दुमका, 25 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 410
सुबह से ही मंदिर में उपस्थित दिखे उपायुक्त...
पुलिस अधीक्षक ले रहे थे विधि व्यवस्था का जायजा...
श्रावणी मेले के 16 वें दिन वासुकिनाथ धाम में श्रद्धालुओं का भारी भीड़ देखने को मिली। सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। शिवगंगा के किनारे श्रद्धालु देर रात्रि से ही दिखायी दे रहे थे। पूरे कांवरिया रुट लाइन एवं मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की चहल-पहल रही। सुबह होते ही षिवगंगा में श्रद्धालु बड़ी तादाद में पहँुचने लगे एवं स्नान करने के बाद पूजा अर्चना कर श्रद्धालु मंदिर की ओर जाते दिखे।
दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार भी सुबह से ही मंदिर प्रांगण में उपस्थित थे। श्रद्धालुओं बड़ी तादाद को देखते हुए उपायुक्त ने सभी प्रतिनियुक्त अधिकारियों एवं सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट रहने का निदेष दिया। उन्होंने कहा पूरे सावन माह में श्रद्धालुओं की भीड़ कब बढ जाये इसका अनुमान लगाना कठिन है इस लिये सभी प्रतिनियुक्त अधिकारी एवं सुरक्षा कर्मी ससमय अपने कर्तव्य स्थल पर उपस्थित रहें। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की परेषानी को सुनें एवं उसे दूर करने की कोषिष करें। उन्होंने कहा कि कई ऐसे भी श्रद्धालु होते है जो पहली बार वासुकिनाथ आते हैं वैसे श्रद्धालुओं को कई सारी चीजें नहीं समझ आती हैं उनकी समस्याओं का हल उन्हें बतायें।
उपायुक्त मुकेष कुमार ने कहा कि वैसे श्रद्धालु जो बाबा मंदिर तक पहँुचने में असमर्थ हैं उन्हें जलापर्ण काउंटर से जलापर्ण करने की सलाह दें। ध्वनि विस्तारक यंत्र से लगातार इसका प्रचार-प्रसार कराया जाय ताकि श्रद्धालुओं को जलार्पण करने में परेषानी न हो।
सिंह द्वार पर उपस्थित होकर उपाुक्त लगातार सीसीटीवी के माध्यम से पूरे मेला क्षेत्र पर नजर बनाये हुए थे।
उपायुक्त ने षिवगंगा के साथ-साथ पूरे मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया एवं प्रतिनियुक्त अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिषा निर्देष भी दिये। उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को श्रावणी मेला के बचे दिनों में अनुपस्थित न रहने को कहा। उन्होंने कहा कि जिस तरह पिछले 16 दिन आपके द्वारा कार्य किया गया है उसी तरह बचे दिनों में भी अपने कर्तव्य का निवर्हण करें।
निरीक्षण के दौरान दुमका के पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल ने रुट लाइन एवं मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त सभी सुरक्षा कर्मियों को निदेष दिया कि इतनी लंबी यात्रा करने के बाद वासुकिनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षा की जिम्मेदारी को पूरे ईमानदारी से बचे दिनों में निभायें। उन्होंने कहा कि जब तक आपके सहयोगी न आ जायें अपने स्थल को न छोड़े।
उपायुक्त ने गौषाला कर्मी को निदेष दिया कि मंदिर के आस-पास घूम रहे सभी गायों को जल्द से जल्द हटा लें ताकि श्रद्धालुओं को जलार्पण करने में परेषानी न हो।
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