Thursday, 13 July 2017

दुमका, 13 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 348 
वासुकिनाथ धाम में आया केसरिया रंग सैलाब...
प्रातः 4 बजे ही श्रद्धालुओं के लिये बाबा का पट खोल दिया गया। श्रद्धालु झमाझम बारिश में भी पूरे श्रद्धा के साथ बोल बम के नारों के साथ बाबा पर जलापर्ण के लिये कतारबद्ध थे। सुबह से ही शिवगंगा के साथ-साथ पूरे मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का सैलाब दिखा। बाबा पर जलार्पण करने तक श्रद्धालु पूरी ऊर्जा में थे।
सुबह से ही दुमका के पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल पूरे विधि व्यवस्था पर अपनी नजर बनाये हुए थे। सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी अपने-अपने कर्तव्य स्थल पर मौजूद थे।
पूरे कांवरिया रुट लाइन पर श्रद्धालुओं का सैलाब दिखा। सभी सुरक्षा कर्मी अपने-अपने कर्तव्य स्थल पर मौजूद थे। श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को देखते हुए विभिन्न स्वास्थ्य शिविर लगाये गये हैं। सभी स्वास्थ्य कर्मी सुबह से ही अपने कर्तव्य पर दिखे। श्रद्धालु स्वास्थ शिविर में ईलाज कराते दिखे।
सुबह से ही एनडीआरएफ की टीम शिवगंगा में उपस्थित दिखे।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे मेला क्षेत्र को सी0सी0टी0वी के निगरानी में रखा गया है।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा बनाये गये निःषुल्क आवासन केन्द्रों में श्रद्धालु विश्राम करते नजर आ रहें थे। निःषुल्क आवासन केन्द्र को साफ सफाई के साथ रखा गया है ताकि श्रद्धालु वासुकिनाथ धाम से एक अच्छा संदेश लेकर जायें। विभाग द्वारा बनाये गये सभी आवासन केन्द्र श्रद्धालुओं से भरा दिखायी दे रहा था। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी आवासन केन्द्र को भी सी0सी0टी0वी0 कैमरे की निगरानी में रखा गया है।
मध्यरात्रि से ही सफाई कर्मी पूरे मेला क्षेत्र को साफ करते दिख रहे थे।

इसी क्रम में सिक्किम से आये परिवार ने बातचीत के दौरान बताया कि वे पिछले 10 वर्षों से वासुकिनाथ धाम आ रहे हैं। लेकिन इस वर्ष की व्यवस्था बहुत ज्यादा ही बेहतर है। उन्होंने बताया कि वास्तव में सरकार द्वारा इस मेले को गंभीरता से लिया जा रहा है जिसका ही यह परिणाम है कि इस वर्ष श्रद्धालुओं की इतनी सुंदर व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि इतने शानदार आवासन केन्द्र कभी नहीं बनाये गये। उन्होंने बताया कि जिला प्रषासन की व्यवस्था को देखकर उनकी जितनी भी तारिफ की जाय कम है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पूरे परिवार के साथ आया हँू। इस वर्ष की व्यवस्था से हमने मन बना लिया है कि हर वर्ष पूरे परिवार के साथ ही वासुकिनाथ धाम आउँगा।


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