दुमका, 23 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 398
- चाय का असली मजा पाना है तो वासुकिनाथधाम आइए जो मजा वासुकिनाथधाम में है वो न तो पेरिस में और न लंदन में.....
- 440 वोल्ट के चाय की प्याली में तूफान....
- 440 वोल्ट का मजा लेना है तो वासुकिनाथधाम आइए....
वासुकिनाथधाम एक ऐसा नाम जिसे लोग फौजदारी बाबा के नाम से जानते हैं। शिव शक्ति के दम-दम और बाबा के बम-बम से गुंजते वासुकिनाथ की महिमा लोगों की उम्मीद से कहीं ज्यादा है। श्रावणी मेला को छोड़कर भी श्रद्धालु देश के कोने-कोने से पूरे वर्ष यहां आते रहते हैं। सावन के दौरान यहां आने वाले कुछ श्रद्धालुओं को फौजदारी बाबा का दरबार इतना रास आता है कि वह हर वर्ष यहां हाजरि लगाने आ ही जाते हैं।
वैसे तो मासव्यापी श्रावणी मेले के दौरान देश के अलग-अलग कोने से आये श्रद्धालुओं को यहां की हर सुविधा पसंद आती है। श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण करने के बाद पूरे मेला क्षेत्र में घूमते नजर आते हैं। यहां आने वाले सभी श्रद्धालु बिना कुछ खरीददारी किये नहीं लौटते।
सावन शुरू होने के पूर्व से ही पूरे मेला क्षेत्र में भिन्न-भिन्न प्रकार की दुकानें लग जाती हैं। जिसमें श्रद्धालु अपने जरूरत के हिसाब से खूब खरीदारी करते नजर आते हैं। इस दौरान कई ऐसी दुकानें भी लगी रहती हैं जो आकर्षण का केंद्र बनी रहती हैं साथ ही अगर आप इन दुकानों पर नहीं गये तो यकीन मानिये आप कुछ भूल कर जा रहे हैं।
वासुकिनाथधाम स्थित शिवगंगा की ओर जाने वाले रास्ते पर आप जा रहे हैं तो कुछ देर रुककर 440 वोल्ट के चाय का मजा लेना मत भूलियेगा। अनाउंसमेंट तो होता है लेकिन अपनी नजर को भी एक्टिवेट रखियेगा। श्रद्धालुओं की भयंकर भीड़ और चाय की बेहतरीन खुशबू आपको मिलेगी। साथ ही 440 बोल्ट की करंट लगने का वार्निंग। घबराइयेगा मत श्री कृष्ण देव गोस्वामी जी की दुकान पर एक बार पहुंच जाइए भोले बाबा की कसम मजा ना आये तो कहियेगा।
एक छोटा सा माइक सिस्टम, देशभक्ति गाने, गैस के स्टोभ पर उबलता चाय, एक बड़ी बर्तन में दूध और लगातार 440 वोल्ट की चाय का अनाउंसमेंट यही तो कृष्ण देव गोस्वामी के चाय की दुकान की पहचान है।
कृष्णदेव गोस्वामी बताते हैं कि वह पिछले 17 सालों से श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं की सेवा कर रहे हैं। वे बताते हैं कि बाबा की नगरी में आने वाले शिवभक्तों की सेवा करने की खुशी अलग ही होती है। वे कहते हैं हर वर्ष श्रद्धालुओं का प्यार और आशीर्वाद मुझे मिलता है। 5 रुपये एवं 10 रुपये की प्याली की चाय श्रद्धालुओं को मैं पिलाता हूं। वे कहते हैं कि सरकार और जिला प्रशासन के साथ तमाम लोग श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहते हैं। मैं 440 वोल्ट की चाय श्रद्धालुओं को पिलाकर उनकी सेवा करता हूं। कई श्रद्धालु ऐसे भी होते हैं जो एक नहीं चार प्याली चाय पीते हैं शायद उन्हें चाय अच्छी लगती है। उस समय बहुत खुशी होती है। कई श्रद्धालु ऐसे भी होते हैं जिनके पास पैसे तो नहीं होते लेकिन उन्हें चाय पीने की इच्छा होती है मैं उन्हें भी चाय पिलाता हूं। वे कहते हैं यहां आने वाले सभी श्रद्धालु बहुत अच्छे होते हैं और शिवभक्त होते हैं मैं हर वर्ष उन्हें 440 वोल्ट की चाय पिलाकर अगले वर्ष फिर से आने का निमंत्रण देता हूं। 440 वोल्ट के चाय का मजा लेना है तो आइए एक बार वासुकिनाथधाम और हां चाय पीते समय सब कुछ भूल कर चाय की प्याली और स्वाद पर अपना ध्यान रखियेगा कहीं 440 वोल्ट के झटके ना लग जाये।
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