Monday 25 April 2016

दुमका, दिनांक 25 अप्रैल 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 172 

प्रतिबद्धता के साथ सहयोग करें। 
- राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका 

भ्रूण हत्या रोको - बेटी बचाओ अभियान की शुरूआत करते हुए तमाम नगरवासियों से उपायुक्त ने कहा कि प्रतिबद्धता के साथ इस अभियान में हमारा साथ और सहयोग दें। स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में उपायुक्त ने कहा कि दुमका शहर का लिंगानुपात 781 है यह केवल चिंतनीय नहीं बल्कि आसन्न गम्भीर समस्या की ओ संकेत कर रहा है। सब मिलकर साझे प्रयास से इस चुनौती का सामना करें। इस अभियान में सब साथ दें। 
नगर परिषद् के अघ्यक्षा अमिता रक्षित ने कहा कि स्कूल काॅलेजों में सघन अभियान चलाया जाना चाहिए तथा अल्ट्रसाउन्ड केन्द्र पर कड़ी निगरानी रखनी होगी। जिस घर में बेटी का जन्म हो वैसी सास-बहु को सम्मानित किया जाय। 
क्षेत्रीय षिक्षा उप निदेषक अच्युतानन्द ठाकूर ने कहा कि हम स्वयं जागरूक हो और महिलाओं के प्रति अपनी पारम्परिक धारणा को बदलें। 
प्रसिद्ध अधिवक्ता गोपेष्वर झा ने एक महत्वपूर्ण कविता के माध्यम से बेटी के जन्म को समाज और परिवार के लिए लाभकारी बताया। 
सीएन मिश्र ने कहा कि बेटा और बेटी की समानता षिक्षण का अंग होना चाहिए। प्रत्येक एबोर्सन के कारण की जाँच होनी चाहिए। 
पूर्व जिला जेन्डर समन्वयक सिंहासिनी कुमारी ने कहा कि यह राष्ट्रीय चिन्ता का विषय है। नुक्कड़ नाटकों द्वारा सम्पर्क और बेटी जनने वाली माँ को फलदार वृक्ष देकर सम्मनित करने तथा लिंगानुपात समान होने वाले पंचायत या वार्ड को सम्मानित किया जाय। भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेष दत्ता ने कहा कि माँ और बेटी का समाज में सम्मान और महत्व होना चाहिए।
चेम्बर आॅफ काॅमर्स के पूर्व अध्यक्ष सियारामघिडि़या ने कहा कि सबके साझे प्रयास से हम दुमका के लिंगानुपात बढ़ा सकते हैं। 
राधेष्याम वर्मा ने कहा कि आन्दोलन के रूप में अभियान चले। 
मानवी के नलिनी कान्त ने कहा कि भावुकता से इतर राजनैतिक एवं प्रषासनिक हिस्सेदारी महिलाओं को मिले। 
भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के एहतेषाम अहमद ने कहा कि सामंतवादी व रूढि़वादी सोच से बाहर आने की जरूरत है। नहीं तो एक दिन दहेज देकर महिलाओं को लाना पड़ेगा। 
मानवी की अन्नु ने लिंगानुपात को एक बड़ा खतरा बताते हुए भविष्य के लिए प्रभावकारी रणनीति बनाने पर बल दिया। काठीजोरिया की षिक्षिका सुमिता सिंह ने कहा कि महिलायें पूजनीय एवं हर क्षेत्र में अग्रणी है। कहीं असुरक्षा की भावना से भ्रूण हत्या तो नहीं हो रही है। 
ईटीवी के मनोज केसरी ने कहा कि परिवार की महिलाओं को जागरूकता और संवेदनषील बनाने की आवष्यकता है। 
अधिवक्ता किरण तिवारी ने कहा कि जेन्डर फ्री शहर की धारणा को मूर्त करने के साथ बेटे और बेटियों को पालने का ढंग में अंतर नहीं होना चाहिये। 
दुमका से एनसीसी की प्रथम महिला अधिकारी प्रियांषु केषरी ने अपने संघर्ष व अधिकारी बनने का उदाहरण रखते हुए बेटियों को सम्मान दिये जाने की बात कही। 
सेक्रेट हर्ट की पाँच वर्षीया शांभवी शर्मा ने एक मार्मिक कविता के माध्यम से कहा कि -  
एक दो होते अगर तो शायद चुप हो बैठते,
देष में आधे मरद तो आधी हम हैं औरतें।
होली चाईल्ड की रंजना सिन्हा एवं सेक्रेट हर्ट के अमिता झा ने भी भ्रूण हत्या पर दिल को छू लेने वाली कविता सुनाई। 
कार्यक्रम के शुरूआत में डाॅ0 पैट्रिक टेटे एवं जिला मलेरिया पदाधिकारी डाॅ0 संजय कुमार ने अपने अपने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर मलेरिया क्षेत्र में कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को उपायुक्त के द्वारा पुरस्कृत किया गया। 
कार्यक्रम का विषय प्रवेष तथा उद्देष्य की चर्चा क्षेत्रीय उपनिदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा करते हुए आह्वान किया कि हम उन विवाह समारोह में न सम्मिलित हो जिसमें दहेज लिये और दिये जाने की सूचना हो। 
कार्यक्रम का संचालन, स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन उप निदेषक जनसम्पर्क ने किया। 
कार्यक्रम में उपायुक्त दुमका के अलावा नगर पर्षद के अध्यक्षा अमिता रक्षित, क्षेत्रीय उपनिदेषक स्वास्थ्य डाॅ0 एलेक्सीयस एक्का, क्षेत्रीय षिक्षा उप निदेषक अच्यूतानन्द ठाकूर, क्षेत्रीय उपनिदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, सरकारी अधिवक्ता अरूण कुमार सिन्हा, बार काउन्सिलिंग के पूर्व अध्यक्ष गोपेष्वर झा, जिला मलेलिया पदाधिकारी संजय कुमार, एसीएमओ डाॅ0 पेट्रीक टेटे, अनुमंडल षिक्षा पदाधिकारी षिवनारायण साह, पूर्व जिला जेन्डर समन्नवयक सिंहासनी कुमारी, ए0टी0पी0ओ0 पीयूष कुमार, विजय सोनी, राधेष्याम वर्मा, प्रदीप्त मुखर्जी, सी0एन0मिश्रा सियाराम घिडि़या आदि उपस्थित थे।








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