Thursday 20 July 2017

दुमका, 20 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 386
आपके लिये आपके अहसास के साथ...
एसएसबी (सषस्त्र सीमा बल) ने  उठाया कांवरियों की सेवा का बीड़ा...
मासव्यापी श्रावणी मेले के दौरान वासुकिनाथधाम आने वाले श्रद्धालुओं के कष्ट का अहसास किसे नहीं होता। गंगा मैया को अपने कांवर में लिये श्रद्धालु श्रवण कुमार की तरह नंगे पांव पैदल बाबा बैधनाथ पर जलार्पण कर किसी दर्द के अहसास के बिना फौजदारी बाबा के दरबार की ओर चल पड़ते हैं। बोल बम का नारा उनके दर्द में मरहम का काम करता है। बाबा पर जलार्पण करने से पूर्व तक भरपूर उर्जा में रहते है लेकिन जलार्पण के ठीक बाद उनका पांव षिथिल हो जाते हैं। जिला प्रषासन द्वारा श्रद्धालुओं को तो हर सुविधा दी जा रही है लेकिन इस क्रम को आगे बढ़ाते वासुकीनाथ धाम में सषस्त्र सीमा बल के जवानों ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा का बीड़ा उठाया है। झारखण्ड में नकस्ल की घटनाओं पर पूर्णतः शांति स्थापित कर एक तरफ जहां आम जन जीवन को खुषहाली एवं शांति प्रदान की है वहीं दूसरी तरफ इन जवानों ने श्रावणी मेला के दौरान अपनी सक्रियता दिखाकर भारतीय चेतना का आदर्ष सेवा-परमो-धर्मः को पूर्णतः चरितार्थ किया है।
सषस्त्र सीमा बल न सिर्फ नक्सलियों से लड़ने का कार्य करते हैं बल्कि इनके द्वारा कई ऐसे अभियान चलाये जाते है जो लोगों को जागरुक करता है।
हजारों हजार की संख्या में वासुकिनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा में जहां स्वास्थ विभाग के कर्मी लगे हुए हैं, वैसी ही स्थिति में पूर्णतः सेवा भाव से सषस्त्र सीमा बल का चिकित्सक दल श्रद्धालुओं की सेवा कर रहा है।
सषस्त्र सीमा बल के एसपी सुजीत कुमार के नेतृत्व में वासुकिनाथ धाम में श्रद्धालुओं की सेवा हेतु स्वास्थ्य षिविर खोला गया है, जिसमें प्रतिदिन 300-400 श्रद्धालुओं को मुफ्त दवाईयों के साथ-साथ उनका हेल्थ चेकअप भी किया जा रहा है।
वासुकीनाथ धाम में सषस्त्र सीमा बल द्वारा खोला गया स्वास्थ षिविर का उद्घाटन भी बहुत शांतिपूर्ण ढंग से श्रद्धालुओं के द्वारा किया गया जो यह दर्षाता है कि यह षिविर पूर्णतः बाबा वासुकिनाथधाम आये श्रद्धालुओं की सेवा के लिये है। 24ग7 सषस्त्र सीमा बल के जवान श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहेंगे। स्वास्थ षिविर में प्रतिनियुक्त चिकित्सकों ने बताया कि बाबा के भक्तों के दर्द का अहसास हम सभी को है और हम सभी उनकी सेवा करने में कभी पीछे नहीं रहेंगे।
इतना ही नही श्रावणी मेला के दौरान मंदिर और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सषस्त्र सीमा बल की क्वीक रिएक्षन टीम रात दिन बैकअप टीम के रुप में मंदिर में खड़ी है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिये एक तरफ जहां जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम किये गये है वही दूसरे तरफ सषस्त्र सीमा बल के जवान भी किसी भी आपात स्थित से निपटने के लिये तैयार हैं, साथ ही क्वीक एक्षन टीम के साथ पूरे विधि व्यवस्था पर अपनी नजर बनाये हुए हैं।
किसी भी विपरीत स्थिति उत्पन्न होने पर ये पूरे एक्टिवेट मोड में काम करेंगे। सषस्त्र सीमा बल द्वारा किये गये व्यवस्था पर दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार ने कहा कि एस एसबी का यह नया रुप की जितनी भी सराहना की जाय कम है। उपायुक्त ने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान देष भर से लोग वासुकिनाथ धाम आ रहे हैं और एस एसबी के इस नये रुप से एक अच्छा संदेष लेकर जा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल ने कहा कि सषस्त्र सीमा बल के बारे में आम लोगों के भीतर जो एक धारणा बनी हुई है सषस्त्र सीमा बल के जवान ने उसे बदल कर दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि सषस्त्र सीमा बल के इस प्रयास से यहां आने वाले श्रद्धालु एक अच्छा संदेष लेकर जायेंगे।
सषस्त्र सीमा बल के एसपी सुजीत कुमार ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के जवान 24ग7 पूरे श्रावणी मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहेंगे। उन्होंने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और उसमें भी अगर बाबा के भक्तों की सेवा करनी पड़े तो इससे अच्छा और कुछ नहीं हो सकता।







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