Friday, 22 April 2016

दुमका, दिनांक 22/04/2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 167 

 दुमका के उपायुक्त ने त्ैम्ज्प् निदेशक को प्रशिक्षण कार्यक्रम में संशोधन करने का निर्देश दिया। उन्होने सुझाव दिया कि चापाकल मरम्मति, जैसे प्रशिक्षण शामिल किया जाए ताकि लोगों को रोजगार के अलावा समस्या का स्थानीय स्तर पर समाधान हो सके।
डीएलसीसी की बैठक में आज वित्तीय समावेषन की चर्चा की गयी जिसमें खाताधारकों को रुपे कार्ड और पिन नम्बर वितरण में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। राजीव रंजन, एजीएम भारतीय रिजर्व बैंक राँची ने जोर देकर कहा कि प्रत्येक माह जिला के सभी ग्राम स्तर के शाखाओं को वित्तीय साक्षारता कैंप आयोजित करने की तिथि का निर्धारण अग्रणी बैंक प्रबन्धक द्वारा किया जाएगा। जिला में पर्याप्त संख्या में बीसी नियुक्त करने का निर्देश दिया गया, बीसी के माध्यम से बैंक खाता खोलने तथा रिकवरी में तेजी ला सकते हैं।
सहायक महाप्रबंधक ने साख जमा अनुपात में वृद्धि के लिए उप समिति का गठन करने का निर्देश दिया क्योंकि दुमका जिला का साख जमा अनुपात रिजर्व बैंक के मानक से बहुत कम है।
अग्रणी बैंक प्रबन्धक ने सूचित किया कि वार्षिक ऋण योजना 2015-16 के अंतर्गत दुमका जिला का लक्ष्य 388.55 करोड़ था। बैंक ने 77.83 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया। जो कि संतोषजनक प्रदर्शन है।
केसीसी के अंतर्गत 42150 के लक्ष्य के विरुद्ध 28085 लाभुकों को वित्तीय वर्ष 2015-16 में लोन दिया गया। उपायुक्त ने सभी बैंको को सितम्बर के माह तक अधिक से अधिक केसीसी ऋण वितरण का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि वर्षा ऋतु में अधिक केसीसी ऋण वितरण कर लक्ष्य पूरा किया जा सकता है।
एनआरएलएम- इस योजना की समीक्षा के क्रम में उप विकास आयुक्त नाराजगी व्यक्त किए। क्योंकि बैंको का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा। यदि बैंक वास्तव में योजना को सफल बनाना चाहते हैं तो इसके कई मार्ग है क्योंकि इस योजना के अंतर्गत गरीब तबके के लोग जुड़े रहते हैं जो कि सभी औपचारिकता को पूरा नहीं कर सकते। अतः उनके आवेदन को सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए सहयोग करना चाहिए।
पीएमईजीपी- इस योजना में दुमका जिला ने शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया, इसलिए एलडीएम ने सभी बैंक समन्वयक तथा महा प्रबन्धक डीआईसी को धन्यवाद दिया। वनांचल ग्रामीण बैंक को लक्ष्य से अधिक लोन स्वीकृत करने के लिए धन्यवाद दिया गया। महाप्रबन्धक डीआईसी ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में कहा कि प्रत्येक शाखा को कम से कम एक लाभूक का चयन कर आवेदन को उद्योग विभाग में भेजने को कहा ताकि समय पर योजना का लाभ दिया जा सके। 
रिकवरी - दुमका जिला के लोन वसूली बहुत ही खराब है। गत वर्ष 2015-16 में कुल ऋण का 10 प्रतिषत एनपीए है जबकि राज्य स्तर में यह दर 5.97 प्रतिषत है। एलडीएम ने ऋण वसूली के लिये प्रशासन से सहयोग की मांग की ।
बैठक में नगरपालिका अध्यक्षा अमिता रक्षित, उप विकास आयुक्त चितरंजन कुमार, भारतीय रिजर्व बैंक राँची के सहायक महाप्रबंधक राजीव रंजन, जिला विकास प्रबन्धक नवीन चन्द्र झा, अग्रणी जिला प्रबन्धक इसीदोर कुजूर, जिला कृषि पदाधिकारी, पशुपालन पदाधिकारी, गव्यविकास पदाधिकारी, सभी प्रमुख बैंको के अधिकारी उपस्थित थे।


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