्रीय नियोजन कार्यक्रम दुमका उपस्थित थे। दिनांक 28 जुलाई 2017 को 10 बजे पूर्वा0 से शेष 189 आवेदकों का साक्षात्कार लिया आयेगा।  



दुमका 27 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 421
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथधाम 2017 ने अपना 18 दिन पूरा कर लिया। देष के विभिन्न राज्यों से आने वाले हजारों श्रद्धालु बाबा वासुकिनाथधाम पर जलार्पण कर अपने घर को वापस लौट गये। पूरा एक सप्ताह और आने वाले दिनों में वासुकिनाथधाम केसरिया रंग सराबोर दिखा और दिखेगा।
श्रावणी मेले में जिला प्रषासन सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा पूरी विधि व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है। श्रद्धालुओं को होने वाले हर परेषानी को जिला प्रषासन सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा यथा शीघ्र दूर करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। पूरे विधि व्यवस्था एवं श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेषानी न आये इसके लिए सुरक्षा कर्मी, सूचना सहायता कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी एवं विभिन्न विभाग के लोग दिन दोगुनी रात चैगुनी कर काम कर रहे हैं।
जिला प्रषासन सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा श्रावणी मेले के दौरान निःषुल्क पण्डाल में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु विश्राम कर रहे है। यह देख दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार का वह बात सच साबित हो रहा है कि इस बार कोई भी श्रद्धालु श्रावणी मेले के दौरान पिछले वर्ष के भांति सड़क पर विश्राम न करेंगे।
मंदिर परिसर एवं मेला क्षेत्र में असमाजिक तत्व किसी भी तरह की गड़बड़ी न करे इसके लिए पूरी रात प्रतिनियुक्त सुरक्षा कर्मी कड़ी मेहनत कर रहे है। श्रद्धालुओं के द्वारा कतारबद्ध होकर जलार्पण में भी सुरक्षा कर्मी अपनी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। जलार्पण के दौरान किसी भी तरह की घुसपैठ न हो इसके लिए सुरक्षा कर्मी हमेषा तैयार रहते है।
पूरे श्रावणी मेले के दौरान किसी भी तरह की गंदगी मेला क्षेत्र में न रहे इसके लिए रात -रात भर सफाई कर्मी अपने काम में लगे दिखाई देते है। मंदिर परिसर से लेकर वासुकिनाथधाम के चारों ओर सफाई कर्मी अपने कर्तव्य का निर्वहन ईमानदारी से करते नजर आ रहे हैं।
श्रावणी मेले के दौरान श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को लेकर प्रषासन द्वारा हर एक पण्डाल में स्वस्थ्य षिविर खोला गया है जिसमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु इसका लाभ उठा रहे है।
विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालु अपने परिजनों से बिछड़ जाते है परंतु सूचना सहायता कर्मी द्वारा प्रतिदिन हजारों लोगों को उनके परिजनों से मिलाया जाता हैं। कई बार श्रद्धालु के पास इतने पैसे नही होते की वे अपने घर को जा सके लेकिन सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा उन्हें सहायता राषि प्रदान कर उन्हें उनके घर तक भेज दिया जाता है।
इसी क्रम में राजकीय श्रावणी मेला 2017 के दौरान जिला प्रषासन सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा चलाया जा रहे अभियान ‘‘बिछड़ों को हम मिलाते है‘‘ से श्रद्धालुओं के चेहरे पर तुरंत ही खुषी नजर आने लगती है।






दुमका 27 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 420 
छोटा तो हूँ मगर किसी से कम नहीं...
जब कोई जीव पृथ्वी पर जन्म लेता है तो वह अपने सबसे छोटे रुप में होता हैं। फिर क्यों न वो जीव जंतू हो या मानव, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है कमोबेस उसका रंग रुप व आकार बदलने लगता है। एक छोटा बच्चा उम्र की सीढ़ियां चढ़ते-चढ़ते बुढ़ापे के दहलीज पर पहँुच जाता है। वक्त की रफतार उसे इस बात का अहसास भी नहीं होने देता कि वो कब बुढ़े हो गये हैं।
इस पृथ्वी पर जन्म लेने वाले हर एक जीव का रंग, रुप, आकार उसके लिए महत्वपूर्ण होता है। लेकिन मनुष्य के लिए ये सारी चीजें और भी ज्यादा जरुरी हो जाती है उससे भी ज्यादा इस समाज के लिए इस दुनिया के लिए जरुरी होता है।
इस सभ्य समाज में लोग न जाने क्यों एक मनुष्य को उसके गुणों से कम उनके कमियों से ज्यादा पहचानते हैं। आज हम बात कर रहे हैं 45 वर्षीय गणेष मरीक की। कद से बोने होने के वजह से उन्हें बहुत परेषानियों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने बताया कि मेरा कद छोटा तो जरुर है मगर मैं किसी से कम नहीं हँू। परेषानियां जरुर आती है मगर मैं उनसे लड़ता हँू और हर बार सफल होता हँू।
जिला दुमका पो0 बनवारा ग्राम बनवारा के रहने वाले गणेष मरीक ने बताय कि 2006 में मिठाई दुकान में काम करता था लेकिन कद छोटा हाने से मैं काम नही कर पाता था फिर मैंने उस काम को छोड़ कर अपने घर पर ही छोेटा सा व्यवसाय करता हूँ एवं अपने परिवार का भरण पोषण करता हूँ।
गणेष मरीक ने बताया मैं हर वर्ष सावन के महीने में सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित मयूराक्षी कला मंच के स्टेज पर अपने बेटे के साथ नाच कर श्रद्धालुओं का मनोरंजन करता हँू और मुझे अच्छा लगता है।
मैं अपने 7 वर्ष के बेटे के साथ प्रतिदिन यहाँ आकर श्रद्धालुओं का मनोरंजन करता हँू और बाबा वासुकिनाथ का सेवा मैं अपने छोटे कद से करता हूँ। उन्होंने बताया कि हर वर्ष सावन के मेले से पूर्व जरमुण्डी के बीडीओ संजय कुमार दास मुझे बोल बम का कपड़ा देते हैं जिसे पहनकर मैं नाचता हूँ।
उन्होंने बताया कि अपने 4 बेटे का भरण पोषण करता हूँ पर भीख नहीं मांगता। उनका 7 वर्ष का पुत्र सागर मरीक जो की कद मे छोटा है बताया कि मैं पढ़ाई करता हूँ लेकिन अपने माता पिता के लिए सावन में पूरे 1 महीना अपने पिता का साथ देता हूँ।
अंत में उन्होंने बताया कि असली धन्यवाद के पात्र वर्तमान में मुख्यमंत्री सचिवालय के उप निदेषक अजय नाथ झा सर हैं जिन्होंने मुझे 2006 में यह मंच श्रद्धालुओं के मनोरजन के लिए प्रदान किया था।


दुमका, 27 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 419 
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथधाम 2017 में आज कुल 89301 श्रद्धालुओं ने बाबा वासुकिनाथ का जलाभिषेक किया। जिनमें शीघ्र दर्षनम 2014 जलार्पण काउण्टर से 32313, निकास द्वार से दर्षनार्थी 54974 रहे। राजकीय श्रावणी मेला वासुकिनाथधाम में आज कुल चढ़ावा राषि 106495 रु0 रहा। जिसमें गोलक से 52650 रु0, जर्लापण से 10600 रु0 तथा अन्य स्रोत से कुल चढ़ावा राषि 43245 रु0 रहा। चढ़ावा चांदी का द्रव्य 85 ग्राम रहा। 10 ग्राम चांदी का सिक्का 2 अदद तथा 5 ग्राम चांदी का सिक्का 5 अदद बिक्री हुआ।


Wednesday, 26 July 2017

दुमका, 25 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 418 
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथधाम 2017 में आज कुल 86620 श्रद्धालुओं ने बाबा वासुकिनाथ का जलाभिषेक किया। जिनमें शीघ्र दर्षनम 2241 जलार्पण काउण्टर से 33274, निकास द्वार से दर्षनार्थी 51105 रहे। राजकीय श्रावणी मेला वासुकिनाथधाम में आज कुल चढ़ावा राषि 124055 रु0 रहा। जिसमें गोलक से 63715 रु0, जर्लापण से 18060 रु0 तथा अन्य स्रोत से कुल चढ़ावा राषि 42280 रु0 रहा। चढ़ावा चांदी का द्रव्य 98 ग्राम रहा। 10 ग्राम चांदी का सिक्का 7 अदद तथा 5 ग्राम चांदी का सिक्का 5 अदद बिक्री हुआ।
श्रावणी मेला 2017 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा षिविरों में मेला प्रारंभ होने से लेकर अबतक कुल 55203 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया जा चुका है। 
26 जुलाई 2017 को कुल 3518 श्रद्धालुओं का निःषुल्क चिकित्सा किया गया। जिनमें मुख्य प्रसासनिक षिविर के 810, स्वास्थ्य उपकेन्द्र 114, स्वास्थ्य षिविर (सूचना मंडप) 280, स्वास्थ्य षिविर बस स्टैण्ड 226, वासुकिनाथ रेलवे स्टेषन 181, रेफरल अस्पताल वासुकिनाथ 63, राजस्व तहसील कचहरी 196, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी 44, कांवरिया धर्मषाला सहारा 35, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी 56, स्वास्थ्य उपकेन्द्र कटहराटाड़ 14, स्वास्थ्य षिविर बोगली 30, स्वास्थ्य षिविर मोतिहारा 45, स्वास्थ्य षिविर सुखजोरा 27,  ओआरएस/इमरजेंसी काउन्टर के 230, चलन्त चिकित्सा वाहन से 82 एवं टेन्ट सीटी एवं वैक्सीन काउंटर से 1085 श्रद्धालु रहे।


दुमका, 26 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 417
एलईडी स्क्रीन कर रहा है श्रद्धालुओं का मनोरंजन...
मासव्यापी श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं की बड़ी-बड़ी टोलीयों प्रत्येक दिन वासुकिनाथ धाम पहुँच रही है। कांवरिया रुट लाइन के साथ-साथ पूरा मेला क्षेत्र केसरिया रंग में सराबोर हो जाता है। जिला प्रषासन द्वारा श्रद्धालुुओं के लिये की गयी व्यवस्था का ही यह असर है कि प्रत्येक दिन हजारों हजार की संख्या में श्रद्धालु वासुकिनाथ धाम पहँुच रहे हैं।
जिला प्रषासन द्वारा वासुकिनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा दी जा रही है। शुद्ध पेयजल निःषुल्क आवासन निःषुल्क शौचालय निःषुल्क स्वास्थ्य सेवा आदि ढेरों सुविधायें श्रद्धालुओं को मिल रही है।
इस क्रम में श्रद्धालुओं के मनोरंजन एवं जरुरी सूचनाओं के लिये षिवगंगा के किनारे बने सेड में 30 एलईडी स्क्रीन लगाये गये हैं। सभी एलईडी स्क्रीन पर बोल बम के गानों के साथ-साथ जिला प्रषासन द्वारा दिये जाने वाले जरुरी सूचनाओं का सम्प्रेषण भी किया जा रहा है।
सभी एलईडी स्क्रीन पर 24ग7 भक्ति संगीत चलाये जाते है। बाबा पर जलार्पण के लिये कतारबद्ध कांवरिया हो या फिर देर रात्रि तक षिवगंगा में विश्राम करते श्रद्धालु सभी की थकान दूर करने में एलईडी स्क्रीन पर प्रसारित होने वाले भक्ति संगीत मील का पत्थर साबित हो रहा है।
सभी श्रद्धालु इतनी संुदर व्यवस्था के लिये जिला प्रषासन को धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं।


दुमका, 26 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 416
बिछड़ो को हम मिलाते है...
सूचना सहायता षिविर निभा रहा है अपनी अहम भूमिका...
श्रावणी मेले के दौरान वासुकिनाथ धाम में पूरे एक माह तक श्रद्धालुओं का सैलाब दिखायी पड़ता है। बाबा धाम 105 किमी की पैदल यात्रा कर पहँुचने वाले श्रद्धालु बाबा बैधनाथ पर जलार्पण करने के बाद रुकते नहीं हैं। वे सीधे फौजदारी बाबा के दरबार की ओर निकल पड़ते हैं। फौजदारी बाबा पर जलार्पण करने के पष्चात ही उनकी यात्रा सफल हो जाती है। हजारो-लाखों की संख्या में प्रत्येक दिन श्रद्धालु फौजदारी बाबा के दरबार पहँुचकर अपनी मनोकामना बाबा से मांगते हैं।
वासुकिनाथ धाम आने वाले कई श्रद्धालु ऐसे होते हैं जो पिछले कई वर्षों से बाबा की दरबार में अपनी हाजरी लगाते है लेकिन कई ऐसे भी होते हैं जो पहली बार बाबा के दरबार पहँुचते हैं।
इस दौरान कई श्रद्धालु सगमता पूर्वक जलार्पण कर अपने घर लौट जाते हैं लेकिन कई ऐसे भी होते हैं जो अपनों से मेला क्षेत्र में या जलार्पण के दौरान बिछुड़ जाते हैं।
मेला में अपनों से बिछुड़ने का दर्द को समझते हुए सूचना सहायता कर्मी वैसे श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाने का बीड़ा उठाती है। सूचना सहायता कर्मी द्वारा पहले उनका पूरा पता पूछा जाता है विभिन्न माध्यमों से उनके परिजनों को ढंूढने का प्रयास किया जाता हैं।
ऐसे श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए पूरे मेला क्षेत्र में भिन्न-भिन्न जगहों पर सूचना सहायता षिविर खोला गया है जिनमें 24ग7 सूचना सहायता कर्मी की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है।
इस दौरान सूचना सहायता कर्मी को कई ऐसे भी श्रद्धालुओं से भी मुलाकात हो जाती है जो पिछले 3-4 दिनों से अपनों से बिछड़कर मेला क्षेत्र में उन्हें ढंूढते रह जाते हैं। सूचना सहायता कर्मी द्वार कई बार उन्हें भोजन कराया जाता है एवं विभिन्न माध्यमों से उनके परिजनों से संपर्क साधने की कोषिष की जाती है। कई बार विषेष परिस्थिति में उन्हें सूचना सहायता कर्मी द्वारा उनके घर तक छोड़ा जाता है।
सभी सूचना सहायता षिविर में ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाये गये है जिसके माध्यम से श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाया जाता है साथ ही कई बार दूरभाष के माध्यम से भी बिछड़ो को मिलाया जाता है।
अब तक लगभग 80 हजार बिछड़ो को उनके परिजनों से मिलाया चुका है। बिछड़ने के दर्द से ज्यादा श्रद्धालुओं को अपनों से मिल जाने की खुषी होती है। जाते-जाते श्रद्धालु यहां की गयी व्यवस्था के लिये जिला प्रषासन एवं राज्य सरकार को धन्यवाद कहते हैं। सूचना सहायता कर्मी द्वारा उन्हें अगले वर्ष फिर से आने का आमंत्रण दिया जाता है।


दुमका, 26 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 415
हाईटेक तरीके से किया जा रहा वासुकिनाथधाम में मेला का संचालन...
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथ धाम में इस वर्ष श्रद्धालुओं की तादाद में अब तक वृद्धि देखी जा रही है। मासव्यापी श्रावणी मेला का 17 वां दिन भी श्रद्धालु बड़ी तादाद में वासुकिनाथ धाम आते दिखे। पूरे कांवरिया रुट लाइन हर दिन की तरह आज भी गेरुआ रंग में सरबोर दिखा। पूरे एक महीने तक श्रावणी मेला के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु फौजदारी बाबा के दरबार में अपनी मनोकामना मांगते आते हैं। जिला प्रषासन द्वारा इसका संचालन करना किसी चुनौती से कम नहीं होता। पूरे एक माह तक आने वाले श्रद्धालुओं को हर सुविधा जिला प्रषासन द्वारा दी जा रही। साथ ही पूरे मेले के संचालन हाईटेक तरीके से किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की हर गतिविधि पर प्रषासन के लोगों की नजर है। कांवरियों को सुगमता पूर्वक जलार्पण कराने से लेकर बिछड़ों के मिलाने तक सभी कार्य हाईटेक तरीके से किये जा रहे हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेषानी न हो तथा कोई भी असमाजिक तत्व मेला के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास न कर सके इसके लिये पूरे कांवरिया रुट लाइन को सीसीटीवी कैमरे से पाट दिया गया है। सभी महत्वपूर्ण जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगा ये गये हैं। वासुकिनाथ धाम में श्रद्धालुओं के प्रवेष होने से लेकर श्रद्धालुओं के विदा होने तक पर प्रषासन की नजर है। चप्पे-चप्पे पर वाॅकी-टाॅकी लिये सुरक्षा कर्मी श्रद्धालुओं की सेवा में 24ग7 तैयार रहते हैं। किसी भी विपरित स्थिति उतपन्न होने पर त्वरित सूचनाओं का आदान प्रदान आसानी से हो सकता है और प्रषासन हर परिस्थिति से निपटने के लिये तैयार रहेगा।
इतना ही नहीं श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए ड्रोन कैमरे से पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। मेला प्रांगण के साथ-साथ मेला क्षेत्र में भी ड्रोन कैमरे की मदद से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
वासुकिनाथ धाम स्थित प्रषासनिक भवन में मेला के दौरान एक कंट्रोल रुम भी बनाया गया है। कंट्रोल रुम से संपूर्ण मेला क्षेत्र पर नजर रखा जा सकता है तथा किसी विषेष परिस्थिति में जरुरी दिषा निदेष दिया जा सकता है।
जलार्पण करने के बाद श्रद्धालु विश्राम के लिये सूचना जसम्पर्क विभाग द्वारा बनाये गये निःषुल्क आवासन केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा टेंट सीटी का निर्माण कराया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान रखते हुऐ सभी आवासन केन्द्रों को भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा गया है।
श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेषानी न हो इसके लिये सभी वरीय अधिकारियों द्वारा एक वाट्सएप्प ग्रुप भी बनाया गया है जिसके द्वारा सूचनाओं का आदान प्रदान वरीय अधिकारियों को किया जा सकता है। मेला क्षेत्र में होने वाले किसी भी परेषानी को ग्रुप के माध्यम से वरीय अधिकारियों को आसानी से अवगत कराया जा सकता है।


दुमका, 26 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 414
दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने मलूटी मंदिरों के जीर्णोद्धार का काम कर रही आईटीआरएचडी (इंडियन ट्रस्ट फाॅर रूरल हेरिटेज एंड डेवलपमेंट) की टीम के साथ बैठक की। बैठक में अब तक के हुए कार्यों की समीक्षा की गई तथा जीर्णोद्धार से संबंधित अन्य बिंदुओं पर चर्चा किया। उपायुक्त ने कहा कि आईटीआरएचडी की टीम यह सुनिश्चित करें कि मलूटी मंदिरों का जो मूल है उसे बरकरार रखा जाए तथा इसकी भव्यता एवं सुंदरता पर प्रतिकूल प्रभाव ना पड़े। 
उपायुक्त ने कहा कि इन नायाब मंदिरों कि चारदीवारी अत्यंत महत्वपूर्ण है तभी इसका संरक्षण भी सभी तरीके से किया जा सकेगा। इस बाबत उन्होंने आदेश दिया की मंदिर परिसर में जमीनों की मापी करायी जाय तथा सरकारी जमीन को चिन्हित किया जाय। आईटीआरएचडी की टीम से मंदिर में किए गए टेरा कोटा आर्ट की अद्यतन रिपोर्ट मांगी। संवेदक द्वारा बताया गया कि टेरा कोटा आर्ट का काम रिनोवेशन होने के उपरांत किया जायेगा। संवेदक ने बताया कि यथा संभव टेरा कोटा आर्ट के मूल को बरकरार रखा जायेगा। 
उपायुक्त ने कहा कि मंदिर परिसर से सटे मैदान को पार्क में विकसित किया जा सकता है तथा यहां स्थित पोखरों का सौंदर्यीकरण किया जा सकता है। उन्होंने कहा की मलूटी में अपार संभावनाएं हैं जो इसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल मैं तब्दील कर सकता है। उन्होंने कहा कि दुमका में टूरिस्ट सर्किट जिसमें छोटे छोटे पर्यटन स्थलों को एक दूसरे से जोड़कर विकसित किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मलूटी परिसर को टूरिस्ट कॉन्पलेक्स के रूप में बढ़ावा दिया जाये जहां हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हों। दुमका से मलूटी तक के लिए टूरिस्ट बसों को भी चलाया जा सकता है। जिससे आने वाले पर्यटकों के सफर को रोचक बनाया जा सकता है।   
बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी तथा आईटीआरएचडी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।