Thursday, 13 July 2017

दुमका, 13 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 347 
बिछड़ो को हम मिलाते हैं...
आंखों में आंसू और लोगों से मदद की गुहार लगाते हुई महिला। पिछले तीन दिन पहले अपनों से बिछड़ गयी थी। श्रावणी मेला के दौरान प्रतिनियुक्त सूचना सहायता कर्मी की नजर जब इस महिला पर पड़ी तो महिला ने सारा दर्द कह सुनाया। सर्वप्रथम भूखी महिला को भोजन कराया गया। ततपष्चात सूचना सहायता कर्मी ने महिला के बारे में जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सैयद राषिद अख्तर एवं श्रावणी मेला के दौरान प्रतिनियुक्त जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी साहेबगंज प्रभात शंकर को सूचना दी। दोनों पदाधिकाररियों ने मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुए तुरंत मनहार के अनुमंडल पदाधिकारी से बात की एवं स्थानीय थाना प्रभारी का मोबाईल नम्बर लिया। जिला जनसम्पर्क पदाधिकारियों द्वारा स्थानीय मनहार के थाना प्रभारी को पूरे मामले से अवगत कराया गया इसके पष्चात मनहार थाना प्रभारी ने संबंधित पते पर जाकर चंद्रकला देवी के परिजनों से बात की एवं पूरे मामले से अवगत कराया। 
वैशाली जिला के रहने वाली चंद्रकला देवी के पते पर जाकर स्थानीय थाना प्रभारी ने बात की एवं पूरे मामले को उनके परिवार को बताया। गुरुवार तक सूचना सहायता कर्मी द्वारा चन्द्र कला देवी के भोजन से लेकर सुरक्षा का पूरा ख्याल रखने के बाद जब उनके भतीजे रविन्द्र सिंह पहँुचे तो चन्द्रकला देवी के चेहरे पर खुशी का ठिकाना न था। उनके भतीजे ने सूचना सहायता कर्मी को अपना पूरा पता दिया। चन्द्रकला देवी द्वारा अपने भतीजे के साथ जाने के लिये राजी होने पर उन्हें जाने दिया गया।
चंद्रकला देवी ने जाते-जाते कहा आप सबकों मेरी उम्र लग जाये। उन्होंने जिला प्रषासन की इतनी सुंदर व्यवस्था के लिये जिला प्रषासन को धन्यवाद दिया।

सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा बिछड़े को मिलाये जाने का कार्य हर वर्ष किया जाता है। वैसे श्रद्धालु जो वासुकिनाथधाम आने के बाद अपनों से बिछुड़ जाते हैं उनके परिजनांे से मिलाने का कार्य सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा किया जाता है। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा बनाये गये सभी षिविरों में सूचना सहायता कर्मी बिछड़े श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाने का कार्य करते हैं कई बार श्रद्धालुओं को आर्थिक मदद के साथ उन्हें उनके घर तक छोड़ा जाता है। पूरे मेला क्षेत्र में लगे ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं अन्य माध्यमों से भी सूचना सहायता कर्मी श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाने का कार्य करते हैं।



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