Saturday, 22 July 2017

दुमका, 22 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 394
मेरा कद छोटा है मगर मैं आसमां हँू...
मासव्यापी श्रावणी मेला के दौरान वासुकिनाथ धाम में प्रतिदिन देष के अलग-अलग राज्यों से साथ ही विदेषों से भी श्रद्धालु आते है। श्रावणी मेला के शुरु होने से एक महीनें पूर्व से ही छोटी बड़ी दुकानों के साथ-साथ पूरा वासुकिनाथ धाम एक नये रुप और रंग में नजर आने लगता है। मेला में दुकान लगाने वाले स्थानीय नही होते बल्कि अन्य जगहों से आकर श्रद्धालुओं की सेवा करते है। मेला शुरु होते ही पूरा मेला क्षेत्र अपने केसरिया रंग और बोल बम के नारे में रंग जाता है। वासुकिनाथ धाम स्थित नंदी चैक से लेकर बाबा मंदिर तक दुकानें सजी नजर आती है।
इस दौरान कई ऐसे करतब भी मेला क्षेत्र में दिखाई दे रहा है जिसे देखे बिना श्रद्धालु अपने एक कदम भी नहीं बढ़ा पाते है। छोटे से लाउडस्पीकर में देष भक्ति गानें तथा दो खुटो में बंधी रस्सी पर हवा में चलती छोटी सी बच्ची सभी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। बच्ची के हुनर को देख उसकी उम्र का पता ही नही चलता। महज 8 साल की बच्ची हवा में रस्सी पर चलते वक्त मानों कह रही हो मेरा कद छोटा है मगर मैं आसमां हँू। गुड़िया बताती है कि मैं पिछले दो वर्षों से बाबा की नगरी में आकर श्रद्धालुओं को अपनी करतब दिखाती हँू। कई श्रद्धालु ऐसे होते है जो मेरे करतब देखकर भावुक हो जाते है और मुझे गले से लगा लेते है। श्रद्धालुओं का यही प्यार मुझे बाबा के दरबार में आने से नही रोक पाता। मैं भी उन्हें भैया कहकर अगले वर्ष फिर से आने का आमंत्रण देती हूँ।
गुड़िया के करतब को देखने के लिए श्रद्धालु बड़ी तादाद में सड़क के किनारें खड़े होते है तथा करतब देखने के बाद गुड़िया को ढेरो आषीर्वाद के साथ-साथ कुछ रुपये भी देकर जाते है। करतब देखने के बाद श्रद्धालुओं ने बताया कि इतनी छोटी सी बच्ची रस्सी के सहारे हवा में चलती है यह देख हमारी आँखें यह सोचकर नम हो जाती है कि अपने परिवार के जीवन यापन के लिए बहुत ही कम उम्र में गुड़िया को इतने खतरों से भरे कारनामें करने की जरुरत पड़ रही है।
गुड़िया की बड़ी बहन बताती है कि कारनामें दिखाकर हम बहुत पैसे तो नही कमा पाते लेकिन श्रद्धालुओें का आषीर्वाद हमें भूखे रहने भी नही देता। गुड़िया तो स्कूल जाती है लेकिन सावन के माह में श्रद्धलुओं को अपनी करतब दिखाने से भी पीछे नहीं हटती। वो कहती है पूरे माह हम गुड़ीया के सहारे यहां करतब दिखाने आते है। वासुकिनाथ धाम आने वाले सभी बाबा के भक्त बहुत ही अच्छे होते है। हम सभी श्रद्धालुओं को अगले वर्ष आने के लिए आमंत्रित करते है।



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